DNA एक्सप्लेनर: सर्दियों में क्यों बढ़ जाता है जोड़ों का दर्द? पढ़िए एक्सपर्ट की सलाह

| Updated: Jan 17, 2022, 01:41 PM IST

सर्दियों में धूप कम मिल पाती है जिससे हमारे शरीर में Vitamin-D की कमी हो जाती है. इससे जोड़ों में दर्द और हड्डियों में अकड़न आने लगती है.

डीएनए हिंदी: जोड़ों में दर्द होना एक आम समस्या है. सर्दियों में यह समस्या और अधिक बढ़ जाती है. इस बारे में हमने आर्थोपेडिक्स के सीनियर डॉक्टर आरिफ़ फारूकी से बातचीत की. उन्होंने हड्डियों से जुड़े कई मुद्दों पर बहुत सारी जानकारी दी.

सर्दियां आते ही जोड़ों का दर्द क्यों बढ़ जाता है? 

डॉक्टर फारूकी ने बताया, इसके पीछे तीन मुख्य कारण हैं- पहला यह कि लोगों में गठिया (Arthritis) की वजह से सर्दियों में जोड़ों का दर्द बढ़ता है. इसके अलावा हमें सर्दियों में धूप कम मिल पाती है जिससे हमारे शरीर में Vitamin-D की कमी हो जाती है. इससे जोड़ों में दर्द और हड्डियों में अकड़न आने लगती है.

तीसरा कारण उन्होंने बताया कि ठंड के मौसम में तापमान कम हो जाता है. इस कारण ब्लड वेसल्स सिकुड़ जाते हैं जिससे शरीर में खून का संचार अवरोधित होता है. हड्डियों में दर्द बढ़ने का यह भी एक मुख्य कारण है.  

डॉक्टर ने बताया कि इसके पीछे सिकल सेल एनीमिया, हाइपो प्रोटिनीमिया, रुमेटॉइड आर्थराइटिस, जैसे कुछ अन्य कारण भी हो सकते हैं. 

सिकल सेल एनीमिया क्या होता है? 

सिकल सेल एनीमिया एक ऐसी स्थिति है जब शरीर में लाल रक्त कोशिकाएं (Red Blood Cells) सिकल होने लगती हैं. इसके कारण मरीज को कमजोरी और जोड़ो में दर्द का अनुभव होने लगता है. इससे हड्डियों में अधिक दर्द बढ़ने लगता है.

क्या है उपाय?

सिकल सेल एनीमिया से बचने के लिए हरी सब्जियों का सेवन ज्यदा से ज्यदा करें साथ ही आप दिन में कम से कम एक या दो समय अनार और चुकंदर के जूस का उपयोग कर सकते है. 

हाइपो प्रोटिनीमिया किसे कहते हैं? 

प्रोटीन की कमी को हाइपो प्रोटिनीमिया या प्रोटीन डैफिसिएंसी कहा जाता है. इसका सीधा असर जोड़ों के दर्द के रूप में देखने को मिलता है. प्रोटीन की कमी से जोड़ों में दर्द होने के साथ-साथ मांसपेशियों में अकड़न की समस्या आती है. इससे आर्थराइटिस जैसी गंभीर बीमारी होने का खतरा होता है. प्रोटीन की कमी से शरीर में कमजोरी बनी रहती है. बॉडी हमेशा थका हुआ फील करती है. 

कैसे दूर करें प्रोटीन की कमी?

  • इसके लिए नियमित रूप से दूध, अंडे का सेवन शुरू करें.
  • मसूर की दाल खाएं. राजमा-चने भी प्रोटीन युक्त होते हैं.
  • अनाज में ओट्स, गैंहू, रागी, बीन्स, चौलाई खाएं. साथ ही इसके लिए आप सोयाबीन भी खा सकते हैं.

रूमेटाइड अर्थराइटिस क्या होता है?

यह एक ऐसी बीमारी है जो जोड़ों में दर्द, सूजन और जकड़न का कारण बनती है. डॉक्टर के अनुसार, यह एक ऑटोइम्यून डिजीज है जिसमें शरीर की इम्यूनिटी स्वस्थ कोशिकाओं को ही नुकसान पहुंचाना शुरू कर देती है.

क्या हैं उपाय? 

आमतौर पर रूमेटाइड अर्थराइटिस के उपचार के लिए एक डिजीज मॉडिफाइड एंटी-रूमेटिक ड्रग दी जाती है. इसके अलावा नॉन-स्टेरायडल एंटी इंफ्लेमेटरी ड्रग या लो डोज कॉर्टिकोस्टेरॉइड का उपयोग डीएमएआरडी के साथ किया जा सकता है. 

क्यों होने लगती है हड्डियों में सूजन?

डॉक्टर ने बताया, सर्दियों में हमारे आसपास के वातावरण में दबाव कम हो जाता है. इस वजह से शरीर के कई भागों के जोड़ों में सूजन बढ़ने लगती है. कई बार ये सूजन अंदरूनी होती है.

डॉक्टर ने आगे बताया कि एनीमिया, कार्डियक डिजीज, किडनी डिजीज, लिवर डिजीज के चलते भी शरीर के कुछ अंगों में सूजन देखने को मिलती है. 

क्यों सुन्न पड़ जाते हैं शरीर के अंग? 

अंगों में अकड़न या सुन्न पड़ने का कारण ब्लड सर्कुलेशन का सही तरीके से न होना होता है. कई बार शरीर में कुछ खास तरह के पोषक तत्वों की कमी की वजह से भी अंगों में झनझनाहट होने लगती है. विटामिन बी-12, पोटैशियम, कैल्शियम, आयरन, मैग्नीशियम की शरीर में कमी होने पर हाथ व पैर सुन्न पड़ने लगते हैं.

• Vitamin B12 की कमी को दूर करने के लिए आप अंडा,  सोयाबीन (सोया मिल्क, टोफू या सोयाबीन की सब्जी), दही, दूध, पनीर, ओट्स खा सकते हैं.

• केला, एवोकाडो, आलू, अनार, शकरकंद और पालक की मदद से पोटेशियम की कमी को दूर किया जा सकता है.

• कैल्शियम की कमी को दूर करने के लिए आप अपने खाने में दूध, ब्रोकोली और टोफू शामिल करें. इसमें भरपूर मात्रा में कैल्श्यिम होता है.

• चुकंदर, अनार, ड्राई फ्रूट्स, अलसी के बीज, चिया सीड्स, गुड़, आदी खाने से आयरन की कमी को दूर किया जा सकता है.

• हरी सब्जियां जैसे पालक, फलियां, नट्स, बीज, और साबुत अनाज जैसी चीजें मैग्नीशियम की कमी को आसानी से दूर कर सकती हैं.