'सीटें मिलीं लेकिन सत्ता नहीं,' क्यों Pakistan में सरकार नहीं बना सकी Imran Khan की PTI?

Written By अभिषेक शुक्ल | Updated: Feb 17, 2024, 10:37 AM IST

पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान (फाइल फोटो क्रेडिट- ImranKhanOfficial/Facebook)

पाकिस्तान में इमरान खान (Imran Khan) की पार्टी पाकिस्तान-तहरीक-ए-इंसाफ (PTI) सत्ता से दूर होती जा रही है. ऐसा क्यों हुआ, आइए समझते हैं.

पाकिस्तान में इमरान खान के नेतृत्व वाली पार्टी पाकिस्तान-तहरीक-ए-इंसाफ (PTI) अब सरकार बनाने की रेस से बाहर है. इमरान खान (Imran Khan) की पार्टी सरकार बनाने का दावा पेश करने में फेल हो रही है.

वजह यह है कि इस चुनाव में PTI सीधे तौर पर नहीं शामिल हुई थी, उसकी ओर से समर्थित निर्दलीय उम्मीदवारों ने चुनाव लड़ा था. अब PTI नेशनल असेंबली और पंजाब प्रांतीय विधानसभा में विपक्षी दल की भूमिका में नजर आएगी. 

पाकिस्तान के अखबार द डॉन ने लिखा है कि पाकिस्तान-तहरीक-ए-इंसाफ के बैरिस्टर अली सैफ ने यह ऐलान किया है. PTI कार्यकर्ता अब पूरे पाकिस्तान में जगह-जगह विरोध प्रदर्शन करेंगे. कार्यकर्ताओं का कहना है कि पाकिस्तानी आम चुनावों में धांधली हुई है.

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विपक्ष में बैठेगी PTI
PTI ने ऐलान किया है कि अब पार्टी विपक्ष में बैठेगी. पाकिस्तान-तहरीक-ए-इंसाफ की ओरसे कहा गया था कि प्रधानमंत्री उम्मीदवार उमर अयूब खान होंगे और पंजाब के मुख्यमंत्री असलम इकबाल होंगे. 

बैरिस्टर अली सैफ ने मीडिया से कहा, 'पार्टी ने विपक्ष में बैठने का फैसला किया है. यह निर्देश पार्टी के संस्थापक इमरान खान की ओर से जारी किया गया है, जो अभी जेल में हैं.'
 
उन्होंने कहा, 'हमने विपक्ष में बैठने का निर्णय लिया है. अगर नतीजे सही आए होते और उनमें धांधली न बरती गई होती तो हम केंद्र में 180 सीटों के साथ बैठे होते. हमारे पास साक्ष्य हैं कि हमारे उम्मीदवार जीते हैं.'

कितने PTI समर्थक सांसद जीते?
8 फरवरी को हुए चुनावों में इमरान खान की पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ की ओर से समर्थित निर्दलीय उम्मीदवारों ने 265 नेशनल असेंबली की सीटों में से 93 सीटों पर जीत हासिल की थी.

पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ के नेतृत्व वाली PML-एन ने 75 सीटें जीतीं, जबकि बिलावल भुट्टो-जरदारी की पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (PPP) 54 सीटों के साथ तीसरे स्थान पर रही.

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क्यों सरकार बनाने से चूक गए इमरान खान?
PML-N और PPP दोनों ने मंगलवार को चुनाव बाद गठबंधन की घोषणा की. पाकिस्तान की मुत्ताहिदा कौमी मूवमेंट पाकिस्तान (एमक्यूएम-पी) भी अपनी 17 सीटों के साथ उनका समर्थन करने को तैयार हो गई है.

पाकिस्तान में सरकार बनाने के लिए, किसी पार्टी को 266 सदस्यीय नेशनल असेंबली की 265 सीटों में से 133 सीटें जीतनी होंगी. इस आंकड़ों से इमरान खान की पार्टी कोसों दूर है.

इमरान के सत्ता से बाहर होने की दूसरी वजह?
इमरान खान की पार्टी PTI का दावा है कि पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ ने कुल 180 सीटों पर दर्ज जीत की थी लेकिन सेना और सरकार की मिलीभगत से चुनावों में धांधली की गई. PTI का दावा है कि अवैध, फासीवादी शासन ने इसे घटाकर आधा कर दिया.

पाकिस्तान चुनावों को सबसे बड़ी धोखाधड़ी क्यों बता रहे इमरान?
पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ के सूचना सचिव रऊफ हसन ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान कहा कि साल 2024 को देश पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ के खिलाफ सबसे बड़े वोटिंग फ्रॉड के लिए याद करेगा.

PTI का दावा है कि 177 नेशनल असेंबली की सीटों में से केवल 92 पर PTI ने जीद दर्ज की, वहीं 85 सीटें धोखे से छीन ली गईं.

रऊफ हसन ने दावा किया था कि नेशनल असेंबली और प्रांतीय असेंबली सीटों के लिए पड़े वोटों की संख्या में भारी अंतर था. उन्होंने यह भी बताया कि कुछ मामलों में अस्वीकृत वोटों की संख्या जीत के अंतर से अधिक थी.

द एक्सप्रेस ट्रिब्यून की रिपोर्ट के मुताबिक पाकिस्तान का सुप्रीम कोर्ट सोमवार को एक नागरिक द्वारा दायर याचिका पर सुनवाई करेगा, जिसमें हाल ही में हुए आम चुनावों को अमान्य घोषित करने की मांग की गई है.

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