World Health Day 2023: कोरोना के बाद देश में पांव पसार रही हैं ये बीमारियां, क्या है वजह, कैसे करें बचाव?

Written By डीएनए हिंदी वेब डेस्क | Updated: Apr 07, 2023, 10:37 AM IST

देश में वायरस और फ्लू से संक्रमित मरीजों की संख्या लगातार बढ़ रही है. (तस्वीर-PTI)

Covid 19 के बाद से भारतीय आबादी में कुछ खास तरह की क्रॉनिक बीमारियों की संख्या में बढ़ोतरी हुई है जो कि एक बड़े खतरे का संकेत दे रही हैं. इन बीमारियों के चलते लोगों की मौत होने तक की खबरें सामने आई हैं.

डीएनए हिंदी: आज सात अप्रैल के दिन पूरी दुनिया में विश्व स्वास्थ्य दिवस मनाया जा रहा है. इस दौरान भारत के सामने फिर वैश्विक महामारी कोरोनावायरस बड़ी समस्या बनकर खड़ा हो रहा है. भारत में कोरोनावायरस के दैनिक मामलों में तेजी से बढ़ोतरी हो रही है, वहीं कुछ राज्यों में कोरोना के बढ़ते प्रसार के चलते कोरोना के आंकड़े डराने लगे हैं. कोरोनावायरस की इस समस्या के बीच ही एक दिक्कत यह भी है कि कुछ खास तरह के रोग भारत में बढ़ने लगे हैं जिसके चलते लोगों की अचानक मृत्यु भी हो जा रही है. इन बीमारियों से जुड़ी खबरें पूरे देश से आती रही हैं जो कि आज विश्व स्वास्थ्य दिवस के मौके पर भारत के लिए बड़ी चिंता माना जा रहा है. 

देश में कोरोनावायरस ने अपनी ऐसी छाप छोड़ी है कि लोग अब कोरोना से उबरने के बावजूद कई अन्य बीमारियों से त्रस्त हैं. रिपोर्ट्स के अनुसार कोरोना ने लोगों के फेफड़ों, ह्रदय और गुर्दे को सबसे ज्यादा प्रभावित किया है जिसके चलते लोगों में गंभीर स्वास्थ्य समस्याएं देखने को मिल रही हैं. इसके साथ ही अन्य क्रॉनिक डिसीज के मामले बढ़ने लगे हैं. बता दें कि क्रॉनिक डिसीज वो होते है जो कि एक साल से ज्यादा समय तक रहते हैं. आज के दौर में देश की एक बड़ी आबादी डायबिटीज, कैंसर, किडनी और ह्रदय की बीमारियों की चपेट मे है और कोरोना ने ऐसे लोगों को बड़ा झटका दिया है.

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कौन सी बीमारियों का बढ़ा खतरा

कोरोना के बाद इन बीमारियों ने लोगों को सबसे ज्यादा प्रभावित किया है. 

1- कैंसर का बढ़ा खतरा

कैंसर को सबसे गंभीर बीमारी माना जाता है और इसको लेकर हेल्थकेयर कंपनी लाइब्रेट के जनरल फिजिशियन ने पार्थ प्रजापति ने कहा, ''कोविड-19 पैथोफिज़ियोलॉजी में शामिल कई प्रोटीनों को लक्षित करता है इसलिए संक्रमण से कई तरह के कैंसर होने का खतरा बढ़ सकता है. एक हालिया अध्ययन में बताया गया है कि कैसे कोविड-19 वायरस पी53 और इससे संबंधित मार्गों के साथ इंटरैक्ट करता है जिससे संभावित रूप से डीएनए और सेल ऑक्सीडेटिव क्षति हो सकती है.''

2- डिप्रेशन से परेशान लोग

कोरोना ने मानसिक स्तर पर लोगों को सबसे ज्यादा परेशान किया है. इसके चलते डिप्रेशन, मेमोरी लॉस और कॉन्सनट्रेशन से जुड़ी बीमारियां लोगों को अपनी चपेट में ले रही हैं. 

3- सांसों की बीमारी से त्रस्त लोग

कहा जाता है कि सांस है तो आस है लेकिन कोरोना ने सीधी चोट ही सांसों पर की है. कोरोना के कारण ही आज के वक्त में एक बड़ी आबादी को खांसी, सांस लेने में तकलीफ सीने में जकड़न और जुकाम तक की शिकायतें रहती हैं. इसकी वजह यह है कि कोरोना सीधे इंसानों की श्वसन प्रणाली को ही प्रभावित करता है जो कि कई समस्याओं की वजह बन सकता है.

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4- हार्ट में कोरोना का हमला 

कोरोनावायरस के बाद से लगातार हार्ट अटैक से मौतों की खबरें आ रही हैं. कोरोना ने दिल की बीमारियों में भी सबसे ज्यादा बढ़ोतरी की है. इसमें स्ट्रोक, इररेगुलर हार्टबीट, हार्ट फेल्योर और ब्लड क्लॉटिंग की समस्याएं इंसानों के लिए मुसीबत बन रही हैं. 

5- ब्लड प्रेशर से परेशान हर उम्र के लोग 

ब्लड प्रेशर की समस्या के बढ़ने की बड़ी वजह डॉ. प्रजापति कोरोना को ही मानते हैं. उन्होंने बताया है कि लोगों में हाई ब्लड प्रेशर की समस्या महामारी के स्तर तक पहुंच चुकी है. एक रिसर्च के अनुसार कोविड महामारी के बाद सभी आयु वर्ग के लोगों के बीच में हाई ब्लड प्रेशर की बीमारी तेजी से बढ़ी है जो कि सबसे ज्यादा खतरनाक है और यह हार्ट समस्याओं की भी बड़ी वजह बन सकता है. 

6- सीओपीडी की सबसे ज्यादा दिक्कत

COPD के मरीजो में कोरोना की वजह से सांस लेने में सबसे ज्यादा समस्या होती है और इसके चलते मरीजों में निमोनिया होने का भी खतरा बढ़ जाता है. COPD में कोविड-19 के गंभीर लक्षणों का भी सामना करना पड़ सकता है और सांस लेने में सबसे ज्यादा समस्या आ सकती है जिसके चलते इसमें सामान्य इंसानों को हुए कोरोना की अपेक्षा ज्यादा रिस्क होता है. 

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7- कोरोना बढ़ा रहा दमा के मरीज

कोरोना के चलते लोगों में ऑक्सीजन का ब्लड फ्लो से तालमेल बिगड़ जाता है और इसके चलते शरीर का इम्यून सिस्टम प्रभावित होता है. ऐसे में वायुमार्ग की मांसपेशियां सिकुड़ने से दमा जैसी गंभीर बीमारियां हो जाती हैं. ऐसे में मरीजों को बलगम से खांसी, सीने में दर्द, गला खराब होने जैसी बीमारियों का सामना करना पड़ सकता है. 

8- डायबिटीज का ज्यादा खतरा

इसके अलावा भारत में सबसे ज्यादा खतरनाक मानी जाने वाली बीमारी डायबिटीज को बढ़ाने में भी कोरोना की अहम भूमिका है. कोरोना के मरीजों में डायबिटीज समेत कई बीमारियां होने का खतरा ज्यादा हो गया है जिसके चलते मरीजों को ज्यादा सावधान रहने की सलाह दी जाती है. 

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कैसे करें इन बीमारियों से अपना बचाव

इन घातक बीमारियों से बचने के लिए कुछ खास तरह के उपायों को अपनाना लोगो के लिए बेहतर हो सकता है. 

  • खाना पान के लिहाज से हेल्दी डायट लेना, 
  • स्वस्थ रहने के लिए डेली एक्सरसाइज करना
  • शराब सिगरेट और नशीले पदार्थों से दूरी बनाना 
  • रूटीन चेकअप कराते रहना, जिससे किसी भी बीमारी का तुरंत पता चल सके.
  • किसी भी तरह की बीमारी की  हिस्ट्री को नजरंदाज न करना क्योंकि ऐसी बीमारियां वापस भी आ सकती है. 

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