Amazon: गैराज से शुरू हुई इस कंपनी के बारे में जानिए पूरी कहानी!

| Updated: Dec 30, 2021, 05:06 PM IST

गैराज से शुरू हुई यह कंपनी आज कई देशों में अपना लोहा मनवा रही है. एक साल में Amazon के साथ कई विवादों का किस्सा भी शुरू हो गया है.

डीएनए हिंदी: 1995 में अमेरिका स्थित वॉशिंगटन के सिएटल में एक कंपनी की स्थापना होती है. यह कंपनी शुरुआत में ऑनलाइन बुकस्टोर के तौर पर काम करना शुरू करती है. लेकिन जैसे जैसे समय बदलता जाता है कंपनी दूसरी चीजों में हाथ आजमाने लग जाती है. दूसरी चीजों से हमारा मतलब है वीडियो डाउनलोड, ऑडियोबुक डाउनलोड, सॉफ्टवेयर, वीडियो गेम, इलेक्ट्रॉनिक्स, कपड़ों, फर्नीचर जैसे सामानों की बिक्री भी शुरू कर देती है. लेकिन यह कंपनी सिर्फ सिएटल तक सिमित नही रही, इसका मकसद तो विश्व की सबसे बड़ी E-commerce कंपनी बनना था और यह बनी भी. अब तक आप समझ गए होंगे की हम किसकी बात कर रहे हैं, अगर अभी भी नहीं समझे तो बता देते हैं हम बात कर रहे हैं Amazon कंपनी की. 

भारत में Amazon की एंट्री 

2012 में Amazon की भारत में एंट्री होती है. तब तक अमेज़न के पास 17 साल के ग्लोबल बिजनेस का एक्स्पीरियंस हो चुका था. देखते ही देखते अमेज़न की भारत में लोकप्रियता बढ़ती चली गई. हालांकि इस बीच E-commerce कंपनियों के मामले में देखा जाए तो Snapdeal, Flipkart कंपनियां मार्केट में छा चुकी थीं. लेकिन अमेज़न के आते ही एक अलग क्रांति छिड़ गई. लोग तेजी के साथ इस कंपनी से लाभ उठाने लगे. देखते ही देखते भारत में भी अमेज़न शॉपिंग के लिए सबसे ज्यादा पसंद किया जाने लगा. लेकिन भारत में अमेज़न अभी भी अधिग्रहण के मामले में फ्लिपकार्ट से काफी पीछे है. 

हालांकि इस बीच अमेजन ने फ्लिपकार्ट को तीन बार खरीदने की कोशिश की, जिसमें 52,800 करोड़ रुपये का ऑफर था. लेकिन शेयरहोल्डर्स ने वैल्यू कम बताकर डील से इनकार कर दिया. जानकारी के मुताबिक अमेज़न को जब तीसरी बार असफलता मिली थी तब Flipkart की Walmart से डील के लिए बातचीत चल रही थी.

भारत में अमेज़न की मार्केट वैल्यू 

इंडिया में अमेज़न ने हाल ही में 2600 करोड़ रुपये का निवेश किया है. वहीं अमेज़न ने भारत में लंबी पारी खेलने के लिए टेक्नोलॉजी और इंफ्रास्ट्रक्चर के लिए निवेश जारी रखने का फैसला लिया है. इसके लिए अमेज़न ने भारत में 5 बिलियन डॉलर के निवेश का लक्ष्य रखा है. वहीं इंडिया में मार्केट वैल्यू की बात करें तो यह 51 लाख करोड़ का है. जो किसी भी E-commerce कंपनी से काफी ज्यादा है.

विवादों में फंसा अमेज़न 

Amazon पर एक साल में तीन बार जुर्माना लग चुका है. इटली के एंटीट्रस्ट वॉचडॉग ने दुनिया की मानी-जानी कंपनी Apple और Amazon पर नवंबर में 1,676 करोड़ रुपये का जुर्माना लगाया था. उसके बाद दिसंबर में ही इटेलियन कॉम्पटिशन अथॉरिटी ने 966 करोड़ का जुर्माना लगाया. जिसमें उन्होंने यह कहा कि अमेज़न ने अपने काम्पिटिटर्स को नुक़सान पहुंचाया है. वहीं भारत में भी CCI ने अमेज़न पर 202 करोड़ रूपये का जुर्माना लगा दिया है और अमेजन-फ्यूचर कूपन्स के सौदे को स्थगित कर दिया है.

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