डीएनए हिंदी : फेमिनिज़्म की जब भी बात होती है यह बात बार-बार रेखांकित की जाती है कि औरतों और मर्दों में गहरा भेद है. समाज की रिवायतें इसकी तस्दीक़ करने में पीछे नहीं हटती हैं. कई रिवाज़, रस्में, प्रथाएं ऐसी रही हैं जो बार-बार स्त्रियों के लिए विभेदकारी रही हैं. इतना ही नहीं, बाज़ार भी कई तरह से औरतों और मर्दों में फ़र्क़ करता है. कई बार समान सुविधा और वस्तु के लिए औरतों और मर्दों की जेब अलग-अलग ढंग से ढीली होती है. एक नज़र उन कुछ चीज़ों पर -
अंडरवियर - मर्द और औरत दोनों के बेसिक हाइजीन के लिए यह ज़रूरी है किन्तु औरतों को अपना बेसिक हाइजीन मेंटेन करने के लिए मर्दों से अधिक क़ीमत चुकानी पड़ती है. अंडरवियर(Underwear) के मशहूर ब्रांड जॉकी की वेबसाइट के अनुसार मर्दों के अंडरवियर की रेंज 184 रूपये से शुरू होती है वहीं औरतों के अंडरवियर की रेंज पंद्रह रूपये अधिक 199 रूपये से शुरू होती है.
वॉलेट - यह बेहद आश्चर्यजनक बात है कि वास्तव में वॉलेट(wallet) को मर्दों के लिए बनाया गया था. समय के साथ स्त्रियों के हाथों में पैसों के आते-आते फीमेल फ्रेंडली वॉलेट भी बनने लगे पर आज भी प्रीमियम ब्रांड औरतों के वॉलेट की अतिरिक्त कीमत वसूलते हैं. उदाहरण स्वरुप भारत के मशहूर लेदर गुड्स ब्रांड हाई डिज़ाइन की वेबसाइट पर पुरुषों के लिए लेदर वॉलेट की रेंज 1895/- से शुरू हो जाती है वहीं लड़कियों के लिए उपलब्ध वॉलेट की रेंज 2000/- से शुरू होती है.
शेविंग रेजर - शेविंग को पुरुषों का मुख्य काम माना जाता रहा है पर स्त्रियां भी अपने शरीर के बाल हटाने के लिए शेव करती रही हैं. बाज़ार औरतों और मर्दों के शेविंग रेज़र(Shaving Razor) की अलग-अलग कीमत रखता है. ऑनलाइन शॉपिंग साइट्स पर मर्दों के शेविंग रेज़र की कीमत जहां 22 रूपये से शुरू हो जाती है, औरतों का सबसे सस्ता रेज़र 26 रूपये से कम में नहीं आता है.
इन चीज़ों के अतिरिक्त भी कई बार स्त्रियों को बाज़ार में अपना बटुआ मर्दों की तुलना में अधिक हल्का करना पड़ता है. बहुत बार इंश्योरेंस प्रीमियम और लोन रेट्स भी औरतों के लिए अधिक महंगे पड़ते हैं.
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