डीएनए हिंदी: दिवाली की सफाई के बाद शुरू होती है घर की साज-सजावट. साज-सजावट के बाद सबसे अहम काम होता है रंगोली की तैयारी. कहीं घर के आंगन में,कहीं चौखट पर, कहीं पूरे घर में तरह-तरह के डिजाइंस की रंगोली बनाना भी दिवाली से जुड़ी एक खास परंपरा है. सिर्फ घर ही नहीं बड़े-बड़े दफ्तरों में भी इस परंपरा को पूरे उत्साह से निभाया जाता है. मगर क्या आप जानते हैं कि रंगोली सिर्फ खूबसूरती या सजावट का ही हिस्सा नहीं है, इससे सेहत को भी कई फायदे होते हैं. जानते हैं रंगोली का वैज्ञानिक महत्व-
रंगोली बनाने का चिकित्सीय महत्व
रंगोली बनाना एक कला है. जानकार बताते हैं कि रंगोली बनाते समय सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है और इससे तनाव भी कम होता है. चिकित्सीय दृष्टि से भी यह एक अहम क्रिया है. विशेषज्ञ बताते हैं कि रंगोली बनाते समय आप अंगुली और अंगूठा मिलाकर ज्ञानमुद्रा बनाते हैं. यह मुद्रा आपके मस्तिष्क को ऊर्जावान और सक्रिय बनाने के साथ-साथ बौद्धिक विकास में अहम रोल अदा करती है.यही नहीं एक्यूप्रेशर के लिहाज से भी यह मुद्रा लाभकारी मानी गई है. हाई ब्लड प्रेशर की समस्या में यह काफी मददगार है.
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रंगोली से मिलती है मानसिक शांति
रंगों की ऊर्जा व्यक्ति पर सकारात्मक प्रभाव डालती है. रंगों और फूलों से बनाई गई रंगोली से घर-आंगन में शुभ ऊर्जा का संचार होता है. इसका सीधा असर सेहत पर भी पड़ता है. प्राचीन अध्ययन बताते हैं कि रंगोली का सीधा कनेक्शन घर में बसने वाली ऊर्जा से होता है. बताया जाता है कि अगर आप घर में सकारात्मक ऊर्जा बढ़ाना चाहते हैं तो नुकीले कोनों वाली रंगोली बनाएं. यदि आपके घर में पर्याप्त ऊर्जा है तो गोलाकार रंगोली बनाएं.
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रंगोली से सेहत को होने वाले सीधे लाभ
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