डीएनए हिंदी: भिवानी में नासिर और जुनैद को जिंदा जलाने वाला मोनू मानेसर को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. मानेसर गैंग ने गो तस्करी के आरोप में पहले नासिर और जुनैद का किडनैप किया और फिर बोलेरो कार में उनको जला दिया था. इस मामले राजस्थान पुलिस लंबे समय से उसकी तलाश कर रही थी. इतना ही नहीं नूंह हिंसा में भी मानेसर का नाम सामने आया था. हिंसा भड़कने से पहले मोनू ने आपत्तिजनक टिप्पणी करते हुए एक वीडियो जारी किया था.
हालांकि, गो रक्षा से जुड़े कई गुटों से संबंध रखने वाले मोनू मानेसर ने बयान जारी करके कहा था कि उसका इससे कोई लेना-देना नहीं है. सोशल मीडिया पर अलग-अलग वीडियो शेयर कर दावे किए गए कि घटना के वक्त वह अपने घर पर था. खुद मोनू का कहना था कि जिस समय की यह घटना बताई जा रही है उस वक्त ग्रुरुग्राम के एक होटल में था. मोनू मानेसर पहले भी कई बार विवादों में रह चुका है.
हाल ही में भिवानी के लोहारू गांव के पास एक बोलेरो कार जली हुई हालत में मिली थी. इस कार में दो जले हुई लाशें भी मिलीं. इन दोनों की पहचान नासिर और जुनैद के रूप में हुई है. नासिर और जुनैद के खिलाफ गो तस्करी के कुछ केस भी चल रहे हैं. आरोप हैं कि गो रक्षा ग्रुप से जुड़े लोगों ने नासिर और जुनैद को फोन करके बुलाया और फिर अपहरण करके हत्या कर दी. आइए समझते हैं कि मोनू मानेसर कौन है और इस केस में उसका नाम क्यों आ रहा है.
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कौन है मोनू मानेसर?
मानेसर निवासी मोनू का असली नाम मोहित है. लोग उसे मोनू मानेसर के नाम से जानते हैं. पिछले 10 से 12 सालों से वह बजरंग दल से जुड़ा हुआ है. गोरक्षा अभियान चलाने वाले कई संगठनों से जुड़े मोनू मानेसर को गो तस्करी के खिलाफ अभियान चलाने की वजह से जाना जाता है. खुद मोनू मानेसर ने कैमरे पर कहा है कि इस काम में पुलिस उसका साथ देती है. अब यही आरोप लग रहे हैं कि मोनू मानेसर गोतस्करी रोकने के नाम पर जो 'गुंडई और अपराध' करता है उसे भी पुलिस का संरक्षण मिला हुआ है.
मोनू मानेसर के कई ऑडियो और वीडियो सोशल मीडिया में वायरल हैं. एक ऑडियो में वह गो तस्करी करने पर जान से मारने की धमकी दे रहा है. कई पंचायतों के वीडियो भी सामने आए हैं जिसमें वह आक्रामक भाषण दे रहा है. इसके अलावा, हथियारों के साथ घूमने, हथियारों के साथ वीडियो बनाने और कई अन्य मामले भी सामने आए हैं. हालांकि, इस केस में नाम आने के बाद से मोनू मानेसर अंडरग्राउंड हो गया है.
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विवादों का बादशाह है मोनू
जान से मारने की धमकी देने के आरोप में मोनू मानेसर के खिलाफ गुरुग्राम पुलिस के पास केस दर्ज है. मोनू ने गो तस्करी के खिलाफ गांव-गांव में अपना नेटवर्क बनाया है. यह नेटवर्क इतना मजबूत है कि उसे तुरंत खबर मिल जाती है. मोनू के खिलाफ हत्या का प्रयास, धमकी, लूट और मारपीट के कई मामले दर्ज हैं. सोशल मीडिया पर ऐसे कई वीडियो और तस्वीरें वायरल हैं जिसमें मोनू मानेसर को हथियारों के साथ देखा जा सकता है.
गुरुग्राम पुलिस ने गो तस्करी रोकने के लिए काउ टास्क फोर्स बना रखी है. कहा जाता है कि गो तस्करी की खबर पुलिस से पहले मोनू मानेसर के पास होती है. कई बार तो पुलिस से पहले मोनू मानेसर पहुंच जाता है. बाद में पुलिस पहुंचती भी है तो वह मोनू मानेसर के साथ 'कॉपरेट' ही करती है. गो तस्करी के अलावा लव जिहाद और धर्म परिवर्तन के बारे में भी मोनू मानेसर के आक्रामक भाषण सोशल मीडिया पर वायरल हैं.
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अपने बचाव में क्या बोला मोनू मानेसर?
लोहारू कांड में नाम आने के बाद मोनू मानेसर ने एक वीडियो जारी किया है. इस वीडियो में मोनू ने कहा है, 'मैं उन दोनों को नहीं जानता था. मुझे नहीं पता कि उनके साथ क्या हुआ. दोषियों का पता लगाने के लिए हम खुद इस मामले को देख रहे हैं. इस मामले में जो दावे फैलाए जा रहे हैं वे बिल्कुल गलत हैं. हमें इसमें घसीटकर हमारी संस्था को बदनाम नहीं किया जाना चाहिए. घटना के समय मैं गुरुग्राम के एक होटल में था, मेरे पास CCTV फुटेज भी मौजूद है.'
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