President Election 2022- अब तक के 14 राष्ट्रपति और उनसे जुड़ी 6 बातें जिन्हें याद रखना जरूरी है

President Election in India: भारत को अब तक 14 राष्ट्रपति मिल चुके हैं. जानें कौन सबसे लंबे समय तक इस पद पर रहा, कौन सबसे कम समय तक. किन्हें निर्विरोध चुन लिया गया और किन्होंने कायम की मिसाल.

सन् 1950 के बाद से अब तक भारत को 14 राष्ट्रपति मिल चुके हैं अब 15वें राष्ट्रपति का जल्द ही ऐलान होने वाला है. 18 जुलाई को राष्ट्रपति चुनाव के लिए वोटिंग हो चुकी है. 21 जुलाई को मतगणना की जाएगी और 24 जुलाई तक देश के 15वें राष्ट्रपति का नाम भी हमारे सामने आ जाएगा. जानते हैं अब तक के सफर में रहे राष्ट्रपतियों से जुड़ी कुछ अहम बातें-

डॉ. राजेंद्र प्रसाद (1950-1962)

देश के पहले राष्ट्रपति डॉ. राजेंद्र प्रसाद सबसे लंबे समय तक इस पद पर रहे. वह 12 साल तक  देश के राष्ट्रपति रहे. उन्हें भारत रत्न से भी नवाजा गया था. 

डॉ. जाकिर हुसैन (1967-1969)

डॉ. जाकिर हुसैन देश के तीसरे राष्ट्रपति बने. वह पहले मुस्लिम थे जो इस पद तक पहुंचे. 13 मई 1967 में वह देश के राष्ट्रपति चुने गए थे, लेकिन वह सबसे कम सिर्फ दो साल तक इस पद पर रहे. वह ऐसे पहले राष्ट्रपति थे जिनका अपने कार्यकाल के दौरान ही  (3 मई, 1969) को निधन हो गया था. 

डॉ. नीलम संजीव रेड्डी (1977-1982)


डॉ. नीलम संजीव रेड्डी देश के छठे राष्ट्रपति थे. उनके नाम के साथ तीन और भी रिकॉर्ड जुड़े हैं. सन् 1977 में वह निर्विरोध रूप से देश के राष्ट्रपति चुने गए थे. इस दौरान 37 में से 36 लोगों के नामांकन खारिज कर दिए गए थे. इसके अलावा वह देश के सबसे युवा राष्ट्रपति थे. इस वजह से उन्होंने अपनी सैलरी भी 70% कटौती के साथ ली.

ज्ञानी जैल सिंह  (1982–1987)

ज्ञानी जैल सिंह भारत के पहले सिख राष्ट्रपति थे. उनके कार्यकाल के दौरान ही सन् 1984 में सिख विरोधी दंगे हुए थे. इसमें ऑपरेशन ब्लू स्टार भी शामिल है. पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की हत्या भी इसी दौरान हुई थी. 

के.आर.नारायणन (1997–2002)


के.आर. नारायणन देश के 10वें और पहले दलित राष्ट्रपति थे. बताया जाता है कि भारतीय विदेश सेवा से रिटायर होने के बाद उन्होंने इंदिरा गांधी के कहने पर ही राजनीति में कदम रखा था. वह केरल से लगातार तीन बार सांसद रहे, राजीव गांधी की सरकार में कैबिनेट मंत्री और फिर उपराष्ट्रति बने. इसके बाद वह 1997 में देश के पहले दलित राष्ट्रपति बने. उन्हें एक स्वतंत्र राष्ट्रपति के तौर पर जाना जाता है.  

प्रतिभा पाटिल (2007-2012)

प्रतिभा पाटिल भारत की पहली महिला राष्ट्रपति थीं. वह सन् 2007 में देश के 12वें राष्ट्रपति के तौर पर चुनी गई थीं. जानने वाली बात यह है कि उनके राष्ट्रपति बनने के साथ ही महाराष्ट्र से पहली बार कोई शख्स इस पद तक पहुंचा था. इसके अलावा वह सन् 2004 में राजस्थान की पहली महिला गर्वनर भी बनी थीं.