Products Ban in India: भारत में खुलेआम बिकने वाले ये प्रोडक्ट विदेशों में हैं बैन, किंडर जॉय से लेकर ऑल्टो और नैनो शामिल

भारत में बिकने वाले कई प्रोडक्ट विदेशों में बैन हैं. खराब गुणवत्ता के कारण इन पर जुर्माना भी लग चुका है.

डीएनए हिंदी: हम सभी अपनी रोजमर्रा की जिंदगी में कई सारे सामानों का इस्तेमाल करते हैं जैसे साबुन, कार, एनर्जी ड्रिंक्स, चॉकलेट, कैंडी, दूध आदि. आपको ये जानकर हैरानी होगी कि ऐसे कई प्रोडक्ट्स हैं जो भारत में धड़ल्ले से खुलेआम बिक रहें हैं पर इन्हेंस्वास्थ्य कारणों के मद्देनजर विदेशों में बैन कर दिया गया है. आइए आज आपको ऐसे ही प्रोडक्ट्स के बारे में हम बताते हैं आखिरी क्यों और किसलिए इन प्रोडक्ट्स की बिक्री विदेशों में पूरी तरह से प्रतिबंधित यानी की बैन है.

लाइफबॉय साबुन से नहलाते हैं जानवर

विदेशों में बैन प्रोडक्ट्स की लिस्ट में सबसे पहले नंबर पर आता है भारत के घर-घर मिलने वाले लाइफबॉय साबुन (lifebuoy soap) का. इस साबुन को त्वचा के लिए खतरनाक माना गया है. विदेशों में इसका उपयोग केवल कुछ विशिष्ट जानवरों को नहलाने के लिए किया जाता है. हालांकि भारत में यह साबुन बड़े पैमाने पर बिकता है. इस साबुन से लोग अपने जानवरों को नहीं नलहाते बल्कि खुद नहाते हैं.  

किंडर जॉय चॉकलेट अमेरिका में बैन

बच्चों की सबसे पसंदीदा चॉकलेट किंडर जॉय को विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने एक आधिकारिक बयान जारी कर खतरनाक बताया था. WHO का कहना था कि इसका लिंक साल्मोनेला (salmonella poisoning) नाम के जहर से पाया गया है. कुछ देशों का मानना था कि इस चॉकलेट के साथ जो खिलौना आता है बच्चे गलती से उसे निगल भी सकते हैं. अमेरिका में इस प्रोडक्ट के इंपोर्ट पर पूरी तरह से बैन है.

जैली वाली कैंडी है खाफी खतरनाक

चॉकलेट के बाद बच्चों द्वारा पसंद की जाने वाली यह दूसरी चीज है. बच्चे ना सिर्फ इन कैंडियों से खेलते हैं बल्कि खाते भी हैं. अमेरिका, कनाडा और ऑस्ट्रेलिया में जैली कैंडी पूरी तरह बैन है. इन देशों की हेल्थ ऑर्गेनाइजेशन को लगता है कि इनको खाने से बच्चों में घुटन का खतरा बढ़ जाता है. इससे जुड़े कई मामले सामने भी आए हैं इसलिए उन्होंने इस पर बैन लगा दिया पर भारत में ये कैंडी आसानी से मिल जाती हैं.

कीटनाशक का उपयोग विदेशों में बैन

विदेशों में कार्बेरिल, मैलाथियान, एसेफेट, डायमेथोएट, क्लोरपाइरीफॉस, लिंडेन, क्विनालफॉस, फॉस्फैमिडोन, कार्बेन्डाजिम जैसे लगभग 60 ऐसे कीटनाशक (pesticides ) हैं जो स्पष्ट रूप से प्रतिबंधित हैं लेकिन भारत में खुले तौर पर बेचे जाते हैं. अच्छी फसल, अधिक उत्पादन और फसलों को कीड़ों से बचाने के लिए भारतीय किसान इन केमिकल्स का काफी उपयोग करते हैं. ऐसे में जब केमिकल्स से उत्पाद तैयार होता है तो उसको खाने के बाद लंबे समय तक वह मानव शरीर पर कई दुष्प्रभाव छोड़ते हैं. 

रेड बुल एनर्जी ड्रिंक कई देशों में बैन

फ्रांस और डेनमार्क में आधिकारिक तौर पर इस ड्रिंक (Red Bull) पर प्रतिबंधित लगा दिया गया है. लिथुआनिया में 18 वर्ष से कम उम्र के लोगों के लिए पूरी ड्रिंक बैन है. एक परीक्षण के दौरान ये पाया गया कि इस ड्रिंक को पीने वालों में  हृदय की समस्याएं, डिप्रैशन और हाइपरटेंशन आदि की समस्याएं पैदा होती है. साथ ही जो इन बीमारियों से जूझ रहें हैं उनमें यह इन समस्याओं को और अधिक बढ़ा देती हैं.
 

मारुति सुजुकी ऑल्टो 800 कई देश में बैन

कई सालों तक भारतीयों की घर की शान बनी रही मारुति 800 (maruti suzuki alto 800) कार जिसे फैमली कार का दर्जा भी दिया गया विदेशों में इस कार पर बैन लगा हुआ है. इस कार पर कई सारे परीक्षण किए गए और सुरक्षा परीक्षणों और दिशानिर्देशों का पालन करने में यह कार हर बार फेल होती रही. सुजुकी ऑल्टो 800 कई देशों में कानूनी रूप से बैन है लेकिन आज भी भारत में यह कार काफी लोकप्रिय है.

टाटा नैनो क्रैश टेस्ट में फेल

देश की सबसे भरोसेमंद कंपनी टाटा की एक कार टाटा नैनो (Tata Nano) भी विदेशों में बैन है क्योंकि ग्लोबल NCAP द्वारा आयोजित 'क्रैश टेस्ट' में 'टाटा नैनो खरी नहीं उतर पाई. इसका साफ मतलब है कि कार में सवार व्यक्ति अपनी जान जोखिम में डालेगा यह अन्य देशों में कानूनी रूप से प्रतिबंधित है लेकिन भारत में उपलब्ध है.