15 अगस्त से अलग है 26 जनवरी मनाने का तरीका, दोनों में हैं ये 5 बड़े अंतर

वैसे तो 15 अगस्त और 26 जनवरी दोनों ही राष्ट्रीय पर्व हैं, लेकिन दोनों को मनाने में कई अंतर होते हैं. क्या आप इनके बारे में जानते हैं-

देश भर में इन दिनों स्वतंत्रता दिवस की तैयारियां चल रही हैं. इस बार का जश्न खास होगा क्योंकि इस बार आजादी के 75 साल पूरे हो रहे हैं. इसी उपलक्ष्य में आजादी का अमृत महोत्सव मनाया जा रहा है. इसके तहत हर-घर तिरंगा जैसे अभियान भी शुरू किए गए हैं. ये तो हुई स्वतंत्रता दिवस की बात और आपको लगता होगा कि स्वतंत्रता दिवस और गणतंत्रता दिवस दोनों ही हमारे राष्ट्रीय पर्व हैं. इसमें सिर्फ तारीख का अंतर है. इसके अलावा एक तारीख को हम स्वतंत्र हुए और दूसरी को हमारा संविधान लागू हुआ था. मगर बात सिर्फ इतनी नहीं है जानते हैं कि 26 जनवरी गणतंत्र दिवस और 15 अगस्त स्वतंत्रता दिवस में क्या अंतर होता है-

पहला अंतर


स्वतंत्रता दिवस और गणतंत्रता दिवस में झंडा फहराने का तरीका अलग होता है. 15 अगस्त के दिन झंडे को नीचे से रस्सी से खींचकर ऊपर ले जाते हैं और फिर खोल कर तिरंगा फहराया जाता है. इसे ध्वजारोहण यानी Flag Hoisting कहा जाता है. वहीं 26 जनवरी के दिन झंडा ऊपर ही बंधा रहता है इसे झंडा फहराना यानी Flag Unfurling कहा जाता है.

दूसरा अंतर


15 अगस्त को देश के प्रधानमंत्री ध्वजारोहण करते हैं. वहीं 26 जनवरी के दिन देश के संवैधानिक प्रमुख राष्ट्रपति झंडा फहराते हैं.

तीसरा अंतर


15 अगस्त को ध्वजारोहण लाल किले से किया जाता है तो 26 जनवरी के दिन झंडा राजपथ पर फहराया जाता है.

चौथा अंतर


15 अगस्त पर देश की सैन्य ताकत का प्रदर्शन या सांस्कृतिक कार्यक्रम किया जाता है, जबकि 26 जनवरी को सांस्कृतिक कार्यक्रमों के आयोजन के साथ ही सैन्य ताकत का प्रदर्शन भी किया जाता है. 

पांचवां अंतर


15 अगस्त को ऐसा कोई कार्यक्रम नहीं होता और इसलिए कोई मुख्य अतिथि भी नहीं होते. जबकि 26 जनवरी के दिन समारोह में मुख्य अतिथि होते हैं.