क्या है नागालैंड हॉर्नबिल फेस्टिवल, जिसे रद्द किया गया AFSPA विरोध में ?

AFSPA के विरोध में नागालैंड का सिग्नेचर हॉर्नबिल फेस्टिवल रद्द कर दिया गया है. हॉर्नबिल फेस्टिवल हर साल 1 से 10 दिसम्बर तक मनाया जाता है.

हाल में हुई हिंसा के ख़िलाफ़ और AFSPA के विरोध में नागालैंड का सिग्नेचर हॉर्नबिल फेस्टिवल रद्द कर दिया गया है. हॉर्नबिल फेस्टिवल हर साल 1 से 10 दिसम्बर तक मनाया जाता है. पहला हॉर्नबिल फेस्टिवल 2000 में मनाया गया था. नागालैंड में कई जनजातियां हैं. इसकी शुरुआत इन जनजातियों के बीच आपसी मेलजोल को बढ़ाने के लिए हुई थी.

लोककथाओं का नायक पक्षी

हॉर्नबिल नागालैंड की कई जनजातीय लोक कथाओं का हीरो है. इसी वजह से इस ख़ूबसूरत पक्षी के नाम पर हॉर्नबिल  फेस्टिवल का नाम रखा गया. हॉर्नबिल को आदर के सन्दर्भ में भी देखा जाता है.

जनजातीय कला संगीत का प्रदर्शन

नागालैंड की 60 प्रतिशत से अधिक जनसंख्या ट्राइबल है.  हॉर्नबिल फेस्टिवल में ट्राइब्स अपनी कला और अपने गीत-संगीत का भी प्रदर्शन करते हैं.

खेल, आर्ट और क्राफ्ट से लेकर ब्यूटी कॉन्टेस्ट तक

हफ़्ते से अधिक चलने वाले इस फेस्टिवल में कई तरह के आयोजन होते हैं. स्थानीय आर्ट एंड क्राफ्ट के अलावा जनजातीय खेल-कूद और साथ ही साथ मिस नागालैंड कॉन्टेस्ट का आयोजन भी होता है.

कोहिमा में होता है यह उत्सव

हॉर्नबिल फेस्टिवल नागालैंड की राजधानी कोहिमा में मनाया जाता है. दरअसल हॉर्नबिल फेस्टिवल कोहिमा से दस किलोमीटर दूर किसिमा गांव में मनाया जाता है.

टूरिस्ट अट्रैक्शन

नागालैंड के  हॉर्नबिल फेस्टिवल को देश-विदेश के पर्यटन में लगभग वही दर्जा हासिल है जो गोवा के सनबर्न फेस्टिवल को हासिल है.