1983 World Cup: जब 6 रन पर आउट हो गए थे कपिल देव, फिर इन खिलाड़ियों ने दिलाई जीत

पुष्पेंद्र शर्मा | Updated:Dec 03, 2021, 11:47 AM IST

yashpal sharma

यशपाल शर्मा ने 133 गेंदों में 89 रन ठोक धूम मचा दी. यशपाल ही एकमात्र बल्लेबाज थे, जो विंडीज के गेंदबाजों के खिलाफ चौके मारने में सफल रहे.

डीएनए हिंदी: 1983 वर्ल्ड कप पर बॉलीवुड फिल्म '83' 24 दिसंबर को रिलीज होगी. इसके ट्रेलर ने क्रिकेटप्रेमियों में रोमांच भर दिया है. दरअसल, वर्ल्ड कप में ऐसे कई मैच खेले गए, जो क्रिकेट का इतिहास बन गए.

एक ऐसा ही मैच था 1979 वर्ल्ड कप चैंपियन वेस्ट इंडीज के खिलाफ. 83 वर्ल्ड कप में भारतीय टीम अंडरडॉग थी क्योंकि इससे पूर्व वह वर्ल्ड कप में एक भी मैच नहीं जीत सकी थी. ये भी संयोग था कि 83 वर्ल्ड कप में भारत का पहला मैच वर्ल्ड चैंपियन वेस्ट इंडीज के खिलाफ होना था.

भारतीय टीम को 'पिद्दी सी' मानने वाली विंडीज पहले मुकाबले में आत्मविश्वास से लबरेज थी. वर्ल्ड कप के चौथे मैच के तहत 9 जून को ओल्ड ट्रेफर्ड मैनचेस्टर में खेले गए इस मुकाबले में कुछ ऐसा हुआ जो दुनिया के लिए चमत्कार बन गया.

विंडीज ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी के लिए भारतीय टीम को आमंत्रित किया. बल्लेबाजी करने उतरी भारतीय टीम के ओपनर सुनील गावस्कर (19) और के. श्रीकांत (14) सस्ते में आउट हो गए. इनके बाद मोहिंदर अमरनाथ 60 गेंदों में 21 रन बनाकर पवेलियन लौट गए.

फिर जैसे-तैसे संदीप पाटिल और यशपाल शर्मा ने पारी को संभाला लेकिन पाटिल को गोम्स ने बोल्ड कर चलता कर दिया. भारत के 4 विकेट 125 रन पर गिर गए. थोड़ी देर बाद ही कप्तान कपिल देव 6 रन बनाकर चलते बने.

यशपाल शर्मा की विस्फोटक पारी
भारत की बिगड़ती स्थिति को अब यशपाल शर्मा ने संभाला. यशपाल के आगे विंडीज की तूफानी गेंदें आईं लेकिन वे मैदान पर डटे रहे. क्रीज पर जमने के बाद पांचवें नंबर के बल्लेबाज यशपाल शर्मा ने कहर बरपाना शुरू कर दिया. उन्होंने एक के बाद एक 9 चौके ठोक क्रिकेट के गलियारों में कोहराम मचा दिया.

विंडीज के गेंदबाजों के होश उड़ा चुके यशपाल ने 133 गेंदों में 89 रन ठोक धूम मचा दी. यशपाल ही एकमात्र बल्लेबाज थे, जो विंडीज के गेंदबाजों के खिलाफ चौके मारने में सफल रहे. उनके अलावा कोई भी बल्लेबाज बाउंड्री नहीं लगा पाया. रोजर बिन्नी ने 27, मदन लाल ने 21, सैयद किरमानी ने 1 और रवि शास्त्री ने 5 रन बनाए.

बिन्नी और शास्त्री ने दिला दी जीत
भारतीय टीम ने यशपाल की शानदार पारी की बदौलत कुल 60 ओवर में 262 रन बनाए. लक्ष्य का पीछा करने उतरी विंडीज के लिए ये बड़ा स्कोर नहीं था लेकिन उन्हें क्या पता था कि बिन्नी और शास्त्री आज आर—पार के मूड में हैं.

विंडीज का पहला विकेट 49 रन पर गिरा. डेसमोंड हेन्स रन आउट होकर पवेलियन लौटे. इसके बाद ओपनर गॉर्डन ग्रीनेज को बलविंदर संधु ने बोल्ड कर पवेलियन का रास्ता दिखा दिया.

विव रिचर्ड्स को बिन्नी ने 17 रन पर किरमानी के हाथों कैच करा भारतीय टीम का पक्ष मजबूत कर दिया. इसके बाद कप्तान क्लाइव लॉयड को बिन्नी ने बोल्ड कर विंडीज की कमर तोड़ डाली.

इधर, मदन लाल भी कहर बरपाने लगे. मदन ने फॉयड बेकस की गिल्लियां बिखेर जता दिया कि जिस टीम को चैंपियन 'बच्चा' समझने की कोशिश कर रही थी वह किस तैयारी के साथ आई है.

बिन्नी, मदन और संधू की खतरनाक गेंदबाजी देख ऑलराउंडर रवि शास्त्री उत्साह से भर गए. अब बारी शास्त्री की थी. शास्त्री ने मैलकम मार्शल, माइकल होल्डिंग और जियोल गार्नर का विकेट चटकाकर भारतीय टीम को ऐतिहासिक जीत दिला दी. शास्त्री ने 5.1 ओवर में 26 रन देकर 3 और बिन्नी ने 12 ओवर में 48 रन देकर 3 विकेट चटकाए.

यशपाल शर्मा को 89 रन की शानदार पारी के लिए मैन ऑफ द मैच से नवाजा गया. भारतीय टीम के हीरो रहे यशपाल का निधन 13 जुलाई 2021 को हुआ. वह भले ही अब हमारे बीच में नहीं हों लेकिन उनकी यादगार पारियां क्रिकेट की गलियों में गूंजती रहेंगी.

फिल्म '83' के ट्रेलर में आप रणवीर सिंह को ये कहते सुनेंगे कि 'हम यहां वर्ल्ड कप जीतने आए हैं' तब विदेशी मीडिया उनका मजाक उड़ाती दिखती है लेकिन पहले ही मैच से भारतीय टीम ने जिस तरह से अपने इरादे जताए उससे देखकर इस वर्ल्ड कप के रोमांच का अंदाजा लगाया जा सकता है.

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