4 Tips जिनकी हेल्प से आपकी फ़ैमिली बन सकती है Green Family

डीएनए हिंदी वेब डेस्क | Updated:Jan 24, 2022, 06:05 PM IST

ये हैं कुछ टिप्स जिनका इस्तेमाल आप और आपकी फैमिली बन सकती है ग्रीन फैमिली और कम कर सकती है कार्बन फुट प्रिंट...

डीएनए हिंदी : क्या आपको मालूम है कि  आपकी रोज़ की जीवनशैली आपके कार्बन फुटप्रिंट (Carbon Footprint) पर असर डालती है? क्या होता है यह कार्बन फुटप्रिंट? कार्बन फुटप्रिंट हमारे कामकाज के ज़रिये निकलने वाले ग्रीन हाउस गैस (कार्बन डाइ ऑक्साइड और अन्य ज़हरीले गैस) की पूरी मात्रा को कहा जाता है. पर्यावरणविदों का मानना है कि अगर धरती के तापमान में 2 डिग्री की बढ़त से बचना है तो हमें 2050 तक कम से कम प्रति व्यक्ति 2 टन कार्बन फुटप्रिंट कम करना होगा. Timeforchange.org वेबसाइट के मुताबिक फिलहाल हमारा कार्बन फुटप्रिंट प्रति व्यक्ति 11 टन है.

हम ऐसा क्या कर सकते हैं कि कार्बन डाइ ऑक्साइड और अन्य ज़हरीले गैसों का निकलना कम हो जाए.  ये हैं कुछ टिप्स जिनका इस्तेमाल आप और आपकी फैमिली बन सकती है ग्रीन फैमिली -  

निकलने वाले कचरे को रीसायकल करना है होशियारी भरी बात – आपके रोज़मर्रा के कचरे में प्लास्टिक की चीज़ें, शीशे का सामान, न्यूज़ पेपर, मैगज़ीन जैसी चीज़ें निकलती हैं. इन्हें रीसायकल करना कार्बन फुट प्रिंट(Carbon Footprint) को काफी मात्रा में कम कर सकता है.

पीछे की बालकनी में किचन गार्डन उगा लेना भी हेल्प कर सकता है – महानगरों में अक्सर किचन गार्डन की पर्याप्त जगह नहीं होती है. ऐसे जगहों पर बालकनी का उपयोग किचन गार्डन बनाने के लिए किया जा सकता है. किचन कार्बन फुट प्रिंट घटाने में काफ़ी मदद करता है. जहां तक एक व्यस्क पेड़ की बात है, उससे लगभग 48 पौंड तक कार्बन फुट प्रिंट (Carbon Footprint) में कमी होती है. अर्थ यह कि ख़ूब पेड़ लगाना, हरियाली को जगह देना कार्बन फुट प्रिंट घटाने में सहायक है.

कंप्यूटर को स्लीप मोड पर डालना ग्रीन हाउस इमिशन में 126 पौंड की कमी कर सकता है - जी! यह हक़ीक़त है. इतना ही नहीं  वॉटर हीटर, फ्रिज आदि उपकरणों के समझदारी भरे इस्तेमाल से भी ख़ासा फ़र्क़ पड़ सकता है. इन दिनों एनर्जी एफिशियंट फ्रिज और एयर कंडीशनर आ रहे हैं. पुराने एप्लायंस को इनसे बदलना न केवल आपके बिजली बिल में बचत करवाएगा बल्कि पर्यावरण के लिए भी बेहतर होगा.

CFL और LED लाइट्स की ओर जाना - अगर आप उसी पुराने ज़माने के ट्यूब लाइट की रौशनी में हैं तो वक़्त आ गया है कि CFL और LED लाइट्स चुना जाए. 60 वाट के आम लाइट बल्ब की जगह 13 वाट का CFL लगाना साल भर में हज़ार रूपये तक बचा सकता है और कार्बन फुट प्रिंट (Carbon Footprint) में 183 पौंड की कमी कर सकता है.

 

 

 

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