Rahul Gandhi Beard Row: हिमंत बिस्वा के कमेंट से गर्माई राजनीति, जानिए भारत में दाढ़ी पर कब-कब हुई सियासत?
Himanta Biswa Sarma के कमेंट से पहले ही पिछले 2 साल में 11 बार किसी ने किसी की दाढ़ी के कारण राजनीतिक दलों में 'तू तू-मैं मैं' हो चुकी है.
डीएनए हिंदी: पिछले कुछ दिन से गुजरात विधानसभा चुनाव 2022 (Gujarat Assembly Election 2022) पर केंद्रित चल रही भारतीय राजनीति बुधवार को अचानक 'दाढ़ी' पर आकर अटक गई. कारण था असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा (Himanta Biswa Sarma) का पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी (Rahul Gandhi) के दाढ़ी वाले चेहरे की तुलना इराकी तानाशाह सद्दाम हुसैन से कर देना. राहुल की यह दाढ़ी भारत जोड़ो यात्रा (Bharat Jodo Yatra) के दौरान बढ़ी है. हिमंत के गुजरात की रैली में किए इस कटाक्ष के बाद कांग्रेस समेत पूरे विपक्ष ने भाजपा का राजनीतिक घेराव कर दिया है. भारतीय राजनीति में यह पहला मौका नहीं है, जब दाढ़ी को लेकर राजनीतिक सरगर्मी तेज हुई है. पिछले 2 साल में ही ऐसे 11 मामले हो चुके हैं.
आइए जानते हैं कब-कब दाढ़ी को लेकर सियासत हुई है.
1. September 2022: जेल में मुस्लिम युवकों की दाढ़ी काटने पर गरजे ओवैसी
मध्य प्रदेश की राजगढ़ जिला जेल (Rajgarh District Jail) में बंद मुस्लिम युवकों की जबरन दाढ़ी काटे जाने पर हंगामा हुआ. AIMIM चीफ असदुद्दीन ओवैसी (asaduddin owaisi) ने इसे राज्य में सत्ताधारी भाजपा का कारनामा बताया. उन्होंने जबरन दाढ़ी हटाने को हिरासत में प्रताड़ना और अनुच्छेद 25 का उल्लंघन बताया. साथ ही कहा कि दाढ़ी रखने से कोई पाकिस्तानी नहीं हो जाता है.
2. November 2021: कमलनाथ के बिगड़े बोल, पीएम मोदी की दाढ़ी पर कमेंट
मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और वरिष्ठ कांग्रेसी नेता कमलनाथ (Kamalnath) के बोल बिगड़ गए और वे पेट्रोल-डीजल के बढ़ते दामों का कनेक्शन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) की दाढ़ी से जोड़ बैठे. कमलनाथ ने कहा, PM मोदी की दाढ़ी आजकल थोड़ी छोटी हो गई है, इसलिए पेट्रोल के दाम घटे हैं. पिछले 8 महीने में दाढ़ी के साथ-साथ दाम बढ़े थे. इस बयान के बाद जमकर हंगामा हुआ था. इससे पहले भी एक बार कमलनाथ इसी कनेक्शन को जोड़कर आलोचना का शिकार हो चुके थे.
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3. March 2021: थरूर भी जोड़ बैठे पीएम मोदी की दाढ़ी और गिरती GDP का लिंक
कांग्रेस नेता शशि थरूर (Shahi Tharoor) भी ट्वीट में पीएम नरेंद्र मोदी की दाढ़ी और देश की गिरती GDP को लिंक कर बैठे. उन्होंने ट्वीट में साल 2017-18 से 2019-20 तक की GDP का जिक्र किया. साथ में पीएम मोदी की अलग-अलग साइज की दाढ़ी वाली पांच तस्वीर भी पेस्ट की. दाढ़ियों के साइज के हिसाब से GDP ग्राफ ऊपर-नीचे होते हुए दिखाया गया. इस ट्वीट पर थरूर की भी जमकर आलोचना हुई. भाजपा ने उनसे माफी मांगने के लिए कहा.
4. October 2021: कमलनाथ ने पीएम मोदी की दाढ़ी को पेट्रोल-डीजल से जोड़ा
मध्य प्रदेश के कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ ने महंगाई और पीएम नरेंद्र मोदी की दाढ़ी को आपस में जोड़कर हंगामा शुरू करा दिया. बुरहानपुर उपचुनाव में प्रचार करने पहुंचे कमलनाथ ने कहा, दिल्ली में जो दाढ़ी वाले बैठे हैं, उनकी दाढ़ी पेट्रोल-डीजल के दाम बढ़ने पर एक इंच बढ़ जाती है. इससे महंगाई बढ़ रही है और इसका असर लोगों की थाली पर पड़ रहा है.
5. December 2021: यूपी चुनाव में ओवैसी के मुस्लिम दाढ़ी वाला वीडियो वायरल
उत्तर प्रदेश चुनाव के दौरान AIMIM चीफ असदुद्दीन ओवैसी (Asaduddin Owaisi) का मुस्लिम दाढ़ी वाला बयान राजनीतिक हलचल दे गया. सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो में ओवैसी यूपी पुलिस को धमकाते दिखे. ओवैसी कह रहे थे कि मुस्लिमों की दाढ़ी नोंचने वाले पुलिसवालों से कहना चाहता हूं कि हमेशा योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) ही मुख्यमंत्रीनहीं रहेंगे. देश के पीएम भी हमेशा मोदी नहीं रहेंगे. जब हालात बदलेंगे तो तुम्हे कौन बचाएगा?
6. November 2021: भाजपा सांसद ने ही पीएम मोदी की दाढ़ी पर कर दिया कमेंट
मध्यप्रदेश में भाजपा सांसद जनार्दन मिश्रा ही पीएम मोदी की दाढ़ी पर कमेंट करके निशाने पर आ गए. रीवा लोकसभा से सांसद ने बघेली में एक कार्यक्रम में कहा, जब तक पीएम मोदी की दाढ़ी से प्रधानमंत्री आवास तब तक झड़ते रहेंगे, जब तक सबको घर नहीं मिल जाएगा. मोदी एक बार दाढ़ी फटकारते हैं तो 50 लाख घर निकालते हैं और दोबारा हिलाते हैं तो 1 करोड़ घर झड़ जाते हैं.
7. April 2021: असम चुनाव में 'दाढ़ी-लुंगी वालों की सरकार' बयान बना मुद्दा
असम चुनाव के दौरान AIUDF पार्टी प्रमुख बकरुद्दीन अजमल के बेटे ऐसा बयान दे बैठे, जिसे भाजपा नेताओं ने मुद्दा बना लिया. अजमल के बेटे ने कहा, इस बार 'असम में दाढ़ी, टोपी, लुंगी वालों की सरकार'. इस बयान का जिक्र पीएम मोदी ने रैली में किया और कहा, समझ लो, अगली सरकार कैसी बनेगी. उस सरकार वालों ने क्या पहना होगा और कैसे दिखते होंगे. असम की संस्कृति का इससे बड़ा अपमान नहीं हो सकता. इस बयान को भाजपा के पक्ष में NRC के बावजूद बड़े ध्रुवीकरण का कारण माना गया.
8. February 2021: टिकैत बोले- टैगोर जैसा दिखने को दाढ़ी बढ़ा रहे मोदी
दिल्ली में चल रहे किसानों के धरने के दौरान भाकियू अध्यक्ष नरेश टिकैत के बोल बिगड़ गए और वे पीएम मोदी की बढ़ती दाढ़ी पर कमेंट कर बैठे. टिकैत ने कहा, मोदी बंगाल चुनाव में अपना चेहरा इस्तेमाल करना चाहते हैं. इसी कारण उन्होंने दाढ़ी बढ़ाकर अपना चेहरा गुरु रवीन्द्रनाथ टैगोर जैसा बना लिया है.
9. February 2021: तेज प्रताप यादव जोड़ बैठे पेट्रोल और दाढ़ी का लिंक
बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव (Lalu Prasad Yadav) के बड़े बेटे तेजप्रताप यादव (Tej Pratap Yadav) ने भी प्रधानमंत्री मोदी की दाढ़ी पर कमेंट कर दिया. उन्होंने कहा, पेट्रोल के बढ़ते दामों और बढ़ती दाढ़ी में अंतर होता है साहिब, आप लगातार बढ़ाए ही जा रहे हो... इस कमेंट का वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो गया.
10. December 2020: पीएम मोदी बंगाल चुनाव के लिए बढ़ा रहे दाढ़ी
बिहार कांग्रेस के वरिष्ठ नेता प्रेमचंद मिश्रा ने प्रधानमंत्री मोदी की बढ़ती दाढ़ी का लिंक पश्चिम बंगाल में होने वाले विधानसभा चुनावों से जोड़ दिया. मिश्रा ने तंज कसते हुए कहा, रवींद्रनाथ टैगोर जैसा दिखने के लिए दाढ़ी बढ़ाना कोई संयोग है या प्रयोग.
11. October 2020: मुस्लिम दारोगा के सस्पेंशन पर राजनीतिक हल्ला
उत्तर प्रदेश के बागपत जिले में पुलिस अधीक्षक ने एक मुस्लिम सबइंस्पेक्टर को सस्पेंड कर दिया. आरोप था बिना अनुमति दाढ़ी बढ़ाना और अनुशासनहीनता दिखाना. इस कार्रवाई को प्रदेश की भाजपा सरकार का मुस्लिम विरोधी रवैया बताकर विपक्षी दलों ने जमकर हंगामा मचाया.
ये खास बातें भी जानिए...
- भारत में अब तक 14 पुरुष प्रधानमंत्री रहे हैं. इनमें से नरेंद्र मोदी दाढ़ी रखने वाले चौथे प्रधानमंत्री हैं. मोदी से पहले मनमोहन सिंह (Manmohan Singh), आईके गुजराल (Indra Kumar Gujral) और चंद्रशेखर (Chandrashakher) ही दाढ़ी वाले प्रधानमंत्री हुए थे.
- भारत में अब 13 पुरुष राष्ट्रपति चुने गए हैं, लेकिन महज दो राष्ट्रपतियों डॉ. जाकिर हुसैन और ज्ञानी जैलसिंह ही दाढ़ी रखते थे. जाकिर हुसैन मुस्लिम और जैल सिंहसिख समुदाय से ताल्लुक रखते थे.
- पूर्व प्रधानमंत्री चंद्रशेखर कॉलेज के दिनों में एक दोस्त की मदद के लिए जयपुर गए. प्रवास लंबा होने और पसंद का नाई नहीं मिलने से उनकी दाढ़ी बढ़ गई. जब वह विश्वविद्यालय लौटे तो RSS से जुड़े उनके दोस्तों ने मजाक में पूछा, अशोक मेहता (तत्कालीन सोशलिस्ट लीडर) बन रहे हो क्या? इस पर चंद्रशेखर ने तपाक से कहा, गोलवलकर (राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के दूसरे प्रमुख) बनने का विचार है, धीरे-धीरे वही बन जाऊंगा.
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