डीएनए हिंदी: अब तक आपने गोल्ड और सिल्वर ईटीएफ (Gold-Silver ETF) में निवेश के बारे में सुना होगा. लेकिन अब निवेशकों को म्यूचुअल फंड (mutual fund) और शेयर बाजार में निवेश करने के अलावा एक और मौका मिल रहा है. अब निवेशक ऑटो स्टॉक्स में भी ईटीएफ (ETF) के जरिए निवेश कर सकते हैं. बता दें देश में पहला ऑटो ETF लॉन्च कर दिया गया है. देश की लीडिंग म्यूचुअल फंड कंपनी ICICI प्रूडेंशियल म्यूचुअल फंड (ICICI Prudential Mutual Fund) ने पहला ऑटो ETF (एक्सचेंज ट्रेडेड फंड) लॉन्च कर दिया है. यहां पर आप एक हजार रुपये से निवेश शुरू कर सकते हैं.
कब तक खुला रहेगा ETF
ICICI प्रूडेंशियल म्यूचुअल फंड ने जानकारी देते हुए बताया कि ये देश का ये पहला ऑटो ETF है. यह नया फंड ऑफर 5 जनवरी से खुलेगा और 10 जनवरी को बंद होगा. ये एक ओपन एंडेड ETF है जो निफ्टी ऑटो इंडेक्स को ट्रैक करेगा. इस नए फंड का उद्देश्य ऑटो और इससे जुड़ी ब्लूचिप कंपनियों में निवेश करने का है. यह निवेश का अच्छा मौका है.
मजबूत रिकवरी के संकेत
मैक्रो एक्टिविटीज और अर्थव्यवस्था के खुलने से मजबूत रिकवरी होने में सफलता मिल रही है. इस वजह से इसमें डिमांड दिख रही है. इसे ICICI प्रूडेंशियल निफ्टी ऑटो ETF नाम दिया गया है. इसका उद्देश्य ऑटो कंपनियों के शेयर्स में इन्वेस्टमेंट करके रिटर्न देने का है. इस बारे में कंपनी के प्रोडक्ट हेड चिंतन हरिया कहते हैं "हमारा मानना है कि ICICI प्रूडेंशियल निफ्टी ऑटो ETF के जरिए निवेशक भारतीय ऑटोमोबाइल इंडस्ट्री के उभरते हुए सेगमेंट में निवेश करने में सक्षम होंगे"
ऑटो इंडस्ट्री में फायदा हो रहा है
ऑटो इंडस्ट्री में तेजी के साथ फायदा हो रहा है. बता दें कि कम मजदूरी पर लेबर का मिलना इस सेक्टर के लिए फायदेमंद साबित हो रहा है. साथ ही सरकार की योजनाएं भी ऑटो इंडस्ट्री के हित में कामगार साबित हो रही हैं.
टॉप 10 होल्डिंग में मारुति
बता दें कि इंडेक्स के टॉप 10 ऑटो होल्डिंग में मारुति का वजन 19% से ज्यादा है. वहीं टाटा मोटर्स (Tata Motors) का 16.78%, महिंद्रा एंड महिंद्रा (M&M) का हिस्सा 16.32%, बजाज ऑटो का 8.61% और आयशर मोटर्स (Eicher Motors) का 6.74 % हिस्सा है. ICICI प्रूडेंशियल निफ्टी ऑटो ETF लार्ज कैप कंपनियों में निवेश करेगा जो इलेक्ट्रिक व्हीकल्स पर फोकस करेगा. इस समय इसके पास कुल 7 ETF हैं. पूरी दुनिया में ऑटो के रिसर्च एंड डेवलेपमेंट पर 31 डॉलर का निवेश होता है. इसमें करीब 40 फीसदी हिस्सा भारत का है. वहीं भारत में मारुती का मार्केट 50% है. इस समय लगभग 2 लाख गाड़ियों के आर्डर कतार में हैं.