डीएनए हिंदी: अक्सर कहा जाता है कि मिल-बांटकर खाने से प्यार बढ़ता है लेकिन कनाडा (Canada) के वैज्ञानिकों ने एक अध्ययन में दावा किया है कि ऐसा करने से वजन ज्यादा बढ़ने की संभावना रहती है. यह अध्ययन 'कंज्यूमर साइकोलॉजी' पत्रिका में प्रकाशित किया गया है.
कनाडा के वैज्ञानिक नखेत टेलर और थियोडोर नोजवर्दी के अनुसार, हम अक्सर किसी रेस्तरां में परिवार या दोस्तों के साथ चिप्स-नमकीन जैसी खाने-पीने की अन्य छुटपुट चीजें शेयर करते हैं. ऐसा करने से अत्यधिक कैलोरी की खपत को बढ़ावा मिल सकता है और यह आदत लोगों में भोजन से बढ़ने वाले वजन को नजरअंदाज करने का सबब बनती है.
वैज्ञानिकों ने अपने शोध के लिए 719 लोगों पर तीन प्रयोग किए. इनमें से एक प्रयोग में उन्होंने पाया कि अलग-अलग प्लेट में चिप्स खाने की तुलना में एक दोस्त के साथ एक ही प्लेट से चिप्स खाने से 15 फीसदी कम वजन बढ़ा जबकि अकेले चिप्स खाने से 18 फीसदी कम वजन बढ़ा.
उन्होंने कहा, कई बार हमारे सामने एक ही प्लेट पर खाना रखा होता है और हमें अच्छी तरह मालूम होता है कि हम कितनी कैलोरी ले रहे हैं लेकिन इस दौरान हम सोचते हैं कि चूंकि खाने की यह प्लेट सिर्फ हमारी नहीं है, इसमें से बाकी लोग भी खा रहे हैं तो हमने इसमें जो खाया है उससे हमारा वजन नहीं बढ़ेगा.
यानी दूसरों के साथ खाना शेयर करते वक्त लोगों में कम वजन बढ़ने की भावना आती है क्योंकि उन्हें लगता है कि यह खाना सिर्फ उनका नहीं है.
अध्ययन में यह भी पाया गया कि शेयर करते वक्त हम यह विचार नहीं कर पाते कि खाने में कितना घी-तेल है. हम इसे 'फ्री' की तरह देखते हैं और ज्यादा से ज्यादा खाना चाहते हैं. यानी मिल-बांटकर खाने से वेट कंट्रोल करने में समस्या हो सकती है. दूसरों के साथ शेयर कर खाते-पीते वक्त हम ज्यादा कैलोरी ले बैठते हैं.