E-Census: 18 का होते ही खुद बन जाएगा वोटर आईडी कार्ड, जानें और क्या-क्या होंगे फायदे 

कुलदीप सिंह | Updated:May 10, 2022, 07:50 AM IST

E-Census Benefits: ई-जनगणना से अगले  25 सालों के लिए नीति बनाई जाएगी. यह जनगणना त्रुटिरहित और मल्टीपरपस होगी.

डीएनए हिंदीः केंद्र सरकार ई-जनगणना (E-Census) की तैयारी कर रही है. केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह (Amir Shah) ने साफ कर दिया कि अगली जनगणना ई-जनगणना होगी. उनका कहना है कि यह जनगणना 100 फीसदी सही हो सकेगी. अमित शाह ने कहा कि अगली ई-जनगणना से आगे के  25 सालों के लिए नीति बनाई जाएगी. उन्होंने कहा कि 2024 तक हर जन्म और मृत्यु का पंजीकरण जनगणना रजिस्टर में होगा. यानी हमारी जनगणना अपने आप अपडेट हो जाएगी.

क्या होती है ई-जनगणना
दरअसल ई-जनगणना को इलेक्ट्रॉनिक जनगणना कहते हैं. इसमें बच्चे के जन्म से लेकर उसकी मृत्यु रजिस्टर तक का पूरा डेटा रखा जाता है. सभी डेटा ऑनलाइन जुड़ता है. सरकार ने इसके लिए एक खास सॉफ्टवेयर तैयार किया है. इस तरह से अपने आप जनगणना अपडेट होती रहेगी. ई जनगणना में हाईटेक, मल्टीपरपस सेंसस ऐप से जन्म, मृत्यु, परिवार की आर्थिक हालत जैसे तमाम व्यक्तिगत जानकारी अपडेट की जाएगी.

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ई-जनगणना से क्या होंगे फायदे 
ई-जनगणना सबसे सटीक और वैज्ञानिक जनगणना होगी. ऐसे में जैसे ही बच्चा 18 साल का होता है तो उनका वोटर लिस्ट में नाम जुड़ जाएगा. जबकि किसी की मौत होगी तो नाम हटा दिया जाएगा. इस नई व्यवस्था से नाम/पता बदलने में भी आसानी होगी. ई-जनगणना त्रुटिरहित और मल्टीपरपस होगी. इसमें व्यक्तिगत जानकारी भी अपडेट किया जा सकेगा. जिससे आम आदमी को सरकारी दफ्तर के चक्कर नहीं लगाने पड़ेंगे.

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