हल्की फुल्की रीडिंग के लिए बेस्ट हैं ये 5 किताबें

बिलाल एम जाफ़री | Updated:Jul 24, 2024, 07:25 PM IST

हल्की रीडिंग के लिए पढ़िए कुछ मजेदार किताबें.

नई हिंदी की वो चुनिंदा 5 किताबें जो हैं तो लाइट रीडिंग के लिए. मगर इनमें ऐसा बहुत कुछ है, जो न केवल एंटरटेन करता है. बल्कि एक ही वक़्त में आप अपने अंदर कई सारे भावों का संचार होते हुए भी देखते हैं.

ये दौर भले ही सोशल मीडिया का क्यों न हो, लेकिन हर समय फेसबुक, X या इंस्टाग्राम पर नहीं रहा जा सकता. इंसान की जिंदगी में एक वक़्त वो भी आता है, जब उसे महसूस होता है कि, वो सब के बीच रहकर भी सब से दूर हो. उस क्षण उसके हाथ में कोई अच्छी सी किताब हो. जिसका आनंद लेते हुए वो एक बिलकुल ही अलग दुनिया में खो जाए.

तो आइये इसी क्रम में चर्चा की जाए उन किताबों पर, जो हैं तो लाइट रीडिंग के लिए. मगर इनमें ऐसा बहुत कुछ है, जो न केवल एंटरटेन करता है. बल्कि एक ही वक़्त में आप अपने अंदर कई सारे भावों का संचार होते हुए देखते हैं.

प्रकाशक - हिंद युग्म 

किताब - चांदपुर की चंदा ( उपन्यास) 

लेखक - अतुल कुमार राय 

मूल्य - 284 

साहित्य अकादमी युवा पुरस्कार से सम्मानित 'चांदपुर की चंदा' नाम के इस उपन्यास की  विषय वस्तु बहुआयामी है. 21 वीं शताब्दी के पहले दशक की ग्रामीण अवस्था बताता यह उपन्यास इसलिए भी खास है क्योंकि इसमें एक तरफ जहां हमें शहरों का शहरीकरण दिखाई देता है.  वहीं दूसरी तरफ हम अपनी मूल छवि से आगे निकलते हुए गांवों की मनोदशा  को भी इसके माध्यम से समझ सकते हैं.  

प्रकाशक - हिंद युग्म 

किताब - ठीक तुम्हारे पीछे ( उपन्यास) 

लेखक - मानव कौल 

मूल्य - 161 

लेखन की पारंपरिक विधा से ठीक अलग बिल्कुल ही नई शैली में लिखी गई ये किताब मनोरंजक तो है ही साथ ही ये विचारपूर्ण भी है. बतौर लेखक मानव कौल की इस किताब को पढ़ते हुए आप यही महसूस करेंगे कि आपकी सोच और चिंतन एक अलग ही लेवल पर चला गया है. इस किताब की खास बात ये भी है कि इसकी हर एक कहानी आपको अलग तरह की मनोदशा का अनुभव कराती है.

प्रकाशक - हिंद युग्म 

किताब - लपूझन्ना (उपन्यास)

लेखक - अशोक पाण्डे 

मूल्य - 196 

80 और 90 के दशक में बचपन और उसके रंग कैसे थे अगर इसे समझना हो तो अशोक पाण्डे की किताब लपूझन्ना से बेहतर शायद ही कुछ हो. कह सकते हैं कि बहुत कम उपन्यास हैं जिन्हें बचपन की उस जमीन पर लिखा गया है जब हम लफत्तू बनने की कोशिश कर रहे होते हैं. इस उपन्यास की खास बात ये है कि इसे पढ़ते हुए एक बार फिर आपका बचपन जिंदा हो जाएगा.

प्रकाशक - हिंद युग्म 

किताब - धूमिल - एक ठेठ कवि (उपन्यास )

लेखक - डॉक्टर रत्नशंकर पाण्डेय 

मूल्य - 199

धूमिल - एक ठेठ कवि धूमिल के व्यक्तित्व और कृतित्व को समझने के लिए एक बेहतरीन किताब है. किताब में धूमिल की प्रतिनिधि रचनाओं का संकलन जिसमें कविता, कहानी, गीत, लेख और संस्मरण सब कुछ है, इसे बेहद खास बनाता है. किताब के विषय में अच्छी बात ये है कि अपने लेखन से लेखक ने धूमिल के साथ पूरा इंसाफ किया है.

प्रकाशक - हिंद युग्म 

किताब - चाय-सी मोहब्बत (कविता संग्रह )

लेखक - परितोष त्रिपाठी

मूल्य - 186 

चाय-सी मोहब्बत एक ऐसी किताब है जिसमें लेखक परितोष त्रिपाठी ने छोटी छोटी कविताओं के जरिये अपने मन के भावों को व्यक्त किया है. बहुत ही साधारण सी भाषा में लिखी गई इस किताब की अच्छी बात ये है कि जब आप इसे पढ़ना शुरू करते हैं तो कहीं भी ये बोझिल नहीं लगती. संग्रह की सभी कविताएं मजेदार हैं और पाठक को हर वो एलिमेंट देती हैं जिसकी उसे तलाश है. 

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