JLF 2024 में शर्मिष्ठा मुखर्जी ने कहा- कांग्रेस को अब गांधी परिवार से बाहर निकलना चाहिए

Written By अनुराग अन्वेषी | Updated: Feb 07, 2024, 01:52 PM IST

jaipur literature festival 2024 के मंच पर पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी की बेटी शर्मिष्ठा मुखर्जी.

JLF 2024: जयपुर लिटरेचर फेस्टिवल में शर्मिष्ठा मुखर्जी ने अपने पिता और पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी की डायरी एंट्रीज का भी खुलासा किया. इसके अलावा कांग्रेस और अपने पिता से जुड़ी कई यादें भी साझा कीं. भाजपा में उनके जाने को लेकर उठे सवालों पर स्पष्ट कहा कि मैं हार्ड कोर कांग्रेसी हूं.

कांग्रेस को अब राहुल गांधी और गांधी परिवार से बाहर निकलने के बारे में सोचना चाहिए. यह बात पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी की बेटी शर्मिष्ठा मुखर्जी ने जयपुर लिटरेचर फेस्टिवल के आखिरी दिन कहीं. इस फेस्टिवल में शर्मिष्ठा मुखर्जी अपनी किताब 'प्रणब माय फादर: ए डॉटर रेमेम्बेर्स' पर बातचीत करने के लिए मौजूद थीं.
इस फेस्टिवल में उन्होंने अपने पिता की डायरी एंट्रीज का भी खुलासा किया. इसके अलावा कांग्रेस और अपने पिता से जुड़ी कई यादें भी साझा कीं. भाजपा में उनके जाने को लेकर उठे सवालों पर स्पष्ट कहा कि मैं हार्ड कोर कांग्रेसी हूं. 

कांग्रेस के हालात से परेशान थे प्रणब

शर्मिष्ठा मुखर्जी ने अपनी किताब पर चर्चा करते हुए कहा कि प्रणब मुखर्जी इंदिरा गांधी के अंधभक्त थे. वे इंदिरा गांधी से पूछकर कपड़े पहनते थे. वहीं अपने जीवन के आखिरी दिनों में वे कांग्रेस के हालात से परेशान थे. मैं भी हार्डकोर कांग्रेसी हूं और मौजूदा हालातों से मुझे भी परेशानी है. यह हर कांग्रेसी नेता के मन के हालात हैं. 

इसे भी पढ़ें : दिल्ली वर्ल्ड बुक फेयर 2024: डेट से लेकर थीम तक और टिकट से पार्किंग तक की डिटेल्स जानें यहां

बीजेपी में जाने की बात कोरी अफवाह

शर्मिष्ठा मुखर्जी ने कहा कि मेरे बीजेपी में जाने की बात कोरी अफवाह है. मैंने राजनीति से संन्यास ले लिया है. मेरा किसी भी राजनीतिक दल का हिस्सा बनने का कोई इरादा नहीं है, लेकिन मैं कांग्रेस की हार्डकोर समर्थक हूं. उन्होंने कहा कि यूपीए के दौरान मेरे पिता ने सोनिया गांधी से कहा था कि एक कमजोर सरकार की जगह विपक्ष में होना ज्यादा बेहतर होता. शर्मिष्ठा ने कहा कि मेरे पिता होते तो कांग्रेस के मौजूदा हालत से काफी परेशान होते. यह सिर्फ उनके ही नहीं, हर कांग्रेसी नेता के मन के हालात हैं. फिलहाल जो हालत है, उससे मुझे भी परेशानी है.

देश-दुनिया की ताज़ा खबरों Latest News पर अलग नज़रिया, अब हिंदी में Hindi News पढ़ने के लिए फ़ॉलो करें डीएनए हिंदी को गूगलफ़ेसबुकट्विटर और इंस्टाग्राम पर.