छात्रों के डमी एडमिशन पर CBSE का एक्शन, दिल्ली-राजस्थान के 27 स्कूलों को भेजा नोटिस

Written By रईश खान | Updated: Sep 05, 2024, 05:27 PM IST

CBSE notice dummy admission 

What is a Dummy School: इंजीनियरिंग और मेडिकल प्रवेश परीक्षाओं की तैयारी करने वाले बड़ी संख्या में छात्र डमी स्कूलों में दाखिला लेना पसंद करते हैं. जिससे वह क्लास लेने स्कूल नहीं जाते.

सेंट्रल बोर्ड ऑफ सेकेंडरी एजुकेशन (CBSE) ने छात्रों के डमी नामांकन को लेकर बड़ा एक्शन लिया है. सीबीएसई ने इस मामले में दिल्ली और राजस्थान के 27 स्कूलों को कारण बताओ नोटिस जारी किया है. बोर्ड ने कहा कि नियमों का उल्लंघन करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी. CBSE ने यह कदम डमी स्कूल की समस्या की जांच करने के बाद उठाया है.

अधिकारियों ने बताया कि डमी स्कूलों की समस्या रोकने के लिए सीबीएसई की कई टीमों ने दिल्ली और राजस्थान के 27 स्कूलों में निरीक्षण किया था. सीबीएसई के सचिव हिमांशु गुप्ता ने कहा, 'निरीक्षण किए गए अधिकांश स्कूलों में बोर्ड के नियमों का उल्लंघन करते हुए पाया गया.' उन्होंने कहा कि इन स्कूलों में छात्रों की वास्तविक उपस्थिति के रिकॉर्ड से अधिक छात्रों को नामांकन किए गए.  इसके अलावा स्कूल बोर्ड के बुनियादी ढांचे के मानदंडों का उल्लंघन करते पाया गया.

हिमांशु गुप्ता ने कहा, 'CBSE ने इन गंभीर उल्लंघनों का संज्ञान लिया और दोषी स्कूलों को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है. नियमों का पालन न करने के दोषी पाए जाने वालों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई पर भी विचार किया जा रहा है. इंजीनियरिंग और मेडिकल प्रवेश परीक्षाओं की तैयारी करने वाले बड़ी संख्या में छात्र डमी स्कूलों में दाखिला लेना पसंद करते हैं, ताकि वे केवल प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी पर फोकस कर सकें.

क्या है डमी स्कूल?
ऐसे छात्र स्कूल में एडमिशन लेने के बाद सिर्फ परीक्षा देने के लिए उपस्थित होते हैं. कई राज्यों में यह गोरखधंधा चल रहा है. जहां स्कूल मोटी रकम लेकर छात्रों का नामांकन कर लते हैं, लेकिन वह छात्रा क्लास लेने स्कूल में फिजिकली उपस्थित नहीं होते.

कुछ राज्यों के छात्रों के लिए मेडिकल और इंजीनियरिंग संस्थानों में उपलब्ध कोटा को ध्यान में रखते हुए अभ्यर्थी डमी स्कूलों का भी चयन करते हैं. उदाहरण के लिए दिल्ली में कक्षा 11 और 12 पूरी करने वाले उम्मीदवारों पर दिल्ली राज्य कोटे के तहत राष्ट्रीय राजधानी के मेडिकल कॉलेजों में प्रवेश के लिए विचार किया जाता है. इस साल की शुरुआत में सीबीएसई ने फर्जी छात्रों और अयोग्य उम्मीदवारों को दाखिला देने वाले 20 स्कूलों की संबद्धता रद्द कर दी थी. (PTI इनपुट के साथ)

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