डीएनए हिंदी: इस दुनिया में ऐसे भी कुछ लोग हैं, जो हर परिस्थिति को पार कर जाते हैं. वह अपने सामने वाले वाली हर चुनौती को टक्कर देकर आगे निकल जाते हैं. मेहनत के बल-बूते वह सब कुछ कर जाते हैं. जिनके बारे में कुछ लोग सोचते तक भी नहीं है. एक ऐसी ही लड़की की कहानी सामने आई है. जो जेल में पैदा हुई और विपरीत परिस्थितियों से लड़ते हुए आज हावर्ड यूनिवर्सिटी में पढ़ने जा रही.
अमेरिका के टेक्सास की रहने वाली 18 साल की ऑरोरा स्काई कास्टनर (Aurora Sky Castner) हावर्ड यूनिवर्सिटी में पढ़ने जा रही हैं. उनके पीछे का संघर्ष जानेंगे तो आप भावुक हो जाएंगे. दरअसल, आम बच्चों की तरह ऑरोरा का जन्म किसी हॉस्पिटल में नहीं हुआ था बल्कि वह जेल में पैदा हुई थी. उनकी मां गाॅलवेस्टन काउंटी उस समय किसी आरोप में जेल में थीं.
यह भी पढ़ें- जमकर धक्कामुक्की के बाद हिरासत में लिए गए पहलवान, जंतर-मंतर से उखाड़े गए तंबू
जेल से बेटी को उठा लाए थे पिता
ऑरोरा के जन्म के बाद उनके पिता उन्हें जेल से घर उठा लाए थे. ऑरोरा को कभी मां का प्यार नहीं नसीब हुआ. पिता ही उनको मां की तरह पालते थे. उनके पिता बहुत गरीबी की दौर से गुजर रहे थे. इसके बावजूद पिता और बेटी ने हार नहीं मानी. ऑरोरा पढ़ाई के लिए खूब मेहनत करती रही और अपनी कक्षा में हमेशा प्रथम आती रही.
यह भी पढ़ें- नई संसद से पीएम मोदी ने जारी किया 75 रुपये का सिक्का, जान लें इसकी खासियतें
कॉलेज टॉप कर गई बेटी
पिता के लिए उस समय सबसे गर्व की बात रही. जब उनकी बेटी कॉलेज टॉप कर गई. कॉलेज टॉप करने के बाद अब
ऑरोरा कानून की डिग्री हासिल करने के लिए हावर्ड विश्वविद्यालय में एडमिशन लेने जा रही. कुछ मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, ऑरोरा की सहेली मोना ने बताया कि उसे हमेशा से ही किताबों से बेहद लगाव था. उसे हर सवाल का जवाब देना आता था. मुझे जब पता चला कि उसका जन्म जेल में हुआ है तो मैं बहुत अचंभित रह गई थी. इसके बाद हम दोनों की दोस्ती और गहरी हो गई.
ऐसे देखा था हॉवर्ड यूनिवर्सिटी में जाने का सपना
ऑरोरा की दोस्त ने यह भी बताया कि एक बार वह दोनों साथ में बात कर रही थी. इस दौरान ऑरोरा ने कहा था कि उसे एक बार हावर्ड यूनिवर्सिटी के कैंपस में जाना है. जिसके बाद से वह हॉवर्ड यूनिवर्सिटी जाने के लिए खूब मेहनत करने लगी. जीवन में कई तरह की चुनौतियों के आने के बाद भी उसने हिम्मत नहीं हारी. अब ऑरोरा का सपना सच होने जा रहा है.
देश-दुनिया की ताज़ा खबरों Latest News पर अलग नज़रिया, अब हिंदी में Hindi News पढ़ने के लिए फ़ॉलो करें डीएनए हिंदी को गूगल, फ़ेसबुक, ट्विटर और इंस्टाग्राम पर.