IIM ग्रेजुएट जिसने 30 लाख की पैकेज छोड़ की UPSC की तैयारी, जानें IAS Abhinav Siwach की सक्सेस स्टोरी

Written By जया पाण्डेय | Updated: Oct 17, 2024, 05:43 PM IST

IAS Abhinav Siwach

जानें अभिनव सिवाच ने कैसे क्रैक की यूपीएससी, कहां हुई आशना चौधरी से मुलाकात...

आईपीएस आशना चौधरी को 'ब्यूटी विद ब्रेन' कहना गलत नहीं है. उन्होंने साल 2022 में यूपीएससी की सिविल सेवा परीक्षा में 12वीं रैंक हासिल की थी. हालांकि फिलहाल वह सोशल मीडिया पर अपनी वायरल तस्वीरों की वजह से चर्चा में हैं. उनके इंस्टाग्राम पर एक कपल फोटो शेयर की गई है जिसे देखकर ऐसा लग रहा है कि उन्होंने सगाई कर ली है. हालांकि अबतक इसकी दोनों ओर से पुष्टि नहीं हुई है.

कहां हुई थी दोनों की मुलाकात
आज हम आपको बताएंगे कि आखिर इस कपल फोटो में उनके साथ कौन है? दरअसल तस्वीर में आईपीएस आशना चौधरी के साथ आईएएस अभिनव सिवाच हैं. उन्होंने भी साल 2022 की यूपीएससी सीएसई की परीक्षा क्रैक की थी और 12वीं रैंक हासिल की थी. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक आशना चौधरी और अभिनव सिवाच की मुलाकात यूपीएससी सिविल सेवा की ट्रेनिंग के दौरान मसूरी में हुई थी. 

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नायब तहसीलदार के पद पर भी कर चुके हैं काम
अभिनव सिवाच की प्रतिभा का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि उन्होंने यूपीएससी की परीक्षा क्रैक करने से पहले  डीएमआईएस परीक्षा में 16वीं रैंक हासिल की थी. उन्होंने इसके बाद सिविल सेवा परीक्षा पास की और दिल्ली, अंडमान और निकोबार, लक्षद्वीप, दमन और दीव, और दादरा और नगर हवेली (सिविल) सेवा (DANICS) के लिए दिल्ली में एसडीएमके पद पर काम किया. उससे पहले वह हरियाणा में नायब तहसीलदार के पद पर कार्यरत थे.

अभिनव सिवाच के पिता सतबीर सिवाच सेलटेक्स विभाग में कमिश्नर के पद पर तैनात हैं और उनका पूरा परिवार फिलहाल हरियाणा के हिसार में रहता है. यह जानना बेहद दिलचस्प होगा कि यूपीएससी परीक्षा पास करने के सपने को पूरा करने के लिए उन्होंने 30 लाख रुपये के पैकेज वाली नौकरी छोड़ दी थी.

आईआईएम कोलकाता से की है पढ़ाई
दैनिक जागरण से बात करते हुए अभिनव सिवाच ने बताया था कि वह आईआईएम कोलकाता से स्नातक हैं और उन्हें एक प्राइवेट कंपनी में 30 लाख रुपये का पैकेज मिला था, लेकिन उन्हें सिविल सेवा में रुचि थी और उन्होंने नौकरी की पेशकश को ठुकराकर यूपीएससी की तैयारी करने का फैसला किया.

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साउथ दिल्ली के एसडीएम के रूप में फुल टाइम जॉब करने के बावजूद उन्होंने अपनी नौकरी के साथ-साथ लगातार सात से आठ घंटे पढ़ाई की. इतना ही नहीं उन्होंने सोशल मीडिया से भी दूरी बना ली थी. 

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