डीएनए हिंदी: UGC News- यदि आप किसी विश्वविद्यालय में जल्द से जल्द असिस्टेंट प्रोफेसर बनना चाहते हैं, लेकिन यह इच्छा पीएचडी अधूरी होने के कारण अटकी हुई है तो ये खबर आपके ही लिए है. विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (UGC) अब असिस्टेंट प्रोफेसर पद पर नौकरी की अनिवार्य योग्यताओं में से पीएचडी को हटाने जा रहा है. यह दावा हम नहीं कर रहे बल्कि खुद UGC चेयरमैन ने एक कार्यक्रम में किया है, जिसकी जानकारी यूजीसी के ऑफिशियल ट्विटर हैंडल से सभी के साथ साझा भी की गई है. हालांकि इसे लेकर ऑफिशियल नोटिफिकेशन कब तक जारी होगा, यह बात फिलहाल स्पष्ट नहीं है.
उस्मानिया यूनिवर्सिटी के प्रोग्राम में दी जानकारी
दरअसल यूजीसी चेयरमैन प्रोफेसर एम. जगदीश कुमार (Mamidala Jagadesh Kumar) उस्मानिया यूनिवर्सिटी कैंपस में UGC-HRDC की बिल्डिंग का उद्घाटन करने गए थे. इसी प्रोग्राम के दौरान उन्होंने सभी को बताया कि अब कॉलेजों और विश्वविद्यालायों में असिस्टेंट प्रोफेसर पद पर भर्ती के लिए वे युवा भी सीधे अप्लाई कर सकते हैं, जिन्होंने UGC NET क्वालिफाई कर लिया है, लेकिन उनकी पीएचडी अभी पूरी या शुरू नहीं हुई है.
खाली पड़े पद जल्दी भर पाएंगे
यूजीसी यदि सही में अनिवार्य योग्यता में यह ढील देता है तो इससे बड़े पैमाने पर एजुकेशन सिस्टम को लाभ होने की संभावना है. इससे कॉलेजों और विश्वविद्यालयों में खाली पड़े असिस्टेंट प्रोफेसर के हजारों पदों पर जल्द भर्तियां हो सकेंगी, जिनसे छात्रों को लाभ होगा.
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