डीएनए हिंदी: देश की सबसे कठिन प्रतियोगी परीक्षा यानी UPSC Exam के रिजल्ट घोषित हो गए हैं. इस बार टॉप 4 पर देश की बेटियों ने कब्जा किया है. इशिता किशोर (UPSC Topper Ishita Kishor) ने इस बार के एग्जाम्स में पहला स्थान प्राप्त कर पूरे देश में टॉप किया है. उनके अलावा इस बार भी ऐसे अभ्यर्थियों की भरमार है, जिन्होंने पहली बार में ही संघ लोक सेवा आयोगी की परीक्षा को क्लियर किया है. इसमें एक नाम सूरज तिवारी (Suraj Tiwari UPSC) का भी है जो कि दिव्यांग हैं. उनकी कहानी काफी इमोशनल कर देने वाली है.
इस बार UPSC में कुल 933 उम्मीदवार सफल हुए हैं. सभी की अपनी सफलता की कहानी है. उनमें से एक सूरज तिवारी की बात करें तो वह उत्तर प्रदेश के मैनपुरी जिले के रहने वाले हैं. सूरज मैनपुरी के कुरावली कस्बे के स्थायी निवासी हैं. उन्होंने 917 रैंक लाकर पहली ही बार में यूपीएससी क्लियर कर लिया है.
अंग्रेजी की कमजोरी पीछे धकेल ऐसे IAS बनीं सुरभि गौतम, जानिए उनका सक्सेस मंत्र
2017 के ट्रेन एक्सीडेंट ने बनाया दिव्यांग
मैनपुरी के मध्यम वर्गीय परिवार से आने वाले सूरज तिवारी दिव्यांग हैं. उनके पिता दर्जी का काम करते हैं. साल 2017 में ट्रेन दुर्घटना में उन्होंने अपने दोनों पैर, एक हाथ और दूसरे हाथ की दो अंगुलियां खो दी थी. इसके बाद भी उनके अंदर कुछ कर गुजरने का जज्बा और यूपीएससी क्लियर करने की चाह थी. अपने इस आत्मविश्वास के दम पर ही सूरज तिवारी ने पहले ही अटेंप्ट में यूपीएससी क्लियर किया है.
इशिता किशोर के UPSC 2022 Topper बनते ही वायरल हुआ उनका मॉक इंटरव्यू, जानें कैसे थे सवाल-जवाब, देखें Video
खुशी में इमोशनल हुए पिता
सूरज तिवारी की इस उपलब्धि से पूरे परिवार में खुशी का माहौल है. आसपास के लोग, रिश्तेदार और मित्र परिवार को बधाइयां दे रहे हैं. सूरज के पिता कहते हैं कि उन्हें अभी भी यकीन ही नहीं हो रहा कि बेटे ने यह सफलता हासिल कर ली है. सूरज के पिता इस दौरान काफी इमोशनल नजर आए.
देश-दुनिया की ताज़ा खबरों Latest News पर अलग नज़रिया, अब हिंदी में Hindi News पढ़ने के लिए फ़ॉलो करें डीएनए हिंदी को गूगल, फ़ेसबुक, ट्विटर और इंस्टाग्राम पर.