डीएनए हिंदी: सैय्यद आमिर हैदर कमाल नकवी. ये नाम बेशक आपने नहीं सुना होगा, लेकिन कमाल अमरोही के बारे में आप जरूर जानते होंगे. हिंदी सिनेमा के जाने-माने फिल्म निर्देशक कमाल अमरोही का ही असली नाम था - सैय्यद आमिर हैदर कमाल नकवी. उनके बारे में सबसे खास बात यह है कि सिर्फ पांच फिल्मों का निर्देशन करके ही वह सिनेमा की दुनिया में मशहूर हो गए. उनकी फिल्में महल, पाकिजा, दायरा, मजनूं, रजिया सुल्तान. वैसे उन्हें क्लासिक फिल्म मुगल-ए-आजम के लिए डायलॉग भी लिखे थे, जो काफी मशहूर हुए और उन्हें बेस्ट डायलॉग राइटर का अवॉर्ड भी मिला. कमाल अमरोही की मशहूरी का एक अहम कारण सिनेमा जगत की ट्रेजेडी क्वीन मीना कुमारी भी थीं.
16 साल की मधुबाला को बना दिया था सुपरस्टार
अमरोही के लिए फिल्में बनाना एक जुनून की तरह था. उन्होंने ही 16 साल की उम्र में मधुबाला को फिल्म महल में रोल दिया और रातोंरात वह सुपरस्टार बन गईं. यह फिल्म भी भारतीय सिनेमा की सबसे बड़ी क्लासिक फिल्मों में शुमार है. इसे भारत की पहली हॉरर फिल्म भी कहा जाता है.
मीना कुमारी से मोहब्बत
इसके बाद अपनी फिल्म अनारकली में उन्होंने मीनाकुमारी को लिया. बजट की वजह से ये फिल्म बन नहीं पाई, मगर कमाल अमरोही रुके नहीं. इसी दौरान मीना कुमारी का एक रोड एक्सीडेंट हो गया और उन्हें पुणे के अस्पताल में एडमिट होना पड़ा. तब कमाल उनसे मिलने अस्पताल पहुंचे. उसके बाद भी वह मीना कुमारी को देखने हर हफ्ते मुंबई से पुणे जाते रहे. इन मुलाकातों की वजह से दोनों के बीच नजदीकियां बढ़ने लगीं. दोनों ने एक-दूसरे को खत लिखना शुरू कर दिया. बेशक 18 साल की मीना कुमारी 31 साल के कमाल अमरोही को लेकर एक झिझक महसूस करती थीं क्योंकि वह पहले ही दो बार शादी के बंधन में बंध चुके थे और उनके तीन बच्चे भी थे. फिर भी कमाल के प्रति उनका प्यार उन्हें रोक नहीं पा रहा था.
दो घंटे में कर ली थी शादी
एक्सीडेंट के बाद मीना कुमारी को वॉर्डन रोड स्थित एक क्लीनिक पर थैरेपी के लिए जाना होता था. इस में उनकी बहन मधु भी उनके साथ होती थी. मीना कुमारी के पिता उन्हें दो घंटे के लिए उस क्लीनिक पर ड्रॉप करके जाते थे. दोनों बहनें पिता के जाने के बाद कमाल से मिलने जाती थीं. ऐसे ही एक दिन जब मीना कुमारी क्लीनिक आईं और उनके पिता उन्हें ड्रॉप करके चले गए, तब उन दो घंटों में ही मीना कुमारी ने कमाल अमरोही से शादी कर ली. दिन था 14 फरवरी 1952. उनकी शादी में एक काज़ी और उनकी बहन मधू मौजूद थी.
12 साल बाद हो गया तलाक
काफी समय तक दोनों की ये शादी गुप्त रही. जब पिता को इसके बारे में पता चला तब उन्होंने मीना कुमारी को तलाक लेने के लिए कहा, लेकिन मीना कुमारी ने उनकी बात नहीं मानी. बीतते समय के साथ मीना कुमारी सुपरस्टार बन गईं. इस वजह से कमाल अमरोही और उनके बीच तनाव पैदा होने लगा. दोनों के अहम टकराने लगे. ये शादी 12 साल तक चली और आखिर 1964 में दोनों का तलाक हो गया. इस दौरान फिल्म पाकीजा की शूटिंग चल रही थी, जो बीच में ही लटक गई.
पाकिजा फिल्म की शूटिंग
1968 में किसी तरह कमाल के बहुत मनाने पर मीना कुमारी पाकीजा की शूटिंग पूरी करने के लिए मान गईं. ये फिल्म पूरी हुई और आज भी हिंदी सिनेमा की बेहतरीन फिल्म मानी जाती है. ये बात अलग है कि इस फिल्म की शूटिंग के दौरान मीना कुमारी काफी बीमार थीं और ये उनकी आखिरी फिल्म साबित हुई.
इस फिल्म की कामयाबी और मीना कुमारी की मौत दोनों से कमाल अमरोही एकदम बिखर गए. इसके बाद उन्होंने एक दशक तक कोई फिल्म नहीं बनाई. दस साल बाद रजिया सुल्तान से उन्होंने वापसी की, मगर ये फिल्म ज्यादा नहीं चल पाई. फिर भी एक बात कही जा सकीत है कि कमाल अमरोही ने जो भी काम किया, पूरी चाहत और जुनून से किया.