डीएनए हिंदी: बॉलीवुड की धाकड़ क्वीन कंगना रनौत (Kangana Ranaut) एक बार फिर सुर्खियों में हैं. इस बार वो किसी फिल्म को लेकर नहीं बल्कि बॉलीवुड और साउथ फिल्मों (Bollywood vs South) के बीच छिड़ी बहस को लेकर चर्चा हैं. हाल ही में एक इंटरव्यू में उन्होंने कहा कि बॉलीवुड की फिल्में क्यों फ्लॉप हो रही हैं और वहीं साउथ की फिल्में क्यों एक के बाद एक हिट हो रही हैं. यही नहीं हाल ही में उन्होंने अपनी फिल्म धाकड़ (Dhakad) की रिलीज के पांच महीने बाद उसकी असफलता को स्वीकार किया है. कंगना ने कहा कि बॉलीवुड वेस्टर्न कल्चर (Western culture in Bollywood) को अपनाने में लगा हुआ है. वहीं साउथ की फिल्मों में भारतीय रूट्स (Indian Roots in South Films) दिखने को मिलती हैं.
आज तक से बात करते हुए, कंगना रनौत ने फिल्म इंडस्ट्री में आए बदलाव को लेकर टिप्पणी की है. उन्होंने बॉलीवुड फिल्मों पर हमला बोलते हुए कहा कि लंबे समय तक भारतीयों को उनकी पहचान को लेकर बॉलीवुड ने गिल्ट महसूस करवाया है और खराब तरीके से पेश किया है, जबकि साउथ फिल्म इंडस्ट्री ने गर्व के साथ भारतीयता को दिखाया है. यही वजह है कि लोग अब साउथ की फिल्मों को पसंद कर रहे हैं. हिट फिल्मों की जड़ें भारतीय हैं. कांटारा और पोन्नियिन सेलवन -1 इसका उदाहरण है.
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धाकड़ के फ्लॉप होने पर पहली बार तोड़ी चुप्पी
कंगना कई बार अपनी फिल्म धाकड़ को डिफेंड करती नजर आईं पर अब उन्होंने खुद मान लिया है कि उनकी फिल्म क्यों फ्लॉप हो गई. आज तक से बात करते हुए एक्ट्रेस ने कहा, 'फिल्मों को लेकर मैंने काफी अलग-अलग तरह से सोच है. अगर आप हिट फिल्मों को देखें तो उसमें भारतीय रूट्स हैं. कंतारा को देखें, इन फिल्मों में इंडिया को माइक्रो लेवल पर दिखाया गया जिसमें डिवोशन और आध्यात्मिकता है.'
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कंगना ने आगे कहा, 'बॉलीवुड की फिल्में भारतीय कल्चर से काफी दूर चली गई हैं. वेस्टर्न फिल्मों को बनाने के ट्रेंड में मुझे लगता है कि लोग फिल्मों से कनेक्ट नहीं कर पा रहे हैं. मेरी भी इस साल एक फिल्म नहीं चली है. उससे भी मुझे यही सीख मिली कि शायद बहुत ही वेस्टर्न करेक्टर था जिसे लोग पहचान नहीं पाए.'
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