Lucky Ali को IAS पत्नी संग मिलकर परेशान कर रहा लैंड माफिया? बोले- पुलिस भी नहीं कर रही मदद

Written By Utkarsha Srivastava | Updated: Dec 05, 2022, 01:36 PM IST

Lucky Ali ने लैंड माफिया के खिलाफ की शिकायत

Lucky Ali ने के डीजीपी को लंबा खत लिखकर अपने साथ हो रही नाइंसाफी के बारे में बताया है. उन्होंने इस माफिया की IAS पत्नी पर भी खुलासा किया है.

डीएनए हिंदी: मशहूर संगीतकार लकी अली (Lucky Ali) ने लैंड माफिया की करतूतों का खुलासा करके हुए अपने लिए मदद की गुहार लगाई है. उन्होंने अपने सोशल अकाउंट पर एक पोस्ट शेयर किया है, जिसमें कर्नाटक के डीजीपी (Karnataka DGP) को लिखा खत साझा किया गया है. इस खत में उन्होंने लिखा है कि किस तरह लैंड माफिया (Land Mafia) मिलकर उनके फार्महाउस पर गैरकानूनी तरीके से कब्जा कर रहे हैं. लकी का आरोप है कि इन सबमें लैंड माफिया की मदद उनकी IAS पत्नी कर रही हैं. लकी ने बताया कि किस तरह उनका परिवार अकेला पड़ गया है और परेशान है.

लकी अली ने अपने ट्विटर अकाउंट पर पोस्ट करते हुए लिखा- प्रिय सभी लोग, आपको ये बताते हुए बहुत दुख हो रहा है... मैंने कर्नाटक के डीजीपी को भी लिखा है. मेरी शिकायत ये है- 'प्रिय सर, मैं मकसूद महमूद अली, दिवंगत एक्टर और कॉमेडियन महमूद अली का बेटा. मुझे लकी अली के नाम से भी जाना जाता है. मैं अभी एक काम के सिलसिले में दुबाई आया हुआ हूं इसलिए ये अरजेंट है. मेरा फार्महाउस जो केंचनहल्ली येलहंका स्थित एक ट्रस्ट संपत्ति है, उस पर गैर कानून तरीके से सुधीर रेड्डी (और मधु रेड्डी) कब्जा कर रहे हैं, ये लोग बेंगलुरु के लैंड माफिया हैं. वो अपनी IAS अधिकारी पत्नी रोहिनी सिंधुरी की मदद से अपने निजी लाभ के लिए सरकारी संसाधनों का दुरुपयोग कर रहा है'.

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लकी अली ने आगे लिखा- 'वो लोग जबरन और अवैध रूप से मेरे खेत के अंदर आ रहे हैं और संबंधित दस्तावेज दिखाने से इनकार कर रहे हैं. मेरे कानूनी सलाहकार मुझे सूचित कर रहे हैं कि यह पूरी तरह से अवैध है और उनके पास संपत्ति के अंदर आने का अदालती आदेश नहीं है क्योंकि हम ये हमारी है और हम यहां पिछले 50 वर्षों से रह रहे हैं'.

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लकी अली ने डीजीपी से कहा- 'मैं दुबई जाने से पहले आपसे मिलना चाहता था लेकिन आप अनुपलब्ध थे, इसलिए हमने न्यायिक एसीपी को शिकायत दर्ज की. मुझे अभी तक कोई सकारात्मक प्रतिक्रिया नहीं मिली है. मेरा परिवार और छोटे बच्चे फार्म पर अकेले हैं. मुझे स्थानीय पुलिस से कोई मदद नहीं मिल रही है, जो असल में अतिक्रमणकारियों का समर्थन कर रहे हैं'.

उन्होंने अपने खत के आखिर में लिखा- 'महोदय, मैं 7 दिसंबर को अंतिम अदालती सुनवाई से पहले गलत कब्जे को साबित करने की कोशिश कर रहे इस अवैध गतिविधि को रोकने के लिए आपकी मदद का अनुरोध करता हूं. कृपया हमारी मदद करें क्योंकि मेरे पास इसे जनता के बीच ले जाने के अलावा कोई विकल्प नहीं बचा है'.

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