साल 1981 में एक गाना आया था, जिसका नाम था आप जैसा कोई मेरी जिंदगी (Aap Jaisa Koi )में आए. यह गाना आते ही लोगों के दिलों पर छा गया था. फिल्म कुर्बानी का यह गाना बहुत बड़ा हिट रहा था. हालांकि बहुत कम लोग इस बारे में जानते हैं कि 15 साल की पाकिस्तानी सिंगर नाजिया हसन(Nazia Hassan) ने यह गाना गाया था. वहीं, आज हम उन्हीं की पर्सनल और प्रोफेशनल लाइफ के बारे में बात करने जा रहे हैं.
बता दें कि जब यह गाना आया था तो यह भारत और पाकिस्तान दोनों ही जगह हिट हो गया था. नाजिया हसन रातों रात स्टार बन गई थीं और महज 15 साल की उम्र में उन्होंने 1981 में बेस्ट प्लेबैक सिंगर का फिल्मफेयर अवॉर्ड अपने नाम किया था. जिससे वह सबसे कम उम्र की विनर और यह अवॉर्ड जीतने वाली पहली पाकिस्तानी बन गई थीं.
नाजिया ने ठुकराए कई फिल्मों के ऑफर
कुर्बानी फिल्म की सफलता के बाद नाजिया हसन को 1982 की फिल्म स्टार में एक रोल मिला था, लेकिन उन्होंने इसे करने मना कर दिया था और इसके बजाय उन्होंने साउंडट्रैक पर काम करना पसंद किया. राज कपूर ने उन्हें मेंहदी में राजीव कपूर के साथ एक्टिंग करने के लिए भी कहा था, लेकिन उन्होंने इस ऑफर को भी ठुकरा दिया था. नाजिया को सामाजिक कामों, सिंगिंग और अपनी पढ़ाई पर ध्यान देना पसंद था और उनके पास एक्टिंग के लिए समय नहीं था. जिसके कारण उन्होंने अभिनय से हमेशा ही दूरी बनाए रखी.
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नाजिया ने किया सामाजिक काम
नाजिया हसन का जन्म कराची, पाकिस्तान में हुआ था और उनका पालन पोषण कराची और लंदन दोनों जगह पर हुआ था. वह बिजनेसमैन बशीर हसन और सोशल वर्कर मुनीजा बशीर की बेटी और सिंह ज़ोहेब हसन और जारा हसन की बहन थीं. नाजिया हसन ने अपने टैलेंट से कराची में वंचित बच्चों, युवाओं और महिलाओं के साथ काम करते हुए कई सोशल कामों में समर्थन किया है. उन्होंने इनर व्हील क्लब ऑफ इंडिया समेत कई संगठनों का समर्थन किया और पाकिस्तान में BAN( बैटल अगेंस्ट नारकोटिक्स) संगठन की सह स्थापना की थी.
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माता पिता ने खोला नाजिया के नाम फाउंडेशन
हसन ने थारपारकर और राजस्थान में बच्चों के लिए पैसे जमा करने में भी मदद की थी. खिलौने बांटने और सामाजिक जागरूकता को बढ़ावा देना सभी में नाजिया ने अपना योगदान दिया. उन्होंने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद और यूनिसेफ के साथ काम किया और कोलंबिया यूनिवर्सिटी के नेतृत्व में स्कॉलरशिप जमा की. हालांकि कैंसर के कारण वह इसमें शामिल नहीं हो सकीं थी. साल 2003 में उनके माता पिता ने उनके प्रयासों को जारी रखने के लिए नाजिया हसन फाउंडेशन की स्थापना की, जिसमें सड़क पर रहने वाले बच्चों के लिए स्कूल खोलना भी शामिल था.
मौत से पहले नाजिया ने लिया था पति से तलाक
नाजिया हसन ने 30 मार्च 1995 को कराची स्थित बिजनेसमैन मिर्जा इश्तियाक बेग से अरेंज मैरिज की थी. रिश्ते में कई मुश्किलों के बाद उन्होंने अपनी मौत से तीन महीने पहले तलाक ले लिया था.
पति ने दिया था नाजिया को धोखा
नाजिया ने यूके उच्च न्यायालय की गवाही में बेग पर शारीरिक शोषण और जहर देने का आरोप लगाया था और 2000 के एक इंटरव्यू में उन्होंने अपने कैंसर के इलाज के लिए पति के द्वारा पैसे न मिलने वाली बात का भी खुलासा किया था. फिलिपीना डांसर हेजल और पाकिस्तानी एक्ट्रेस शाजिया के साथ बेग की पिछली शादियों के बारे में हसन और उनके परिवार से छुपाकर रखा गया था. नाजिया और बेग का एक बेटा भी है, जिसका नाम एरेज था और उसका जन्म 7 अप्रैल 1997 को हुआ था. इन सभी के बारे में नाजिया के भाई जोहेब ने बाद में जिक्र किया था.
लंग कैंसर से गई नाजिया की जान
नाजिया हसन का 13 अगस्त 2000 को 35 साल की उम्र में लंदन में लंग कैंसर से निधन हो गया था. उन्हें तीन दिनों के लिए उत्तरी लंदन के अस्पताल में भर्ती कराया गया था. हालांकि एक दिन पहले उनमें सुधार के लक्षण दिखाई दिए थे, लेकिन उन्हें तब काफी खांसी हो रही थी और कुछ ही मिनटों में उनकी मौत हो गई.
दुख में बीते नाजिया के आखिरी दिन
हेंडन मस्जिद में नमाज ए जनाजा के बाद उन्हें इस्लामिक रीति रिवाजों के अनुसार 5 सितंबर 2000 को लंदन के हेंडन कब्रिस्तान में दफनाया गया. उनके भाई जोहेब ने बाद में द एक्सप्रेस ट्रिब्यून के साथ एक इंटरव्यू में शेयर किया था, कि वह दुखी व्यक्ति के रूप में मर गई, वह दर्द में मर गई.
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