डीएनए हिंदी: इन दिनों बॉलीवुड एक्टर नवाजुद्दीन सिद्दीकी (Nawazuddin Siddiqui) अपनी पर्सनल लाइफ को लेकर सुर्खियों में बने हुए हैं. उनकी पत्नी और भाई शमसुद्दीन सिद्दीकी (Shamasuddin) ने एक्टर कई चौंकाने वाले आरोप लगाए हैं. इन आरोपों के बीच फंसे हुए नवाज किसी तरह निकलने की कोशिश कर रहे हैं. इन कोशिशों के बीच एक्टर ने अपने भाई पर मानहानि का केस करते हुए 100 करोड़ रुपये के हर्जाने की मांग की थी. इस मामले पर बॉम्बे हाई कोर्ट ने सुनवाई कर ली है और दोनों भाईयों को कड़े निर्देश दिए हैं. कोर्ट ने दोनों को ये भी बताया है कि ये झगड़ा आखिर कैसे हल करना है.
बॉम्बे हाई कोर्ट ने बुधवार को नवाजुद्दीन के मानहानि केस पर सुनवाई करते हुए निर्देश दिया है कि निष्पक्षता बरकरार रखने के लिए और आपसी समझ से मामला सुलझाने के लिए दोनों एक-दूसरे के खिलाफ बयानबाजी करना बंद करें. कोर्ट ने 3 मई को नवाज को बुलाया है. इस सुनवाई के दौरान दोनों भाइयों के आपस में झगड़ा सुलझाने पर जोर दिया गया.
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जस्टिस छागला ने कहा 'समझौते की बातचीत के मुताबिक, दोनों एक- दूसरे के खिलाफ कोई पोस्ट नहीं करेंगे, सौहार्दपूर्ण समझौते की संभावना को देखते हुए एक-दूसरे पर कोई आरोप नहीं लगाएगा. यह पार्टियों के बीच निष्पक्षता बनाए रखने के लिए है ताकि एक दूसरे के खिलाफ आगे कोई पोस्ट न हो'. बता दें कि नवाज ने अपनी एक्स वाइफ के खिलाफ किया गया केस वापस ले लिया है, वकील ने कहा है कि दोनों अब आपस में बात करके मामला सुलझाने को राजी हो गए हैं.
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