डीएनए हिंदी: 'पठान' (Pathaan) मूवी को लेकर उठा विवाद थमने का नाम ही नहीं ले रहा है. एक तरफ जहां शाहरुख खान (Shah Rukh Khan) के फैंस अपने चहेते स्टार को पूरे 4 साल बाद पर्दे पर वापस देखने के लिए एक्साइटिड हैं तो वहीं, ज्यादातर लोगों ने उनकी फिल्म को बैन करने की मांग कर डाली है. बीजेपी (BJP) से लेकर विश्व हिंदू परिषद तक कई संगठन फिल्म का विरोध कर चुके हैं. मध्यप्रदेश विधानसभा के अध्यक्ष गिरीश गौतम (Girish Gautam) ने फिल्म को लेकर शाहरुख को एक अजीब चैलेंज तक दे दिया था. हाल ही में पठान के पहले गाने 'बेशर्म रंग' (Besharam Rang) गाने को हटाने की मांग को लेकर NHRC में याचिका दी गई थी. वहीं, अब अयोध्या के संत ने एक विवादित बयान दे डाला है.
क्या बोले संत जगतगुरु परमहंस आचार्य?
अयोध्या के संत जगतगुरु परमहंस आचार्य का मानना है कि 'पठान' में भगवा रंग का अपमान किया गया है और ये एक सोची समझी रणनीति के तहत हिंदुओं की भावनाओं को आहत करने के लिए किया गया है. इतना ही नहीं, मामले को लेकर उन्होंने एक ऐसा विवादित बयान दिया जो इस समय चर्चा का विषय बना हुआ है. संत ने शाहरुख के पीछे आदमी लगाने से लेकर स्टार एक्टर को मारने वाले की आर्थिक मदद करने की बात तक कह डाली है.
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संत जगतगुरु परमहंस आचार्य ने अपने बयान में कहा, 'ये फिल्म जिहाद है, ऐसा रणनीति तैयार करके किया जाता है इसलिए आज हमने शाहरुख खान का पोस्टर जलाया है. अब मैं ढूंढ रहा हूं जिस दिन वो मुझे मिल गया, उसकी चमड़ी उधेड़ कर मैं उस जिहादी को जिंदा जला दूंगा. मेरे आदमी उसे मुंबई के हर कौने में ढूंढ रहे हैं लेकिन अगर हमसे पहले कोई उसे मिल जाए और कोई सनातनी शेर उनको जिंदा जला दे तो मैं उसके परिवार की आर्थिक मदद करूंगा और उसका मुदमा भी मैं लड़उंगा'
'तीनों खान को मिलेगी मौत'
जगतगुरु परमहंस यहीं नहीं रुके, उन्होंने अपने भड़काऊ बयान में आगे कहा, 'मैंने तीन खानों को चिन्हित कर लिया है. पहले शाहरुख खान फिर आमिर खान और उसके बाद सलमान खान, मैंने इन तीनो के लिए सजा-ए-मौत मैंने तय कर ली है. शाहरुख को जलाने से पहले उसकी चमड़ी उधेड़ कर उसको दिखाऊंगा, अगर तुम्हें भगवा से नफरत है तो तुम्हारी धमनियों में रक्त क्यों बह रहा है. इसका रंग भी तो भगवा है, भगवा के बिना किसी का अस्तित्व नहीं हो सकता. भगवान सूर्य का रंग है, अग्नि का रंग है और सभी सनातन धर्म की आन बान शान है. भगवा का अपमान बर्दाश्त नहीं किया जाएगा.'
'शाहरुख खान का मजहब तो इस्लाम है फिर आज तक उसने अपने मजहब पर ना तो कोई वेब सीरीज और ना कोई फिल्म बनाई है. मैं चैलेंज करता हूं हलाला पर बनाकर दिखा दे, तीन तलाक पर बनाकर दिखा दे, पैगंबर मोहम्मद की जीवनी पर बना कर दिखा दे. पता नहीं 5 मिनट के अंदर कितने टुकड़े होंगे कोई गिन नहीं पाएगा. इनको पता है हिंदू मानवतावादी हैं, इसलिए उनका मजाक उड़ाओ और पैसा कमाओ.'
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क्यों छिड़ा विवाद?
बता दें कि पठान मूवी के पहले गाने बेशर्म रंग में दीपिका पादुकोण (Deepika Padukone Bikini Controversy) को भगवा रंग की बिकिनी पहने देखा गया है. वहीं, शाह रुख खान इसमें ग्रीन कलर की शर्ट पहने नजर आए. ऐसे में इन रंगों को दो अलग-अलग धर्मों से जोड़कर देखा जाने लगा. सोशल मीडिया यूजर्स यहां तक कि कई बड़े नेताओं का कहना है कि कपड़ों के इन रंगों को चुनने के पीछे एक अलग ही मकसद है. दीपिका के कपड़ों के रंग से हिंदुओं की ओर इशारा किया गया है जबकि हरे रंग की शर्ट पहने शाहरुख को ऐसी लड़कियों का इस्तमाल करने वाला शख्स बताया जा रहा है. इसी मुद्दे को लेकर अबतक कई नेता फिल्म को बैन कर देने की मांग कर चुके हैं.
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