डीएनए हिंदी: बॉलीवुड अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत (Sushant Singh Rajput) के केस को लेकर हाल ही में चौंकाने वाला अपडेट सामने आया है जिसमें दावा किया जा रहा है कि ये आत्महत्या (Suicide) नहीं मर्डर (Murder) था. वहीं, इन दावों के बीच मची हलचल के बीच अब बिहार के पूर्व डीजीपी (Bihar Former DGP) गुप्तेश्वर पांडे (Gupteshwar Pandey) का रिएक्शन आया है जिसमें उन्होंने मुंबई पुलिस पर हैरान कर देने वाले आरोप लगाए हैं. उन्होंने कई खुलासे करते हुए इशारा किया है कि जब इस केस की जांच चल रही थी तब मुंबई पुलिस (Mumbai Police) कुछ छुपाने की कोशिश कर रही थी.
उन्होंने बताया कि किस तरह मुंबई पुलिस ने अनैतिक तरीके से बर्ताव किया था और उनके अधिकारियों को हाउस अरेस्ट कर लिया था. न्यूज एजेंसी से बात करते हुए गुप्तेश्वर ने बताया कि सुशांत का केस मुंबई पुलिस ने पहले सुसाइड बताकर 20 दिनों में ही बंद कर दिया था. इस पर चर्चाएं और सच्चाई जानने की बातें तब हुईं जब पटना में एफआईआर दर्ज हुई. उन्होंने इस केस की जांच करने के लिए एक टीम को मुंबई भेजा तो मुंबई पुलिस ने बेहद खराब व्यवहार किया.
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गुप्तेश्वर की मानें तो 'बिहार से मुंबई भेजे गए अधिकारियों के साथ मुंबई पुलिस ने बेहद अनैतिक तरीके से बर्ताव किया था तब मुझे एहसास हुआ कि वो लोग कुछ छुपा रहे हैं. मुंबई पुलिस ने एक IPS अधिकारी को हाउस अरेस्ट कर डाला था'. गुप्तेश्वर का कहना है कि अब जब महाराष्ट्र में सरकार बदल गई है तो उन्हें उम्मीद है कि सच सामने आएगा.
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बता दें कि जिस अस्पताल में सुशांत सिंह राजपूत का पोस्टमार्टम हुआ था, वहां कि टीम के एक पूर्व मेंबर रूपकुमार शाह ने उनकी मौत को 'मर्डर' बताया है. उन्होंने सुशांत की डेड बॉडी को पहली नजर में देखने पर ही इसे हत्या का मामला कहा था लेकिन उनकी बात को अनसुना कर दिया गया. रूपकुमार शाह ने अपने बयान में कहा- 'उनके शरीर पर कई निशान थे. गले पर भी दो-तीन निशान थे. सुशांत की बॉडी देखने में अलग लग रही थी. मैं अपने सीनियर के पास गया और मैंने कहा कि ये सुसाइड का मामला नहीं लग रहा है. उनके गले पर जो निशान थे, वो फंदे वाले तो नहीं लग रहे थे'.
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