डीएनए हिंदी: डॉक्यूमेंट्री द एलिफेंट व्हिस्पर्स (The Elephant Whisperers) ने साल 2023 में ओरिजिनल शॉर्ट फिल्म कैटेगरी में ऑस्कर अवॉर्ड हासिल किया था. इस फिल्म ने पूरे विश्व में देश का नाम रोशन किया था. फिल्म को गुनीत मोंगा(Guneet Monga) ने प्रोड्यूस किया था और इसका डायरेक्शन कार्तिकी गोंजाल्विस ने किया था. वहीं, एक बार फिर से यह फिल्म चर्चा का विषय बनी हुई है. इस फिल्म में एक्टिंग करने वाले महावत कपल बोम्मन(bomman) और बेली(bellie) ने फिल्म की निर्माता कार्तिकी गोंसाल्वेस(Kartiki Gonsalves) से 2 करोड़ रुपये के गुडवील जेस्चर की मांग करते हुए लीगल नोटिस जारी किया था. दोनों के फिल्म में एक्ट करने के बाद काफी फेमस हो गए हैं.
न्यूज एजेंसी पीटीआई की रिपोर्ट के अनुसार बोम्मन और बेली को मशहूर हस्तियों, खिलाड़ियों और राजनीतिक नेताओं के सामने रियल हीरो के रूप में पेश किया गया है, जिससे उन्होंने काफी पब्लिसीटि हासिल की है. रिपोर्ट्स के अनुसार फिल्म निर्माता को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और तमिलनाडु के मुख्यमंत्री से फाइनेशियल लाभ मिला था. जिसके बाद बोम्मन और बेली द्वारा जारी लीगल नोटिस में कहा गया है कि दोनों को एक उचित घर, मल्टी पर्पस गाड़ी और आय के आधार पर उनके समय का इस्तेमाल करने के रूप में प्रोजेक्ट से मुआवजा का भुगतान करने का वादा किया गया था.
बोम्मन और बेली हैं कार्तिकी से नाराज
वहीं, सामाजिक कार्यकर्ता वकील प्रवीण राज, जो कि लंबे वक्त से कपल को जानने का दावा कर रहे हैं. उन्होंने पीटीआई से बात करते हुए बताया कि बोम्मन और बेली दोनों गोंसाल्वेस से काफी नाराज हैं, जिन्होंने फिल्म बनाते समय उन्हें आर्थिक मदद के साथ-साथ बेली की पोती की पढ़ाई की मदद का वादा किया था.लेकिन अब वह फिल्म से हुए भारी मुनाफे का एक हिस्सा भी देने से साफ इनकार कर रही हैं. हालांकि उन्होंने यह भी बताया कि जब बोम्मन गोंसाल्विस को फोन करते हैं तो वह फोन नहीं उठाती है.
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कार्तिकी ने किया मदद से इनकार
वहीं, इस पूरे मामले को हैंडल करने वाले वकील मोहम्मद मंसूर को चार दिन पहले कार्तिकी की ओर से सिख्या एंटरटेनमेंट प्राइवेट लिमिटेड से जवाबी नोटिस मिला था. जिसमें उन्होंने किसी भी तरह की और मदद के लिए साफ तौर पर इनकार कर दिया है कि वह पहले ही कपल को पैसे दे चुकी हैं. मैं अपने क्लाइंट से कंसल्ट करने के बाद उन्हें रिज्वाइंडर भेजूंगी.
सिख्या एंटरटेनमेंट प्राइवेट लिमिटेड ने जारी किया बयान
वहीं, सिख्या एंटरटेनमेंट प्राइवेट लिमिटेड ने एक बयान जारी किया है- द एलिफेंट व्हिस्पर्स बनाने का लक्ष्य हमेशा हाथी संरक्षण, वन विभाग और उसके महावत बोम्मन और बेली के प्रयासों को दिखाना था. अपने लॉन्च के बाद से डॉक्यूमेंट्री ने इस मुद्दे के बारे में जागरूकता बढ़ाई है और इसका महावतों और कैवाड़ी समुदायों पर काफी प्रभाव पड़ा है. तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम के स्टालिन ने राज्य के हाथियों की देखभाल करने वाले 91 महावतों और घुड़सवारों की मदद करने, देखभाल करने वालों के लिए बेहतर घरों का निर्माण करने और अनामलाई टाइगर रिजर्व में एक हाथी शिविर बनाने के लिए दान दिया है.
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बोम्मन बेली के दावों को बताया झूठ
इस बयान में आगे यह भी कहा गया है कि डॉक्यूमेंट्री को पूरे भारत के हेड ऑफ स्टेट द्वारा सेलिब्रेट किया गया है और अकेडमी अवॉर्ड राष्ट्रीय गौरव का पल है, जिसमें बोम्मन और बेली जैसे महावतों के काम को पहचाना गया है. उनके द्वारा किए गए सभी दावे झूठे हैं. हमारे पास है इस कहानी के सभी लोगों के प्रति गहरा सम्मान और पॉजिटिव बदलाव लाने की इच्छा से इंस्पायर रहें.
41 मिनट की द एलिफेंट व्हिस्पर्स है हाथियों की कहानी पर आधारित
कार्तिकी गोंसाल्वेस और गुनीत मोंगा कि शॉर्ट डॉक्यूमेंट्री द एलिफेंट व्हिस्पर्स 41 मिनट का कहानी है. इस फिल्म में हाथियों की देखभाल को लेकर दिखाया है. जिसमें महावत बोम्मन और बेली ने एक्ट किया था.
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