डीएनए हिंदी: विदेशों में चली रही हॉलीवुड एक्टर्स की हड़ताल हाल ही में सुर्खियां बटोर रही है, जिससे फिल्म और टेलीविजन शो प्रोडक्शन रुक गया है. इसकी वजह से एंटरटेनमेंट इंडस्ट्री पर काफी भारी असर पड़ा है. हालीवुड में स्टूडियो मालिकों का प्रतिनिधित्व करने वाले एलायंस ऑफ मोशन पिक्चर एंड टेलीविज़न प्रोड्यूसर्स (AMPTP) के साथ नेगोसिएशन के फेल होने के बाद अमेरिकी एक्टर्स की यूनियन सैग-आफ्ट्रा ने वीरवार को हड़ताल का बुलाई. जिसमें लगभग 160,000 मेंबर्स के साथ सैग-आफ्ट्रा में फिल्म अभिनेता, टीवी शो, वीडियो गेम परफॉर्मर, रेडियो प्रेजेंटर, मॉडल और यूट्यूब इंफ्लूएंसर शामिल हुए. आगे क्या हुए आइए सिल-सिलेवार ढ़ंग से जानते हैं.
कौन कर रहा है हड़ताल का नेतृत्व?
इस हड़ताल का नेतृत्व फ्रान ड्रेशर कर रही हैं, जो 90 के दशक के टीवी शो "द नैनी" में अपनी भूमिका के लिए जानी जाती हैं. अपनी स्पीच में, ड्रेशर ने स्टूडियो मालिकों की उनकी फाइनेनशियल प्रैक्टिसिस के लिए उनकी आलोचना की और फ्रांसीसी क्रांति की भावना का आह्वान किया. मेरिल स्ट्रीप, जेनिफर लॉरेंस, चार्लीज़ थेरॉन, जोकिन फीनिक्स, जेमी ली कर्टिस, ओलिविया वाइल्ड, इवान मैकग्रेगर, जॉर्ज क्लूनी, जॉन क्यूसैक और मार्क रफ़ालो सहित कई हाई-प्रोफाइल अभिनेताओं ने अपना उन्हें सपोर्ट किया.
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AI जेनरेटिड कंटेंट पर भी मिलें एक्टर्स को पेमेंट
सैग-आफ्ट्रा की हड़ताल के मुख्य मुद्दों में कई सारी बातें शामिल है लेकिन मुख्य बिंदु जो हड़ताल का कारण बना वो AI है. आपको बता दें कि शो या फिल्म को दोबारा टीवी पर टेलीकास्ट करने के लिए एक्टर्स को एक अमाउंट या फीस जो मिलती है, अगर वही शो AI के इस्तेमाल से रिप्रोड्यूस किया जाए तो उसका मालिक कौन होगा. अगर उसमें एक्टर्स की AI जेनरेटिड वीडियो या फोटो हो तो? इस पर सैग-आफ्ट्रा ने कहा कि उन पर भी एक्टर्स का को ओनरशिप मिलनी चाहिए. एक्टर्स की मर्जी के बिना ना ही कोई कंटेट यूज किया जाए ना ही उनका AI की मदद से रिप्रोडक्शन किया जाए. इसके अलावा सैग-आफ्ट्रा की डिमांड है कि एक्टर्स को स्ट्रीमिंग, व्यूज आदि के आधार पर पैसे मिलने चाहिए. सैग-आफ्ट्रा ने आगे बताया कि नेटफ्लिक्स, अमेज़ॅन जैसे स्ट्रीमिंग प्लेटफॉर्म्स के साथ स्टूडियो भी उन्हें शो से संबंधित व्यूवरशिप की जानकारी और एक्टर्स की पेमेंट को शेयर करने के लिए इच्छुक नजर नहीं आ रहे हैं.
क्या ऑनलाइन स्ट्रीमिंग से सब बदल गया?
स्ट्रीमिंग ने फिल्मों और शो को प्रजेंट करने और मोनेटाइज करने के तरीके को बदलकर एंटरटेनमेंट इंडस्ट्री को पूरी तरह से बदल दिया है. स्ट्रीमिंग प्लेटफॉर्म ग्राहकों की संख्या पर निर्भर करते हैं, जिससे एक्टर्स के लिए फीस का इवेल्यूशन करना और पेमेंट सिस्टम ज्यादा चैलेंजिंग हो जाता है. इसके अलावा, AI फिल्ममेकिंग में सबसे बड़ा चिंता का विषय बन गया है. जिस तरह से AI तकनीक खुदको डेवलेप कर रही है उससे इंडस्ट्री के कई लोग चिंता नें आ गए हैं. इसी के चलते AI से प्रोड्यूस होने वाले कंटेंट और उसके यूज पर एएमपीटीपी के प्रपोजल को सैग-आफ्ट्रा के हक में नहीं माना जा रहा है.
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एक्टर्स के हक में हैं सैग-आफ्ट्रा
लोगों को लगता है कि सभी एक्टर्स पर खूब पैसा होता है पर ऐसा नहीं है सभी अमीर नहीं होते. जबकि कुछ एक्टर्स थोड़ा सा ही पैसा कमा पाते हैं. वहीं कई आज भी स्ट्रगल कर रहें हैं. कोविड-19 ने इंडस्ट्री में फाइनेंशियल चैलेंज को और बढ़ा दिया है. अपने मेंबर्स की ये हालत देखते हुए सैग-आफ्ट्रा इस हड़ताल में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है. इस हड़ताल का असर अमेरिका से बाहर तक फैला हुआ है. इक्विटी, यूके एक्टर्स यूनियन, सैग-आफ्ट्रा के साथ एक जुट होकर खड़ा है, जिसके कारण संभवतः यूके एक्टर्स ने हड़ताल के समर्थन में आकर फिल्मों में काम करने से इनकार कर दिया है. यूके में की कई बड़ी फिल्मों और शो का प्रोडक्शन जैसे "डेडपूल 3," टिम बर्टन की "बीटलजूस" सीक्वल, और "विकेड" आदि फिल्में रुकी हुए हैं. "एंडोर" और "द सैंडमैन" जैसे टीवी शो भी प्रभावित हुए हैं. हड़ताल के कारण कई बड़े प्रोजेक्ट की शूटिंग रुक गई है. इसके अलावा अभिनेताओं ने अपने पहले के तैयार प्रोजेक्ट्स के प्रमोशन को करने से भी मना कर दिया है.
AI के खिलाफ हड़ताल का असर वेनिस, टेलुराइड और टोरंटो जैसे शरद फिल्म समारोहों तक फैल सकता है, जो प्रमोशन के लिए बड़े स्टार्स पर बहुत अधिक निर्भर हैं. फिल्मों को बढ़ावा देने के लिए ए लिस्ट एक्टर्स के बिना, इन फिल्म फेस्टिवल्स को अपनी प्लानिंग पर दोबारा सोचना पड़ सकता है.
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