जावेद अख्तर सुर्खियों मैं हैं. वजह है उनका गुस्सा, जी हां, सही सुना आपने. जावेद अख्तर को तेज गुस्सा आया है जिसके बाद सोशल मीडिया को बहस और संवाद के लिए भरपूर मसाला मिल गया है.
दरअसल अपने चुटीले और मजाहिया ट्वीट से अक्सर ही सोशल मीडिया पर चर्चाओं का बाजार गर्म करने वाले जावेद अख्तर ने अभी बीते दिनों फिर US Presidential Elections 2024 और President Joe Biden को लेकर एक ट्वीट किया. जावेद का इस ट्वीट को करना भर था वो ट्रोल्स के निशाने पर आ गए.
हमेशा ही तरह उनके धर्म को मुद्दा बनाया गया और उनके पिता की देशभक्ति को सवालों के घेरे में रखा गया. जावेद ने भी ईंट का जवाब पत्थर से दिया और ट्रोल को उसकी हदों से अवगत करा दिया.
बताते चलें कि अमेरिका के इलेक्शन पोस्ट करते हुए जावेद ने लिखा था कि, 'मैं अपनी आखिरी सांस तक भारत का एक प्राउड सिटिजन हूं और हमेशा रहूंगा, लेकिन जो बाईडेन और मुझमें एक कॉमन फैक्ट है. यूएसए का अगला राष्ट्रपति बनने का हमारा चांस एकदम बराबर है.'
जावेद के इस ट्वीट पर रिप्लाई करते हुए एक यूजर ने लिखा कि तुम्हारे पिता ने मुसलमानों के लिए एक राष्ट्र बनाने के लिए पाकिस्तान बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी, फिर प्रगतिशील लेखक की आड़ में उन्होंने भारत में रहना चुना. तुम गद्दार के बेटे हैं जिन्होंने हमारे देश को धर्म के आधार पर विभाजित किया. अब तुम कुछ भी कहो लेकिन यह सच है.
ट्रोल की तरफ से आई ये प्रतिक्रिया जावेद अख्तर को नश्तर की तरह चुभी और उन्होंने पलटवार करते हुए ट्वीट किया और लिखा कि, मुझे नहीं पता तुम बिल्कुल अज्ञानी को या पूरी तरह बेवकूफ. 1857 से मेरा परिवार स्वतंत्रता संग्राम का हिस्सा रहा है और जेल और काला पानी जा चुका है, पूरी संभावना है कि शायद तब तुम्हारे बाप-दादा अंग्रेज सरकार के जूते चाटते रहे हों.'
जावेद के इस ट्वीट ने आग में खर का काम किया और बात बढ़ गई. एक अन्य यूजर ने इस बातचीत में अपनी टांग अड़ाते हुए जावेद से पूछा कि उनके कौन से पूर्वज स्वतंत्रता संग्राम में लड़ते हुए काला पानी गए थे?
इस सवाल का जवाब भी जावेद अख्तर ने उसी तल्खी से दिया और कहा कि मेरे परदादा फजले हक खैराबादी को 1859 में कोलकाता से, फायर क्वीन नाम के एक जहाज से अंडमान भेजा गया था. वहां उन्होंने एक किताब लिखी थी 'बागी हिंदुस्तान'.अब इसे इंग्लिश में ट्रांसलेट किया जा रहा है. उनकी कब्र अंडमान में है. उनके बारे में गूगल कर लीजिए.
जावेद का अमेरीकी राष्ट्रपति पर किया गया ये ट्वीट सोशल मीडिया पर वायरल है जिसे अब तक तीन लाख से ऊपर लोगों ने देखा है और इसपर प्रतिक्रियाओं की बरसात हो गई है. कुछ लोग इस ट्वीट के लिए जावेद अख्तर के सेंस ऑफ ह्यूमर की दाद दे रहे हैं. तो वहीं ऐसे भी यूजर्स हैं जिनका मानना है कि इस ट्वीट के जरिये एक बार फिर जावेद ने आ बैल मुझे मार की थ्योरी को चरितार्थ किया है.
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