Khaki The Bihar Chapter: जानिए 6 साल चले गैंगवार का सच, एसपी अमित लोढा और गैंगस्टर महतो की असली कहानी

Written By Utkarsha Srivastava | Updated: Nov 30, 2022, 06:57 PM IST

Khakee: The Bihar Chapter: खाकी: द बिहार चैप्टर

Khaki: The Bihar Chapter वेब सीरीज में SP Amit Lodha और गैंगस्टर Ashok Mahto जैसे रियल लाइफ किरदारों की कहानी दिखाई गई है.

डीएनए हिंदी: इन दिनों नेटफ्लिक्स (Netflix) पर रिलीज हुई एक वेब सीरीज को लेकर जबरदस्त चर्चाएं हैं. 'मिर्जापुर' और 'सेक्रेड गेम्स' जैसी क्राइम थ्रिलर्स की तर्ज पर एक और सीरीज रिलीज हुई है जिसका टाइटल है- 'खाकी: द बिहार चैप्टर' (Khaki The Bihar Chapter). इस बेव सीरीज में भव धुलिया के डायरेक्शन में बनी इस सीरीज में दिल्ली आईआईटी से ग्रेजुएट और आईपीएस अधिकारी अमित  (Amit Lodha) और गैंगस्टर चंदन महतो का आमना-सामना दिखाया गया है. सीरीज में करण टैकर (Karan Tacker) लीड रोल में नजर आ रहे हैं. दिलचस्प बात ये है कि ये सीरीज एक रियल लाइफ स्टोरी पर आधारित है और उसके किरदार भी असली हैं.

Amit Lodha की किताब पर है कहानी

दरअसल, ये वेब सीरीज आईपीएस अधिकारी अमित लोढा की लिखी किताब पर आधारित है जिसमें उन्होंने अपराध, राजनीति पर अपने अनुभव जहिर किए हैं. इस किताब का टाइटल है- 'बिहार डायरीज'. 25 साल पहले अमित  की बिहार में पोस्टिंग हुई थी और यहां पर उन्होंने गया, बेगूसराय, मुजफ्फरपुर, और शेखपुरा जैसे कई जिलों में काम किया है. उस वक्त बिहार में कानून व्यवस्था खस्ता हाल में थी. 2006 जब उनकी पोस्टिंग शेखपुरा में हुई तब वहां भी क्राइम चरम पर था. उस दौर में गैंग और भूमिहार गैंग के बीच वर्चस्व की लड़ाई चल रही थी.

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गोलियों की आवाजें... अंधेरे से डर

जैसा कि इस सीरीज में बताया गया है शेखपुरा में ऐसे हालात 6 सालों तक चले थे. छह सालों तक इस छोटे से जिले के लोगों ने खुलेआम कत्ल, किडनैपिंग जैसे कई क्राइम की घटनाओं का सामना किया. बताया जाता है कि उस दौर में शेखपुरा में गोलियों की आवाजें आम बात थीं, अंधेरा होने के बाद कोई घर से बाहर निकलने से डरता था. यहां पर सालों चले गैंगवॉर में कई अधिकारी, बिजनेसमैन मारे गए और पूर्व सांसद राजो सिंह की हत्या भी इसी दौरान हुई थी.

Amit Lodha ने किया ये काम

नीतीश कुमार के मुख्यमंत्री बनने के बाद भी ये मौत का खेल जारी रहा. तभी, अमित लोढा की पोस्टिंग शेखपुरा में हुई. इस गैंगवॉर के दौरान जब अमित, वहां पहुंचे तो उन्होंने अपनी जान पर खेलकर न सिर्फ कानून व्यवस्था मेनटेन की बल्कि नरसंहार करने वाले महतो गैंग के कई अपराधियों को गिफ्तार कर लिया था. इसके बाद से ही इलाके में क्राइम कम होने लगा था.

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किताब में हैं बहादुरी के किस्से

अमित लोढा की बहादुरी के किस्से उस दौर में खूब मशहूर हुए थे जिनका जिक्र अमित की किताब में है और इन्हीं किस्सों पर आधारित किताब पर अब वेब सीरीज आने जा रही है. अमित लोढा, मूल रूप से राजस्थान से हैं. वो 1997 बैच के IPS अधिकारी हैं. अमित IIT दिल्ली से इंजीनियरिंग की पढ़ाई कर चुके हैं और इसके बाद ही उन्होंने सिविल सेवा में कदम रखा था.

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