इस तानाशाह की वजह से शुरू हुआ था Cannes Film Festival, इन कड़े नियमोंं के बारे में नहीं जानते होंगे आप
हर साल Cannes Film Festival की दुनियभर में चर्चा होती है. इस फेस्टिवल में दुनिया के बड़े-बड़े स्टार्स शिरकत करते हैं. हम आपको इस फिल्म फेस्टिवल के बारे में खास बातें बताते हैं.
साल 1938 में जर्मनी के तानाशाह हिटलर और मुसोलिनी ने वेनिस फिल्म फेस्टिवल की शुरुआत की थी. ये लोग अपने पंसदीदा लोगों को ही अवॉर्ड देते थे जिससे वेनिस फिल्म फेस्टिवल के कई ज्यूरी सदस्य खफा हो गए थे. परेशान होकर कई ज्यूरी सदस्यों ने वेनिस फिल्म फेस्टिवल से इस्तीफा दे दिया और एक फ्री फेस्टिवल शुरू किया जिसकी लोकेशन कान, पेरिस रखा गया.
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वर्ल्ड वॉर 2 के खत्म समाप्त होने के बाद पहली बार साल 1946 में 20 सितंबर से 5 अक्टूबर तक कान फिल्म फेस्टिवल का आयोजन किया गया था. इसमें 20 से ज्यादा देशों ने भागेदारी की थी.
(pc: festival-cannes.com)
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कान फिल्म फेस्टिवल में दुनियाभर से चुनी हुई शानदार फिल्मों और डॉक्यूमेंट्रीज की स्क्रीनिंग की जाती है. इसी दौरान बेस्ट फिल्म को पाम डिओर (Palm D’or) अवॉर्ड से सम्मानित किया जाता है. ये अवॉर्ड 18 कैरेट गोल्ड और एमराल्ड कट डायमंड से तैयार होता है और इसकी कीमत 27 हजार डॉलर यानि 18 लाख रुपये होती है.
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कान फिल्म फेस्टिवल का रेड कार्पेट 60 मीटर लंबा होता है. इसे दिन में कई बार बदला जाता है. जी हां, इसपर सेलेब्स दिनभर वॉक करते हैं जिसके चलते कार्पेट को दिन में 3 बार बदला जाता था. हालांकि 2021 के बाद से इसे बस एक ही बार बदला जाता है.
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खबरों की मानें को सेलेब्स इसमें शामिल होने के लिए 6100 से लेकर 25000 डॉलर यानि 5 लाख से लेकर 20 लाख रुपये तक का टिकट खरीदते हैं. इसकी बुकिंग कान की ऑफिशियल वेबसाइट पर होती है.
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कान फिल्म फेस्टिवल में दुनियाभर से चुनी हुई शानदार फिल्मों और डॉक्यूमेंट्रीज की स्क्रीनिंग की जाती है. इसी दौरान बेस्ट फिल्म को पाम डिओर (Palm D’or) अवॉर्ड से सम्मानित किया जाता है. ये अवॉर्ड 18 कैरेट गोल्ड और एमराल्ड कट डायमंड से तैयार होता है और इसकी कीमत 27 हजार डॉलर यानि 18 लाख रुपये होती है.