Crime Thriller बेस्ड फिल्में दर्शकों को आती हैं पसंद, इनकी कहानियों से सुलझे कई राज

अक्सर देखा जाता है कि लोग काल्पनिक चीजों से ज्यादा वास्तविक जीवन पर आधारित पर बनी फिल्में देखना पसंद करते हैं.

अगर ये फिल्म रियल लाइफ क्राइम से जुड़ी तो हमेशा ही बॉक्स ऑफिस पर धमाल मचाती है. ऐसी फिल्मों के प्रति लोगों का खास लगाव देखा जाता है क्योंकि ये फिल्में वास्तव में जो हुआ उसके पीछे की सच्चाई बताती हैं. बॉलीवुड में कई ऐसी फिल्में बनी जो सच्ची घटनाओं पर आधारित हैं. आइए जानें ऐसी ही कुछ बेहतरीन फिल्मों के बारे में-
 

नो वन किल्ड जेसिका

1999 में जेसिका लाल की हत्या पर आधारित यह फिल्म 2011 में रिलीज की गई. फिल्म न्याय में होने वाली देरी का एक उत्कृष्ट उदाहरण है. इस फिल्म में विद्या बालन ने जेसिका की बहन सबरीना लाल की भूमिका निभाई है.
 

रुस्तम

कमांडर केएम नानावती के वास्तविक जीवन पर आधारित यह फिल्म 2016 में रिलीज की गई. फिल्म में बताया गया कि कैसे कमांडर ने 1959 में मुंबई में अपनी पत्नी, सिल्विया के प्रेमी प्रेम आहूजा को गोली मार दी थी. फिल्म में नानावती की भूमिका अक्षय कुमार ने निभाई है.

गंगाजल

1979 में भागलपुर में हुए अंखफोड़वा कांड पर आधारित यह फिल्म 2003 में रिलीज हुई थी. फिल्मकार प्रकाश झा की इस फिल्म में अजय देवगन को लीड रोल में देखा जा सकता है. 

तलवार

2008 में नोएडा (यूपी) में हुई एक लड़की और नौकर के दोहरे हत्याकांड पर आधारित ये फिल्म 2015 में रिलीज की गई. फिल्म में पाए गए सबूतों के प्रति यूपी पुलिस की लापरवाही और मामले को सुलझाने के दौरान जांच अधिकारी द्वारा पूरी की गई बाधाओं जैसे तथ्यों को चित्रित किया गया है. इरफान खान और कोंकणा सेन शर्मा की मुख्य भूमिका वाली यह फिल्म देखने लायक है.
 

मैं और चार्ल्स

सीरियल किलर चार्ल्स शोभराज द्वारा की गई हत्यायों पर आधारित यह फिल्म 2015 में रिलीज हुई. इसकी कहानी चार्ल्स के मामले को देखने वाले पुलिस अधिकारी आमोद कंठ के नजरिये पर आधारित है. फिल्म में रणदीप हुड्डा को चार्ल्स शोभराज की भूमिका निभाते देखा गया है. 

नॉट ए लव स्टोरी

फिल्म 2011 में रिलीज की गई. राम गोपाल वर्मा की अपराध आधारित थ्रिलर मई 2008 में घटित सच्ची घटनाओं के इर्द-गिर्द घूमती है, जब एक टेलीविजन कार्यकारी नीरज ग्रोवर की हत्या अभिनेत्री मारिया सुसाइराज और उसके प्रेमी एलटी ने की थी. फिल्म में दिखाया गया कि कैसे दंपति ने नीरज की हत्या करने के बाद उसके शरीर को 300 टुकड़ों में काट दिया और अवशेषों को जला दिया था.