KGF के स्टार YASH की तरह साउथ के ऐसे सुपरस्टार जो फर्श से पहुंचे अर्श पर
साउथ की फिल्मों में ऐसे कई स्टार हैं जिन्होंने बहुत मामूली परिवेश से निकलकर लंबी दूरी तय की है. पुष्पेंद्र कुमार की खास रिपोर्ट.
KGF के ROCKY BHAI का असली नाम यश नहीं बल्कि नवीन कुमार गौड़ा है. कन्नड़ फिल्मों में रॉकिंग सुपरस्टार बनने से पहले यश फिल्मों में सपोर्टिंग रोल कर चुके हैं. कन्नड़ भाषा के टीवी सीरियल में भी अपनी किस्मत आजमा चुके हैं. थियेटर आर्टिस्ट के तौर पर भी काम कर चुके हैं. यश के परिवार में किसी का फिल्मों से कोई नाता नहीं रहा है. यश के पिता बस ड्राइवर की नौकरी करते थे. यश की KGF से पहले कन्नड़ सिनेमा की कोई भी फिल्म 100 करोड़ का आंकड़ा छू नहीं पाई थी.
तमिल फिल्मों के सुपरस्टार हैं विजय सेतुपति. सुपर डीलक्स नाम की फिल्म में विजय सेतुपति के बेहतरीन अभिनय के लिए उन्हे बेस्ट सपोर्टिंग एक्टर के नेशनल अवॉर्ड से भी नवाजा जा चुका है. विजय के परिवार का भी फिल्मों की दुनिया से दूर-दूर तक कोई नाता नहीं था. अपनी कड़ी मेहनत से ही उन्होने ये मुकाम हासिल किया है. फिल्मों में आने से पहले विजय ने अकाउंटेंट से लेकर सेल्समैन और फोन ऑपरेटर के तौर पर कई नौकरियां भी की थीं. करियर के शुरूआत में उन्होंने तमिल टीवी सीरियल सहित कई फिल्मों में सपोर्टिंग कैरेक्टर भी किए हैं.
सलमान खान की किक और अक्षय कुमार की राउडी राठौड़ जैसी सुपरहिट फिल्में रवि तेजा की ही फिल्मों की रीमेक हैं. रवि को तेलुगु फिल्मों का मास हीरो माना जाता है. रवि तेजा के पिता फार्मासिस्ट थे और मां होममेकर. बचपन से ही रवि को फिल्मों से इतना लगाव था कि 11 साल की उम्र में फिल्मों में हीरो बनने के लिए जयपुर से मुंबई भागने की कोशिश की थी.
दक्षिण भारतीय फिल्मों के फैन चिरंजीवी को मेगास्टार के नाम से जानते हैं. पद्म भूषण पुरस्कार से सम्मानित हैं. 2012-2014 के बीच केंद्रीय मंत्री के पद पर भी रह चुके हैं. उनके बेटे रामचरण को हाल ही में आपने कमाई के नए रिकॉर्ड बनाने वाली फिल्म RRR में भी देखा होगा. अब चिरंजावी के परिवार में PUSHPA फिल्म से अल्लु अर्जुन, पवन कल्याण, साई धरम तेज, वरूण तेज जैसे साउथ के सुपरस्टार शामिल हैं. चिरंजीवी के पिता एक पुलिस कांस्टेबल थे. चिरंजीवी शुरूआत से ही फिल्मों में करियर बनाना चाहते थे. ग्रेजुएशन की डिग्री हासिल करने के बाद चेन्नई में फिल्म इंस्टिट्यूट में एडमिशन लिया उसके बाद फिल्मों का सफर शुरू किया था. जीवन के सफर में उन्होने अपना साथी बनाया तेलुगु फिल्मों के एक्टर अल्लु रामलिंगया की बेटी और अल्लु अर्जुन की बुआ सुरेखा को.
मलयालम फिल्मों का सबसे बड़ा नाम हैं ममूटी. भारतीय सिनेमा में उनके योगदान के लिए उन्हे पद्मश्री से सम्मानित किया जा चुका है. ममूटी को मलयालम फिल्मों का सबसे बिजी स्टार कहा जाता था. ममूटी आज जिस भी मुकाम पर हैं वो सिर्फ मेहनत के दम पर हैं. फिल्मों में उनको सहारा देने वाला या गॉडफादर कोई नहीं था. उनके पिता एक किसान थे. ममूटी भी शुरू से ही फिल्मों में करियर बनाना चाहते थे.