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Obstructive Sleep Apnea के कारण हुआ बप्पी लहरी का निधन, क्या होती है यह बीमारी?

ऑब्सट्रक्टिव स्लीप एपनिया एक ऐसी स्थिति है जिसमें सोते समय आपकी सांस कुछ देर के लिए रुक जाती है. इस दौरान शरीर को पूरी ऑक्सीजन नहीं मिल पाती.

Obstructive Sleep Apnea के कारण हुआ बप्पी लहरी का निधन, क्या होती है यह बीमारी?
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डीएनए हिंदी: प्रसिद्ध संगीतकार और गायक बप्पी लहरी (Bappi Lahiri) का निधन हो गया है. 69 साल की उम्र में मुंबई के क्रिटिकेयर अस्पताल में उन्होंने आखिरी सांस ली.

मिली जानकारी के मुताबिक, लहरी करीब एक महीने से अस्पताल में भर्ती थे. हालांकि बीते सोमवार को उन्हें छुट्टी दे दी गई थी. इसके बाद मंगलवार को उनकी तबीयत अचानक बिगड़ गई और उन्हें फिर अस्पताल लाया गया. हालांकि बीती रात (15 फरवरी) ऑब्सट्रक्टिव स्लीप एपनिया (Obstructive Sleep Apnea) के चलते उनका निधन हो गया.

क्या है ऑब्सट्रक्टिव स्लीप एपनिया?
बता दें कि ऑब्सट्रक्टिव स्लीप एपनिया (OSA) सबसे सामान्य नींद विकारों में से एक है. यह एक ऐसी स्थिति है जिसमें सोते समय आपकी सांस कुछ देर के लिए रुक जाती है. इस दौरान शरीर को पूरी ऑक्सीजन नहीं मिल पाती, सांस टूटने से आंख खुलती है और उठते ही तेजी से हंफनी होने लगती है. 

ऑब्सट्रक्टिव स्लीप एपनिया के रिस्क फैक्टर
मोटापे से जुड़ी बीमारियां जैसे हाइपोथायरायडिज्म और पॉलीसिस्टिक ओवरी सिंड्रोम इस बीमारी का कारण बन सकती हैं. इसके अलावा बढ़ती उम्र, उच्च रक्तचाप (High blood pressure), धूम्रपान, मधुमेह, स्लीप एपनिया का पारिवारिक इतिहास, दमा, अधिक वजन, टॉन्सिल, किडनी से संबंधित समस्या, जीभ का बड़ा आकार, स्ट्रोक, तंत्र व तंत्रिका को प्रभावित करने वाली बीमारियों जैसे न्यूरोमस्कुलर रोग, पुरुषों में 17 इंच या ज्यादा और महिलाओं में 16 इंच या ज्यादा गर्दन का आकार का होना आदि स्लीप एपनिया का कारण बन सकते हैं.

ऑब्सट्रक्टिव स्लीप एपनिया के लक्षण

  • दिन में अधिक नींद आना
  • जोर से खर्राटे लेना
  • हाई ब्लड प्रेशर
  • हांफने या घुटन के साथ अचानक जागना
  • शुष्क मुंह या गले में खराश के साथ जागना
  • सुबह उठते ही सिरदर्द होना
  • दिन के दौरान ध्यान केंद्रित करने में कठिनाई होना
  • मनोदशा में बदलाव जैसे चिड़चिड़ापन आदि इसके लक्षण हो सकते हैं. 

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अधिकतर मामलों में स्लीप एपनिया का इलाज अधिक वजन होने को देखते हुए किया जाता है. इससे पीड़ित लोगों को अक्सर नियमित व्यायाम और हेल्दी डाइट लेने की सलाह दी जाती है. जैसे ही वजन कम होता है, स्लीप एपनिया के लक्षण दूर होने लगते हैं या कम होते हैं. 

कई बीमारियों का बन सकता है कारण
इसके अलावा अगर आप पहले से ही इसका इलाज करवा रहे हैं और इसे बीच में ही छोड़ दिया है तो बता दें कि ऐसा करना आपकी सेहत पर भारी पड़ सकता है. OSA का इलाज बीच में रोकने से स्ट्रोक, सिर दर्द, हाइपरटेंशन, हार्ट फेल्योर, डायबिटीज, डिप्रेशन आदि का जोखिम बढ़ जाता है. 

क्या है उपाय?
ऑब्सट्रक्टिव स्लीप एपनिया एक गंभीर बीमारी है. ऐसे में जरूरी है कि आप शरीर की स्थिति और स्लीप एपनिया के लक्षणों पर अपने डॉक्टर से चर्चा करें ताकि इलाज के विकल्प का मूल्यांकन किया जा सके.

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