डीएनए हिंदी: प्रेग्नेंसी किसी भी महिला के लिए एक अलग ही एक्सपीरियंस होता है. एक नन्हींं जान को इस दुनिया में लाने में जो तकलीफ होती है वह एक मां ही जानती है. शायद इसलिए ही इसे औरत का दूसरा जन्म भी कहा जाता है. दिया मिर्जा के साथ भी यह दूसरे जन्म वाली बात बिल्कुल फिट बैठती है. टाइम्स ऑफ इंडिया को दिए इंटरव्यू में दिया ने प्रेग्नेंसी से जुड़े अपने एक्सपीरियंस शेयर किए और बताया कि कैसे वो मौत के मुंह में जाने से बाल-बाल बचीं.
दिया ने बताया, प्रेग्नेंसी के पांचवे महीने में मुझे एपेंडिक्स का ऑपरेशन करवाना पड़ा था. इसके बाद एक बैक्टीरियल इन्फेक्शन की वजह से मुझे बार-बार अस्पताल के चक्कर काटने पड़ रहे थे. क्योंकि यह सेप्सिस का कारण बन सकता था.
खतरा देखते हुए छठे महीने में मुझे बच्चे को जन्म देना पड़ा. यह सब ऑपरेशन से हुआ क्योंकि मेरे प्लासेंटा में ब्लीडिंग शुरू हो गई थी. यह बेहद मुश्किल दौर था. मैं अपने Gynaecologist का शुक्रिया अदा करती हूं कि उन्होंने हमारी जिंदगी बचाई. बता दें कि दिया ने साल 2021 में एक बेटे को जन्म दिया. इस साल को वह अपनी जिंदगी का एक अहम मोड़ मानती हैं.
यह भी पढ़ें: Amazon Prime पर हिंदी में आ रही है Allu Arjun की Pushpa, 3 दिन करें इंतजार