डीएनए हिंदी: हिंदी और तमिल फिल्मों में हरिहरन की मखमली आवाज का कमाल हम सबने देखा है. 3 अप्रैल 1955 को केरल के त्रिवेंद्रम में जन्मे हरिहरन को संगीत पिता से विरासत में मिली थी. उनके पिता भी तमिल संगीत का चर्चित नाम थे. हिंदी फिल्मों में उन्हें लाने का श्रेय एआर रहमान को जाता है. 30 साल के फिल्मी करियर में उन्हें 2 बार नेशनल अवॉर्ड मिला है. साल 2004 में उन्हें पद्मश्री से भी नवाजा गया है.
2 बार मिला नेशनल अवॉर्ड
हरिहरन की मखमली आवाज के दीवाने पूरी दुनिया में हैं. उनका गाया हनुमान चालीसा यूट्यूब पर सबसे ज्यादा देखे गए भक्ति गीतों में से है. हरिहरन ने रोजा, ताल, बॉर्डर समेत बॉलीवुड की कई फिल्मों में गाने गाए हैं. इसके अलावा उन्होंने तमिल, मलयालम, तेलगू में भी गाने गाए हैं. बॉर्डर में उनके गीत मेरे दुश्मन के लिए उन्हें नेशनल अवॉर्ड दिया गया था. 2009 में उन्हें मराठी फिल्म में गाए जीव दांगला गीत के लिए नेशनल अवॉर्ड मिला था.
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कहां हैं हरिहरन आज कल?
हरिहरन पिछले कुछ समय से बॉलीवुड प्लेबैक सिंगिंग में नजर नहीं आ रहे हैं. कुछ साल पहले तक वह अलग-अलग रिएल्टी शो में दिखते थे लेकिन अब वहां भी नजर नहीं आते हैं. ऐसे में लोग अक्सर सवाल करते हैं कि हरिहरन कहां हैं? दरअसल हरिहरन संगीत की ही दुनिया में बिजी हैं. पिछले कुछ सालों से वह लगातार गजलों पर काम कर रहे हैं. 2021 में उन्होंने अपने बेटे के साथ एक एल्बम भी लॉन्च किया था.
क्या नहीं मिल रहा बॉलीवुड में काम?
हरिहरन से 2021 में कोलकाता में एक अंग्रेजी अखबार ने पूछा था कि उन्हें बॉलीवुड में काम नहीं मिल रहा है? इसके जवाब में उन्होंने कहा था कि काम नहीं मिलने की बात नहीं है. वह ज्यादातर वक्त चेन्नई या त्रिवेंद्रम में रहते हैं. उन्होंने काफी वक्त तक फिल्मों के लिए गीत गाए हैं लेकिन अब वह संगीत की दुनिया में, खास तौर पर शास्त्रीय संगीत और गजलों पर काम कर रहे हैं.
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