स्वर कोकिला Lata mangeshkar का निधन, PM नरेंद्र मोदी ने जताया शोक

| Updated: Feb 06, 2022, 12:23 PM IST

Lata mangeshkar death

भारत की स्वर कोकिला के नाम से मशहूर लता मंगेशकर का 92 साल की उम्र में निधन हो गया.

डीएनए हिंदी: भारत की स्वर कोकिला के नाम से मशहूर लता मंगेशकर का 92 साल की उम्र में निधन हो गया. लता मंगेशकर 8 जनवरी से अस्पताल में थीं. वह कोविड पॉजिटिव थीं और उन्हें निमोनिया हो गया था. हालत बिगड़ते ही उन्हें अस्पताल ले जाया गया. पिछले कई दिनों से डॉक्टर उनकी सेहत पर लगातार नजर बनाए हुए थे. डॉक्टरों के मुताबिक उनका निधन मल्टिपल ऑर्गन फेलियर की वजह से हुआ है. 

लता को 8 जनवरी को ब्रीच कैंडी अस्पताल में भर्ती करवाया गया था. वह कई दिनों से आईसीयू में थीं. वहां डॉ प्रतीत समदानी और दूसरे एक्सपर्ट्स की टीम की देखरेख में उनका इलाज चल रहा था. जैसे ही उनकी सेहत बिगड़ने की खबर आई उनका परिवार, रिश्तेदार और करीबी अस्पताल पहुंचने लगे थे. देर रात श्रद्धा कपूर भी अपनी मां के साथ अस्पताल पहुंची थीं. आशा भोसले भी देर रात अस्पताल में ही थीं. रात को उन्होंने जानकारी दी थी कि लता की सेहत में सुधार है.

28 सितंबर 1929 को जन्मीं लता मंगेशकर का असली नाम हेमा था. उनका नाम पिता दीनानाथ मंगेशकर के नाटक 'भाव बंधन' के मशहूर किरदार लतिका के नाम पर लता रखा गया था.  वह चार भाई-बहनों की बड़ी बहन थीं.

पीएम नरेंद्र मोदी ने भी लता मंगेशकर के निधन पर शोक जताया. पीएम ने ट्विटर के जरिए लता को याद किया और दुख जताया. इसके साथ ही पीएम ने बताया कि उन्होंने लता दीदी के परिवार से भी बात की.

लता ने 13 साल की उम्र में 1942 में अपने करियर की शुरूआत की थी. उन्होंने अलग-अलग भारतीय भाषाओं में अब तक 25 हजार से ज्यादा गाने गाए हैं. सात दशक के अपने करियर में उन्होंने ऐसे कई सदाबहार गाने दिए जो आजतक सभी की जुबान पर हैं. लता को भारत की ‘सुर साम्राज्ञी’ के नाम से जाना जाता है और उन्हें देश के सर्वोच्च नागरिक सम्मान ‘भारत रत्न’ से भी नवाजा जा चुका है. इसके अलावा लता को पद्म भूषण, पद्म विभूषण और दादा साहेब फाल्के पुरस्कार से भी सम्मानित किया गया है.