डीएनए हिंदी: साउथ फिल्मों के फेमस एक्ट्रेस साई पल्लवी (Sai Pallavi) इन दिनों अपने एक विवादित बयान को लेकर काफी मुश्किलों में फंस गई हैं. अपनी अपकमिंग फिल्म विराट पर्वम (Virata Parvam) के प्रमोशन के दौरान एक्ट्रेस ने एक इंटरव्यू में कश्मीरी पंडितों (Kashmiri Pandits) को लेकर ऐसी बात कह दी जिससे वो विवादों में घिर गईं. उनके खिलाफ हैदराबाद में बजरंग दल (Bajrang Dal) ने पुलिस में शिकायत भी दर्ज करा दी है. इसी बीच एक्ट्रेस ने अपने सोशल मीडिया पर एक वीडियो जारी कर सफाई पेश की है. उन्होंने चुप्पी तोड़ते हुए अब इस मामले में अपना पक्ष रखा है.
साई पल्लवी ने वीडियो में कहा- मैं पहली बार अपने दिल की बात रखने से पहले दो बार सोचूंगी. मेरे शब्दों का गलत अर्थ निकाला जा सकता है. मैं जानती हूं कि मैंने अपनी बात रखने में देरी कर दी, लेकिन मुझे माफ करिए. बीते कुछ दिन बेहद ही ट्रॉमैटाइज्ड रहे हैं. '
उन्होंने आगे कहा- 'कश्मीर फाइल्स देखने के बाद मैं परेशान हो गई थी. मैं नरसंहार और इससे लोगों की पीढ़ियों के प्रभावित होने जैसी त्रासदी को कभी कमतर नहीं मानूंगी. ये कहने के बावजूद मैं कभी भी कोविड काल की लिंचिंग की घटना के बारे में नहीं बता सकती. मुझे वो वीडियो देखने के बाद कई दिनों तक कांपना याद है.'
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बीते दिनों साई पल्लवी ने एक यूट्यूब चैनल से बातचीत के दौरान फिल्म 'द कश्मीर फाइल्स' में कश्मीरी पंडितों पर दिखाए गए अत्याचार और उनकी हत्या के सीन की तुलना मॉब लिंचिंग से कर दी थी. उन्होंने कहा- 'द कश्मीर फाइल्स फिल्म में दिखाया गया है कि कश्मीरी पंडितों की किस तरह हत्या की गई.' बस फिर क्या था उनका ये बयान तेजी से सोशल मीडिया पर वायरल होने लगा और देखते ही देखते वो लोगों के निशाने पर आ गईं. साई पल्लवी को लोग जमकर सोशल मीडिया पर खरी खोटी सुना रहे थे.
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एक यूट्यूब चैनल को दिए इंटरव्यू में साई पल्लवी ने कहा, 'कश्मीर फाइल्स में दिखाया गया है कि उस समय कैसे कश्मीरी पंडितों को मार दिया गया था. अगर आप इस मुद्दे को एक धार्मिक संघर्ष के रूप में ले रहे हैं, तो हाल ही में एक घटना हुई जहां एक मुस्लिम ड्राइवर, जो गायों को ले जा रहा था, उसे पीटा गया और 'जय श्री राम' का नारा लगाने के लिए मजबूर किया गया. तो, इन दो घटनाओं के बीच अंतर कहां है.'
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