अमिताभ ने एक इंटरव्यू में खुद बताया था कि उनके ऊपर अलग-अलग लोगों का करीब 90 करोड़ रुपये का कर्ज हो गया था. उनकी कंपनी डूब गई थी और बॉलीवुड प्रोजेक्ट्स भी नहीं थे और ऐसे में वो दिवालिया हो गए थे. कर्जदार उनके घर प्रतीक्षा की कुर्की करने आते थे और अमिताभ ने कहा था कि कई लेनदार घर आकर उन्हें गालियां और धमकियां देकर जाया करते थे. बताया जाता है कि इस दौर में अमिताभ खुद सबके काम मांगने जाते थे और आखिरकार उन्हें काम मिला और वो अपनी परेशानियां खत्म कर पाए.
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एक्टर और पॉलिटिशियन दिवंगत सुनील दत्त फिल्म 'रेशमा और शेरा' के फ्लॉप होने की वजह से कंगाल हो गए थे. महंगी गाड़ियों में चलने वाले एक्टर बस में घक्के खाने को मजबूर हो गए थे. उनकी फिल्म पर पैसा लगाने वाले लोग रोज उन्हें तान मारते थे. वो तब 42 साल के थे और तीन बच्चों की जिम्मेदारी भी उन पर थी. उन्होंने अपनी सारी कारें बेच दीं और घर गिरवी रख दिया. वहीं, दो सालों की मेहनत के बाद वो अपना कर्जा उतार पाए.
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सिर्फ यही नहीं कोविड लॉकडाउन के दौरान टीवी के मशहूर एक्टर राजेश करीर (Rajesh Kareer) पाई-पाई को मजबूर हो गए थे. वो इस कदर मजबूर हो गए थे कि उन्हें सोशल मीडिया के जरिए मदद मांगनी पड़ी थी. उन्होंने फेसबुक पोस्ट करते हुए कहा था कि कोई उन्हें 300-400 या 500 रुपए की मदद कर दे लेकिन उनकी गुहार पर हजारों लोग मदद के लिए आगे आए और उन्हें पूरे 12 लाख रुपए मिल गए थे.
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बीआर चोपड़ा की फिल्म 'हमराज' से बॉलीवुड में कदम रखने वाली मशहूर एक्ट्रेस विमी ने बहुत ही कम उम्र में दुनिया से विदा ले लिया था. बताया जाता है कि जमकर दौलत-शोहरत कमाने वाली विम्मी एक वक्त के बाद दिवालिया हो गई थीं और जब उनकी मौत हुई तक उनके पास एक पैसा भी नहीं था. मीडिया रिपोर्ट्स में ये भी बताया जाता है कि उनके शव को श्मशान घाट तक पहुंचाने का इंतजाम नहीं हो पा रहा था फिर उन्हें रिक्शे से ले जाया गया.
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टीवी के मशहूर एक्टर अर्जुन बिजलानी (Arjun Bijlani) भी आर्थिक तंगी का सामना कर चुके हैं. वो इस कदर मजबूर हो गए थे कि आर्थिक तंगी के दौरान जब उनकी बीवी प्रेग्नेंट हुई तो उन्होंने अपने बच्चों को अबॉर्ट कराने का फैसला भी कर लिया था.
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गुजरे ज़माने के दिग्गज एक्टर भारत भूषण भी मृत्यु से पहले आर्थिक तंगी देख चुके हैं. उन्होंने करियर में कई हिट फिल्में दीं और खूब दौलत कमाई लेकिन जब उनकी फिल्में फ्लॉप होनी शुरू हो गईं तो वो कर्ज में डूब गए और पाई-पाई को मोहताज हो गए. तंगहाली से जूझते हुए 72 साल की उम्र में भारत भूषण 1992 में दुनिया छोड़कर चले गए.