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दुनियाभर में तेजी से बढ़ रहा वीगन डाइट का क्रेज, जानें क्या हैं इसके फायदे?

वीगन डाइट का तेजी से दुनियाभर में क्रेज बढ़ा है. भारत में भी कई सितारे वीगन डाइट अपना रहे हैं.

दुनियाभर में तेजी से बढ़ रहा वीगन डाइट का क्रेज, जानें क्या हैं इसके फायदे?
वीगन डाइट (सांकेतिक तस्वीर-DNA)

डीएनए हिंदी: वीगन डाइट, दुनिया में तेजी से लोकप्रिय हो रहा है. नैतिक, पर्यावरणीय या स्वास्थ्य वजहों से लोग वीगन डाइट अपना रहे हैं.  विगेनिज्म एक क्रेज की तरह सामने आ रहा है. कई राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय हस्तियां वीगन डाइट अपना चुकी हैं. बॉलीवुड सुपरस्टार आमिर खान, सोनम कपूर, अनुष्का शर्मा, श्रद्धा कपूर, रितेश देशमुख और कंगना रनौत तक वीगन डाइट अपना चुके हैं. वीगन का बढ़ता क्रेज, मांसाहार को भी पीछे छोड़ रहा है. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक नेडिक्ट कंबरबैच, पामेला एंडरसन और रसेल ब्रांड जैसी हस्तियां भी वीगन डाइट पर हैं.

क्या है वीगन डाइट?

विगानिज्म में पशु उत्पादों के उपयोग से परहेज किया जाता है. यह एक ऐसी शाकाहारी डाइट प्रणाली होती है जिसमें लोग मांस, अंडे, दूध, पनीर, बटर, घी, शहद या अन्य पशु उत्पादों को नहीं खाते हैं. डेरी उत्पादों का भी वीगन डाइट पालन करने वाले लोग इस्तेमाल नहीं करते हैं. वीगनिज्म पशु क्रूरता के खिलाफ है. पशु क्रूरता के खिलाफ यह एक उच्च कोटि का आदर्शवाद है जिसे अब लोग अपना रहे हैं.

वीगन डाइट में क्या-क्या है शामिल?

वीगन डाइट में फल-फूल और सब्जियां शामिल हैं. जानवारों के किसी भी उत्पाद के इस्तेमाल की इसमें मनाही होती है. वीगन डाइट में अनाज, साग, फल, मेवा, ड्राय फ्रूट्स, सब्जियां, जूस और अन्य शाकाहारी उत्पादों का इस्तेमाल होता है. वीगन डाइट में टोफू, बादाम दूध, सोया दूध, नारियल का दूध, चावल के दूध समेत कई विकल्पों का इस्तेमाल खाने में किया जा सकता है. जिन लोगों को डेयरी उत्पादों से एलर्जी है, उनके लिए भी वीगन डाइट मददगार है.

शाकाहार से कैसे अलग है वीगन डाइट?

शाकाहार में फल, फूल, अनाज  और ड्राय फ्रूट्स के साथ डेयरी उत्पाद भी शामिल होते हैं. शाकाहार में दूध, दही, बटर या घी की मनाही नहीं होती लेकिन वीगन डाइट में सभी पशु उत्पादों का बहिष्कार किया जाता है. 

वीगन डाइट के क्या हैं फायदे?


वीगन डाइट वजन कम करने में मददगार होता है. सब्जियों और फलों में फैट की कमी होती है जिसकी वजह से वजन नियंत्रित रहता है. वीगन डाइट में किसी पोषक तत्वों की कमी नहीं होती लेकिन शरीर पर सकारात्मक असर पड़ता है. यह कोलेस्ट्रॉल और कार्डियोवैस्कुलर बीमारियों को रोकने में मददगार होता है. कुछ रिपोर्ट्स में यह बात सामने आई है कि इससे कैंसर का खतरा कम होता है. कब्ज जैसी समस्याएं भी इससे कम होती हैं.

क्या हैं वीगन डाइट के नुकसान?

दूध, दही, मांस और अंडे जैसे पशु उत्पादों के इस्तेमाल न करने से कुछ पोषक तत्वों की कमी की बात डॉक्टर कहते हैं. एक्सपर्ट्स् का कहना है कि शरीर को कैल्शियम और ओमेगा-3 जैसे विटमिन और मिनिरल्स नहीं मिल पाते हैं. ऐसे में पाचन तंत्र प्रभावित हो सकता है.

वीगन मीट का बढ़ रहा चलन

वीगन मीट का भी देश में चलन बढ़ रहा है. बॉलीवुड एक्टर रितेश देशमुख और उनकी पत्नी जेनेलिया डिसूजा ने इमेजिन मीट्स नाम से अपनी एक कंपनी शुरू की है. इस कंपनी में कोई नॉनवेज प्रोडक्ट नहीं बनाया जाएगा बल्कि मांसाहार का एक नकली रूप होगा, जो शाकाहारी होगा. इसे प्लांट बेस्ट प्रोडक्ट कहा जाता है. दोनों इससे पहले नॉनवेजिटेरियन थे लेकिन अब शाकाहारी हो गए हैं. वीगन डाइट में इसका भी इस्तेमाल किया जा सकता है. दोनों ने वीगन मीट चेन शुरू किया है. अगर वीगन मीट की ओर लोग बढ़ेंगे तो पशु क्रूरता में कमी आएगी.

कब मनाया जाता है वीगन डे?

वर्ल्ड वीगन डे हर साल 1 नवंबर को दुनियाभर में वीगन्स मनाते हैं. इस आयोजन की शुरुआत पहली बार 1994 में युनाइटेड किंगडम में द वीगन सोसाइटी के तत्कालीन अध्यक्ष सुइल वालिस ने की थी. इसे वीगन सोसाइटी की 50वीं वर्षगांठ पर शुरू किया गया था. 1940 में ब्रिटेन में डोनल्ड वॉटसन ने भी एक वीगन सोसाइटी बनाई थी. अब दुनियाभर में वीगन डाइट अपनाने वाले लोगों की तादाद बढ़ रही है.