Benefits of Moringa Leaves in Hindi: हेल्थ के खजानों से भरपूर है सहजन,जानें इतिहास में क्यों है इसके इतने किस्से

| Updated: Jun 23, 2022, 12:58 PM IST

Moringa के पत्ते और इसके पाउडर के फायदे जानकर आप हैरान हो जाएंगे, इतिहास के पन्नों पर भी इसके किस्से हैं, जानिए क्यों

डीएनए हिंदी: मोरिंगा या सहजन (Moringa) एक ऐसा सुपर फूड है जिसकी पत्तियां, फलियां, छाल, गोंद कुल मिलाकर इसका हर हिस्सा आपकी थाली के लिए सुपर फूड है. सेहत के लिए बेहद लाभदायक होने के कारण सहजन को ड्रमस्टिक या मोरिंगा एलीफेरा को सीधे-सीधे लफ्जों में सेहत का बॉडीगार्ड भी माना जाता है.आज हम उसके पाउडर और उसके पत्तों के लाभकारी गुणों से रू-ब-रू होंगे

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मोरिंगा का पाउडर त्वचा के लिए डॉक्टर (Morning Powder benefits for Skin in Hindi)

मोरिंगा के पाउडर को त्वचा का डॉक्टर कहा जा सकता है. कई तरह के फेस पैक मोरिंगा के पाउडर से ही तैयार किए जाते हैं. वहीं इसे नैचुरली भी त्वचा पर लगाने से निखार आने के साथ-साथ छोटी-मोटी फुंसियां या मुहासों से लेकर दाग धब्बे और पिंपल्स के निशान तक पूरी तरह चले जाते हैं। 

मीठी नींद के लिए भी कारगर मोरिंगा पाउडर (Sound Sleep)

ऐसा नहीं है कि पाउडर सिर्फ त्वचा के ही काम आता है, इसके सेवन से हाई बीपी को आसानी से काबू में किया जा सकता है अगर आपको रात को एक मीठी नींद की दरकार है तो ये पाऊडर आपके काफी काम आ सकता है.आंखों की सेहत के लिए भी मोरिंगा का पाउडर बेहद कारगर दवाई है

नैचुरल मेडिकल बॉक्स हैं मोरिंगा लीफ (Moringa leaves as a Natural Medical Box)

मोरिंगा के पाउडर की तरह ही इसकी पत्तियां भी खाने की थाली से ज्यादा चलता फिरता मेडिकल बॉक्स हैं. अगर आपको अचानक चोट लग गई है तो इसकी पत्तियों का पेस्ट आपके घाव के लिए एंटी सेप्टिक रिलीफ का काम कर सकती है

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पत्तियों को खाने से बनेंगे इतने काम (Benefits of Moringa leaves in Hindi)

पत्तियों की सब्जी सिर दर्द के लिए नैचुरल पेन रिलीफ बाम का काम करता है. खून साफ करने के लिए इन पत्तियों के सेवन किया जाता है.कई इलाकों में आज भी गर्भवती महिलाओं को लेबर पेन को बर्दाश्त करने के लिए इन पत्तियों को खिलाया जाता है.

बर्निंग सेंसेशन के लिए मोरिंगा की छाल का ट्रीटमेंट 

मोरिंगा की छाल भी आप मेडिकल इमरजेंसी किट में जरूर होनी चाहिए, किसी के भी आग में झुलसने या हल्का-फुल्का जलने पर भी आप मोरिंगा की छाल का पेस्ट लगा सकते हैं. सिर्फ जलने पर ही नहीं बल्कि फोड़ों का इलाज करने और सूजन को दूर करने के लिए भी लगाया जा सकता है। 

बीज के तेल से भी होगा इलाज 

इतना ही नहीं इसके बीजों के तेल से भी पेन रिलीफ और स्वेलिंग को दूर करने के लिए भी इसे सीधे स्किन पर अप्लाई कर सकते हैं। 

सर्दी-जुकाम हो या दमा, लाभकारी है मोरिंगा गोंद

मोरिंगा की पत्तियां पेन रिलीफ और छाल आफ्टर बर्न मलहम के काम में आते हैं वहीं मोरिंगा की गोंद सर्दी जुकाम से लेकर दमा तक में फायदेमंद होता है. सहजन के पानी की भांप को सर्दी के प्रभाव से ठीक करता है. जोड़ों के दर्द या दमा तक के ले सहजन के गोंद को काफी असरदार पाया गया है

इतिहास के पन्नों पर मिलेंगे सहजन के किस्से (Mornings stories in History in Hindi)  

इतिहास के झरोखें में झांकें तो इस झिरी में भी आपको मोरिंगा की तरोताजा खुश्बू मिलेगी.दक्षिण भारत में 150 ईसा पूर्व से ही सहजन की खेती का जिक्र मिलता है. अभिलेखों में मिलता है कि सिकंदर को हराने वाली मौर्य सेना के लिए सहजन एक अहम बेसिक सप्लिमेंट था. कम पानी में उगने वाली सहजन या मोरिंगा की फसल पोषक तत्वों, खनिज के अलावा विटामिन का भरपूर भंडार होती है

इतने फायदे तो थोड़े नुकसान भी  (Side Effects of Moringa)

अपनी तासीर के चलते मोरिंगा शरीर में गर्मी कर सकता है, गैसट्रिक या पेट के रोगियों के लिए सहजन से परहेज ही करना चाहिए.युवतियों को ब्लीडिंग डिसऑर्डर से बचने के लिए पीरियड्स के दिनों में मोरिंगा नहीं खाना चाहिए

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