डीएनए हिंदी: गर्मी के मौसम में हर उम्र के लोगों में जामुन ( Jamun ) फल को पसंद किया जाता है. स्वाद में खट्टे-मीठे इस फल को ब्लैक प्लम, जंबोलन, जावा प्लम, जंबुल के नाम से जाना जाता है. यह फल न केवल अपने स्वाद के लिए जाना जाता है बल्कि इसमें कई तरह के आयुर्वेदिक गुण भी पाए जाते हैं. जामुन विटामिन ए और सी की मात्रा भरपूर रहती है जो शरीर के लिए बहुत फायदेमंद होता है. इस फल को त्वचा के साथ-साथ आंखों के लिए भी फायदेमंद माना गया है.
Jamun के आयुर्वेदिक गुण
आयुर्वेद ( Ayurved ) में जामुन को जंबुल कहा गया है. इसमें विस्तार से इस फल के बारे में बताया गया है. रस अर्थात स्वाद की बात करें तो इसे कषाय(कसैला), मधुर(मीठा), आंवला(खट्टा) बताया गया है. साथ ही आयुर्वेद शास्त्र में इस फल को लघु यानि पचाने में हल्का और रूक्ष या सूखा बताया गया है और यह शरीर को ठंडा रखता है. इसके साथ यह कफ व पित्त को भी सामान्य करता है.
जामुन का केवल फल ही नहीं इसकी पत्तियां, छाल और इसके बीज में भी कई औषधीय गुण होते हैं और कई गंभीर बीमारियों को दूर करता है. इस फल में एंटीऑक्सिडेंट की मात्रा भरपूर होती है और फ्लेवोनोइड भी पाया जाता है. यह भी शरीर को फायदा पहुंचाता है.
Coconut Water के हैं शौकीन? अधिक पीना कर सकता है नुक़सान
किन बीमारियों से Jamun दिलाता है निजात
जामुन या जंबुल का सेवन करने से डायबिटीज, खांसी, अस्थमा, कमजोरी, ल्यूकोरिया, मानसिक, विकार, हाइपरग्लेसेमिया जैसी गंभीर बीमारियों से निजात दिलाता है या इनका खतरा कम कर देता है.
इस तरह ना करें इस फल का सेवन
आयुर्वेद ( Ayurved ) में बताया गया है कि खाली पेट जामुन खाने से शरीर पर नकारात्मक प्रभाव पड़ सकते हैं. साथ ही इसे खाने से एक घंटे पहले या बाद में दूध नहीं पीना चाहिए. ऐसा करने से पाचन संबंधी परेशनियां हो सकती है.
Sir Ganga Ram Hospital ने कर दिखाया कमाल, 19 वर्षीय लड़की को मौत के मुंह से निकाला
देश-दुनिया की ताज़ा खबरों पर अलग नज़रिया, फ़ॉलो करें डीएनए हिंदी को गूगल, फ़ेसबुक, ट्विटर और इंस्टाग्राम पर.