डीएनए हिंदी : यूरिक एसिड का बढ़ना कहीं से भी हमारी सेहत के लिए अच्छा नहीं है. अगर यूरिक एसिड का लेवल हमारे खून में बढ़ जाए तो जोड़ों की दिक्कत, किडनी की बीमारी, दिल के दौरे जैसी खतरनाक रोग भी हो सकते हैं. यानी, बढ़ा हुआ यूरिक एसिड एक ऐसा दैत्य है जो हमें पीसकर रख देता है.
लेकिन चिंता न करें. आज हम आपको कुछ ऐसी चटनियों की रेसिपी बताएंगे जिन्हें चट करते ही यूरिक एसिड का दैत्य दुम दबाकर भागेगा. खास बात ये है कि इन चटनियों को बनाना कोई बहुत मुश्किल काम नहीं है. बेहद आसान है. इन्हें बनाने के लिए जिन चीजों की जरूरत पड़ेगी वो भी आपकी रसोई में मौजूद होगी और जो चीजें नहीं होंगी मौजूद वे आपको अपने घर के आसपास ही मिल जाएंगी.
नीम की चटनी
नीम के पेड़ आपके घर के आसपास जरूर होंगे. उसकी 10-15 पत्तियां ले लें. उसे खूब अच्छी तरह धोने के बाद इसे पीस लें. चूंकि नीम बहुत कड़वी होती है इसलिए उसमें पीसकर थोड़ी सी चीनी मिक्स करें. इस तरह तैयार हो गई आपकी नीम की चटनी. इस कड़वी चटनी को चट कर जाएं, फिर देखें कुछ ही रोज में शरीर पर कब्जा किए यूरिक एसिड के दांत हो जाएंगे खट्टे.
पुदीने की चटनी
पुदीना से तैयार चटनी भी यूरिक एसिड के स्तर को कम कर सकती है. इस चटनी को बनाने के लिए पुदीने की कुछ हरी पत्तिया ले लें. इसमें हरी मिर्च, स्वाद के मुताबिक नमक, 2 से 3 लहसुन की कलियां डालें. फिर एक पूरी नींबू का रस डाल दें. मिक्सी या सिलबट्टे में इसे अच्छी तरह पीस लें. बस हो गई टेस्टी चटनी तैयार.
सहजन के पत्तों की चटनी
सहजन को मुनगा और सुट्टी जैसे नाम से भी जानते हैं. इसका अंग्रेजी नाम ड्रमस्टिक है. यह बहुत ही पौष्टिक होता है. इसकी पत्तियां यूरिक एसिड के स्तर के साथ-साथ डायबिटीज को भी कंट्रोल करती हैं. इसकी चटनी तैयार करने के लिए सहजन की पत्तियों के साथ हरी मिर्च, लहसुन की कलियां मिलाएं और फिर उसे हल्का सा उबाल लें. इसके बाद इसे हाथों से मैश कर इसमें अपने स्वाद के मुताबिक नमक और सरसों का तेल मिक्स कर दें. इसे रोटी या चावल के साथ खाएं.
आंवले की चटनी
आंवले में औषधीय गुण होता है. इसकी चटनी यूरिक एसिड के स्तर को नियंत्रित करती ही है, कमजोर इम्यूनिटी को भी बूस्ट करती है. इसकी चटनी बनाने के लिए सबसे पहले आंवले की बीज निकालकर अलग कर दें. फिर आंवले के साथ धनियां, हरी मिर्च और नमक मिलाकर इसे अच्छे से पीस लें. इसके बाद इसमें सरसों तेल मिक्स करके इसका सेवन करें.
अलसी की चटनी
अलसी का अंग्रेजी नाम फ्लैक्सीड है. इसके बीज का इस्तेमाल आयुर्वेदिक दवाओं में खूब होता है. बाजार में अलसी बीज, तेल, पाउडर, गोलियां, कैप्सूल और आटे के रूप में आसानी से उपलब्ध है. लोग इसे कब्ज, डायबिटीज, हाई कोलेस्ट्रॉल, हृदय रोग, कैंसर और कई अन्य बीमारियों को रोकने के लिए खाने में इस्तेमाल करते हैं. यह शरीर में हाई यूरिक एसिड के स्तर को कम कर कर सकता है. इसकी चटनी तैयार करने के लिए 1 चम्मच अलसी का पाउडर लें, इसमें नींबू का रस, चुटकी भर नमक और कच्चा प्याज और थोड़ा सा पानी डालकर मिक्स कर लें. बस आपके इस्तेमाल के लिए हो गई चटनी तैयार.
(Disclaimer: यह लेख केवल आपकी जानकारी के लिए है. इस पर अमल करने से पहले हमेशा अपने विशेषज्ञ डॉक्टर से परामर्श लें.)
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