डीएनए हिंदी : गुर्दे यानी किडनी में पथरी हो जाए तो पेशाब की नली में उसके फंसने का खतरा होता है. अगर यह फंस जाए तो पेशाब की नली में संक्रमण का खतरा बढ़ जाता है. इसे दूर करने के लिए सर्जरी की जरूरत पड़ जाती है. मेडिकल टर्म में इसे नेफ्रोलिथियासिस (Nephrolithiasis) या यूरोलिथियासिस (Urolithiasis) भी कहा जाता है.
दरअसल, किडनी की पथरी खनिज और लवणों से बनी कठोर पदार्थ होती है. खराब खानपान, शरीर का अधिक वजन, कुछ बीमारियां और सप्लीमेंट व दवाएं गुर्दे की पथरी का कारण (Kidney Stone cause) बनते हैं. अक्सर, पथरी तब बनती है जब पेशाब गाढ़ा हो जाता है, जिससे मिनरल्स क्रिस्टल हो जाते हैं और आपस में चिपक जाते हैं.
किडनी की पथरी के लक्षण
किडनी की पथरी के लक्षणों (Kidney stones symptoms) में पसलियों के नीचे, बाजू और पीठ में तेज दर्द का होना, पेशाब करते समय दर्द या जलन महसूस होना, पेशाब का रंग गुलाबी, लाल या धुंधला भूरा होना, पेशाब से बदबू आना, सामान्य से अधिक बार पेशाब आना या कम मात्रा में पेशाब आना आदि हैं.
नींबू पानी
दवाओं के अलावा किडनी की पथरी के लिए कई घरेलू उपाय भी हैं, जिनके जरिए पथरी से छुटकारा पाया जा सकता है. एशियन जर्नल ऑफ फर्मास्यूटिकल रिसर्च एंड डेवलपमेंट के अनुसार, नींबू के पानी से किडनी की पथरी गल जाती है. शोध के मुताबिक नींबू में साइट्रेट होता है, जो कैल्शियम स्टोन को बनने से रोकता है. साइट्रेट छोटे पत्थरों को तोड़ भी सकता है. जब किडनी के स्टोन नींबू के साइट्रेट से छोटे टुकड़ों में बंट जाते हैं तो वे पेशाब के रास्ते आसानी से बाहर निकल आते हैं.
तुलसी रस
तुलसी में एसिटिक एसिड होता है. यह भी गुर्दे की पथरी को तोड़ने में मदद करता है. तुलसी के रस में एंटीऑक्सिडेंट और एंटी-इंफ्लेमेटरी एजेंट होते हैं. ये किडनी के स्वास्थ्य को बनाए रखने में मदद करते हैं.
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सेब का सिरका
सेब के सिरके में एसिटिक एसिड भरपूर होता है. एसिटिक एसिड गुर्दे की पथरी को घोलने में मदद करता है. सेब साइडर सिरका पथरी के कारण होने वाले दर्द को कम करने में मदद करता है. हेल्थलाइन के मुताबिक, सेब साइडर सिरका गुर्दे की पथरी के कड़ेपन को कम करने में असरदार है. हालांकि अभी अधिक शोध की जरूरत है. वैसे, 2 बड़े चम्मच सेब के साइडर विनेगर में 6 से 8 औंस शुद्ध पानी डालकर मिश्रण बनाएं. फिर पूरे दिन इसे पिएं.
अजवाइन रस
शरीर में जमा गंदगी बाहर निकालने में अजवाइन का रस मददगार होता है. किडनी की पथरी विषाक्त पदार्थों के जमने से ही बनती है. इसलिए अजवाइन के एक या एक से अधिक डंठल को पानी के साथ मिलाकर दिन भर इस जूस के इस्तेमाल से गंदगी के जमने से बना पत्थर कमजोर पड़ता है और टूटकर गर्द के रूप में यूरिन के साथ निकल जाता है.
अनार रस
अनार के रस में एंटीऑक्सिडेंट खूब होता है. किडनी के स्वास्थ्य के लिए एंटीऑक्सिडेंट जरूरी तत्व होता है. यह पथरी को डेवलप होने से रोक भी है. यह आपके यूरिन के एसिडिटी लेवल को भी कम करता है.
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राजमे का शोरबा
साइंस डाइरेक्ट के शोध के मुताबिक, पके हुए राजमे का शोरबा पथरी को घुलने और बाहर निकालने में भी मदद कर सकता है. बस पकी हुई फलियों से तरल छान लें और दिन भर में कुछ गिलास पिएं. इस पारंपरिक व्यंजन का इस्तेमाल भारत में मूत्र और गुर्दे के रोगों के सुधार के लिए किया जाता रहा है.
डंडेलियन की जड़ का रस
डंडेलियन के पौधे की जड़ एक बेहतर किडनी टॉनिक है जो पित्त के बनने की प्रक्रिया को तेज करता है. यह अपशिष्ट को खत्म करने, मूत्र उत्पादन बढ़ाने और पाचन में सुधार करने में मदद करता है. यह विटामिन ए, बी, सी, डी, पोटेशियम, आयरन और जिंक जैसे खनिज का भी बेहतर स्रोत है. एक अध्ययन के मुताबिक, डंडेलियन की जड़ का रस किडनी में पथरी बनने से रोकता है.
व्हीटग्रास जूस
IOSR-JPBS के मुताबिक, व्हीटग्रास से पेशाब का प्रवाह बढ़ता है. इस तेज प्रवाह के साथ किडनी के स्टोन भी बाहर निकलते हैं. वैसे व्हीटग्रास में महत्वपूर्ण पोषक तत्त्व भी होते हैं जो किडनी साफ करने में मदद करते हैं. प्रतिदिन 2 से 8 औंस व्हीटग्रास जूस पीने को सेफ और हेल्दी माना गया है.
(Disclaimer: यह लेख केवल सामान्य जानकारी के लिए है. ऐसी किसी प्रक्रिया को अपनाने से पहले हमेशा अपने डॉक्टर से संपर्क करें.)
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