डीएनए हिंदी : डायबिटीज को शरीर के लिए धीमा जहर भी कहा गया है. दरअसल, डायबिटीज (diabetes) यानी शुगर अपने आप में कोई बीमारी नहीं, बल्कि यह कई बीमारियों जनक है. इसलिए इसके प्रति सावधान रहने की जरूरत है. प्रायः देखा गया है कि जो लोग शुगर पेशेंट होते हैं, उन्हें कई तरह के सुझाव अपने आसपास से मिलते रहते हैं. ऐसे ही सुझावों में एक यह भी है कि भिंडी का सेवन शुगर के इलाज में रामबाण है.
ऐसे किसी भी सुझाव पर भरोसा करने से पहले या उन्हें आजमाने से पहले हमें समझना होगा कि आखिर ये शुगर क्या बला है. हमारे शरीर में अग्नाशय (pancreas) नाम का एक अंग है. यही इंसुलिन पैदा करता है. जब हमारा पैन्क्रियाज काम करना बंद कर देता है या उसके काम करने की गति सुस्त पड़ जाती है तो शरीर में इंसुलिन की कमी हो जाती है. इसी कमी को पूरा करने के लिए हमें बाहर से इंसुलिन लेने की जरूरत पड़ जाती है. इस दिशा में किए गए शोध बताते हैं कि पैन्क्रियाज को फिर से एक्टिव करने का एकमात्र तरीका है कि आप अपने शरीर को एक्टिव करें. यही वजह है कि शुगर के मरीजों को डॉक्टर वॉक करने की सलाह देते हैं. वैसे, खानपान में परिवर्तन लाकर भी आप शुगर लेवल को कंट्रोल कर सकते हैं.
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फाइबर का जादू
सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल ऐंड प्रिवेंशन (CDC) का मानना है कि डायबिटीज के मरीजों को ब्लड शुगर कंट्रोल रखने के लिए फाइबर से भरपूर चाजों का सेवन करना चाहिए. सीडीसी के मुताबिक, डायबिटीज को रोकने और मैनेज करने में फाइबर सहायक होता है. यह आपके पाचन सिस्टम को दुरुस्त रखने में मददगार है. फाइबर एक तरह का कार्बोहाइड्रेट है जो फल, सब्जी और साबुत अनाज में पाया जाता है. नट्स, बेरीज, ओटमील, साबुत अनाज, ब्राउन राइस, क्विनोआ, पूरे गेहूं का पास्ता, पालक, ब्रोकोली, बीन्स या अन्य फलियां, दाल, मटर, सेब, नाशपाती, केला, गाजर, बादाम, सूरजमुखी के बीज और पिस्ता आदि फाइबर के मुख्य स्रोत हैं.
(Disclaimer: हमारा लेख केवल सामान्य जानकारी प्रदान करने के लिए है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ से परामर्श करें.)
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